Find the Best शब्दोंकेतीर Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Krish Vj
शीर्षक :- शब्दों के तीर 🏹 ।। कुछ बोलूँ मैं, उससे पहले शब्दों को तोलूँ मैं रूठ ना जाए कोई दिल, सोच पिटारा खोलूँ मैं ।। ।। जतन करूँ मैं ऐसा, जिससे भला हो सबका सत्य वचन कहूँ, राग, द्वेष शब्दों में ना सोचूँ मैं ।। पूर्ण कविता अनुशीर्षक मेें पढ़िए!! कुछ बोलूँ मैं, उससे पहले शब्दों को तोलूँ मैं रूठ ना जाए कोई दिल, सोच पिटारा खोलूँ मैं जतन करूँ मैं ऐसा, जिससे भला हो सबका सत्य वचन कहूँ, राग, द्वेष शब्दों में ना सोचूँ मैं किसी को रूठते देखा, रिश्ते को मरते देखा यूँ घायल हो जाता रोम-रोम, रूह को जलते देखा बदला लेता कोई, कोई ग़म मेें डूब जाता है यूँही
Sita Prasad
शब्दों के तीर राम-बाण करता असुर का संहार, कमान से जो छूटा, फिर न जाए बेकार, शब्दों के तीर हों सटीक ऐसे, वार करें सिर्फ कर्तव्यपरायण होकर। कहते हैं कलम और वाक् में ताकत है अपूर्व, कर दें प्यार से घायल कभी, कभी घायल कर इन्सान को कर दें चकनाचूर, शब्दों का सही इस्तेमाल है महत्वपूर्ण। नियंत्रण करना नहीं है आसान, शब्द भी बहते हैं गंगा जैसे, तेज़ धारा पर है हक किसका, नित बहते हैं बिन थकान । अगर विचारों पर हम काबू पाएँ, पाक इरादों से जीना सीखें, शब्द भी बन फूल बरसेंगे, तीर उनके किसी को न कोसँगे। #kksc38 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #शब्दोंकेतीर
RAHUL VERMA
"कभी-कभी हम गुस्सा-नाराज़गी ज़ाहिर करते वक्त शब्दों का चयन करना भूल जाते है । हम ध्यान ही नही देते की हम जो कह रहे है वो कितना गेहरा जा लगेगा , कितने दिनों तक हथेली में पड़े छालों-सा दुःखता रहेगा।" अपने शब्दों का चयन नाप-तौल कर करें। #शब्दोंकाखेल #शब्दोंकेतीर 🏹 #अपनेपन_से_जख्मी ⚔️ #yourquotediary #yourquotebaba #collbwithme rj rehan roy
Poonam Suyal
शब्दों के तीर (अनुशीर्षक में पढ़ें) शब्दों के तीर शब्दों के तीर, दिल पर चले कुछ ऐसे दिल को कर गए घायल और लहू-लुहान छलनी हो टूट कर बिखर गया वो बेचारा कुछ होगा ऐसा, नहीं था उसे ज़रा भी अनुमान कितनी शिद्दत से करता रहा वो प्यार
Nitesh Prajapati
"शब्दों के तीर" कश्ती तो मेरी भी लहरों से लड़ने वाली थी, लेकिन हमे साहिलों का सहारा ना मिला। हाथ में पतवार और दिल में हौसला बुलंद था, फिर भी हमें हमारी मंज़िल का किनारा ना मिला। कुछ इस तरह उसने चलाए शब्दों के तीर हम पर के, मेरी जिंदगी की कश्ती भी डूब गई जज़्बातों के समुंदर में। तकलीफ़ क्या हुई होगी मुझको वो उसे क्या पता, वो तो चली गई मुझे तन्हा छोड़ कर किसी और की कश्ती में। मेरी जिंदगी की कश्ती डूबना तो मेरी तक़दीर में था क्योंकि, कोई अकेला इंसान कितने वक़्त तक बेज़ान रिश्तो को निभा सकता है। -Nitesh Prajapati #collabwithकोराकाग़ज़ #kksc38 #शब्दोंकेतीर #विशेषप्रतियोगिता #कोराकाग़ज़
poonam atrey
↘ शब्दों के तीर ↙ शब्द ही चुभोते हैं नश्तर , शब्द ही बन जाते हैं दवा, बोलने से पहले सोचिए एक बार नही ,कई दफा, जुड़ जाते हैं कई टूटे रिश्ते ,शब्दों की मधुर आवाज से, कर देते हैं आघात कभी ,ये अपने कटु अंदाज़ से, कभी दे जाते हैं कई अर्थ कभी अनर्थ कर जाते हैं, शब्दों के व्यंग्य बाण ,हृदय को ज़ख्मी कर जाते हैं, जब नही दिखा पाते हैं हम ,कभी हिय की पीर को, सोच समझ कर छोड़िए , तब शब्दों के तीर को, सितारे भी प्रतिकूल बने , जब मन आहत हो शब्दो से, दुश्मन भी मनमीत बनें , ये खेल रचे सब शब्दो से, हृदय दुखे जिन शब्दों से ,उन शब्दों को मत बोलो तुम, जिव्हा दी है ईश्वर ने, मत इसमें हलाहल घोलो तुम, शब्दों से कितने नाते , कितने सम्बन्धों को खोया, वो ही हर नाता जीत गया जिसने जिव्हा पर अमृत बोया, सोचो तो ऐसा सोचो कि फूल चमन में खिल जाए, और वाणी से ऐसा बोलो ,कानो में अमृत घुल जाए ।। -पूनम आत्रेय ©poonam atrey #शब्दोंकेतीर
Durgesh Dixit
तेरी बोली दिल पे लगी तीर बनके रह गयी जिन्दगी जख्म की तस्वीर बनके रह गयी मैं न बन पाया तेरा रांझा न सही तू मेरे दिल की अकेली हीर बन के रह गई #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #kksc38 #KKSC38 #विशेषप्रतियोगिता #शब्दोंकेतीर
Dr Upama Singh
शब्दों के तीर शब्दों के तीर अपनी म्यान रूपी जुबां से निकाला ना करो। सोच समझ कर ही इसका तुम इस्तेमाल किया करो। गर जो एक बार निकला जुबां फिसल गया समझो। चोट पहुंँचा देता दिल के अंदर इसको प्रयोग करना तुम ज़रा संभाल के। अनुशीर्षक में://👇👇 ना जाने कैसे लोग शब्दों के बाण चला देते हैं। दिल को ठेस पहुँचा कर स्वयं मरहम लगाते हैं। शब्दों के तीर रखना हमेशा अपना मीठा। हृदय पर घाव करे गंभीर होने पर ये तीखा। अपने शब्दों पर ध्यान ज़रा आप दीजिये। आपके शब्द ही बता देंगे तीर कितने और कैसे थे।
id default
शब्दों के पकवान रूपी तीर शब्द रूपी पकवान को परोसना भी एक कला है,कोई मिर्च मसाला लगाकर परोसता है, कोई कड़वाहट के अनुसार तो कोई मिष्ठान रूपी अपने अपने स्वादनुसार परोसता है, कोई आधे अधूरे कच्चा पक्का सा शाब्दिक पकवान परोसता है, इंसानियत की थाली में छप्पन भोग रूपी बनावटीपन के अभिमान रूपी पकवान परोसता है, तो कोई मान सम्मान से ओतप्रोत भावपूर्ण साधारण शाब्दिक पकवान की थाली परोसता है, शब्दों के तीर रूपी पकवान की थाली हर इंसान अपने अपने तरीके से पेश करता है, कोरा काग़ज़ शब्दों के तीर शब्दों के पकवान रूपी तीर #collabwithकोराकाग़ज़ #KKSC38 #शब्दोंकेतीर #विशेषप्रतियोगिता #कोराकाग़ज़
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited
Follow us on social media:
For Best Experience, Download Nojoto