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Lalit Saxena
शिक्षा साहित्य की प्रासंगिकता आज कुछ गंभीरता से उपरोक्त विषय पर लिखने का मन हुआ सो प्रस्तुत है, अपनी राय अनुभव शेयर करे। साहित्य का शाब्दिक अर्थ सहभाव है। सहभाव शब्द और अर्थ के मध्य विद्यमान होता है। साहित्य की परिभाषा इतनी व्यापकता लिए हुए है कि इसमें संपूर्ण मानव जीवन समाहित किया जा सकता है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार ‘जब कि प्रत्येक देश का साहित्य वहाँ की जनता की चित्तवृत्ति का संचित प्रतिबिम्ब होता है, तब यह निश्चित है कि जनता की चित्तवृत्ति के परिवर्तन के साथ-साथ साहित्य के स्वरूप में भी परिवर्तन होता चला जाता है। आदि से अंत तक इन्हीं चित्तवृत्तियों की परंपरा को परखते हुए साहित्य परंपरा के साथ उनका सामंजस्य दिखाना ही ‘साहित्य का इतिहास’ कहलाता है।’ महावीर प्रसाद द्विवेदी ने लिखा है कि ‘ज्ञानराशि के संचित कोश का नाम साहित्य है।’ दोनों विद्वानों की परिभाषाओं को ध्यान में रखकर सामान्य बात जो सामने आती है वह यह है कि सर्वप्रथम तो साहित्य प्रगतिशील होता है और इसके अंतर्गत हमारे समाज से संबंधित महत्वपूर्ण, सूक्ष्म तथा गहन ज्ञान समाहित होता है । इति........ ©Lalit Saxena #साहित्यिक_सहायक
Mahima Jain
नारी का सम्मान जो करते है अपनी ही बहू बेटी का अपमान, वो क्या कर पाएंगे नारी का सम्मान। जो समझते है स्त्री के पर्दा करने में है शान, वो क्या कर पाएंगे नारी का सम्मान। जो मानते है नारी को घर की सज्जा का समान, वो क्या कर पाएंगे नारी का सम्मान।। #नारीकासम्मान #साहित्यिक_सहायक #yqquotes #yqbaba #yqdidi #yqhindi #aestheticthoughts साहित्यिक सहायक
एक इबादत
ऐसे मजा़कों को फिर आप स्वीकार करियें और जिन्दगी को ही मजा़क बना दो...!! #prem #poetry #poem #हिंदी #साहित्यिक_सहायक #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with surendra chauhan
Poonam Suyal
रिश्तों का अंत बन जाती है अनायास जीवन में, ज़हर घोल जाती है खूबसूरत से जहां में, आग लगा जाती है #ritiksheoran #collabwithसाहित्यिक_सहायक #साहित्यिक_सहायक #yqdidi #dharmendrachaudhary #YourQuoteAndMine Collaborating with साहित्यिक सहायक
Insprational Qoute
न खेलो खेल दिलों का,समझो दिल का मोल, जिव्हा ही पहचान कराये, न बोलो ऊँचे बोल। #साहित्यिक_सहायक
Insprational Qoute
काश न कि होती इब्दिता ए इश्क़ की सिफारिश, सच न होती ये खामोशियो व बेताबियों की बारिश। #साहित्यिक_सहायक
Insprational Qoute
***बोलो तुमको कैसे चाहे*** चंद लम्हों की खुशी नही,ताउम्र दिलशाद हो जाये, मिले खुशियां, जीवन में मोद का कोहिनूर मिल जाये, बोलो तुमको कैसे चाहे कि हम बस तेरे क़रीब हो जाये खुदा से मेरी मुराद कि तू बस मेरे नसीब में हो जाये। #साहित्यिक_सहायक
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तेरी आँखों का जादू *************** तेरी आँखों के जादू का ही ये मायाजाल है, उठती जब जब ये नज़रे,मचाती ये बवाल है, नैना तेरे कजरारे है,जिस पर हम दिल हारे है, क्या कहने सनम तेरे जलवे भी बेमिशाल है। #साहित्यिक_सहायक
Insprational Qoute
//तेरी नाराजगी// तेरी नाराज़गी ज्यादा दिन की नही,मुझे एतबार है, सता लो चाहे कितना भी,हर बार तुमसे ही प्यार है, दिल ए मुंतिजर हर दहलीज़ पर बस तेरा इंतजार है, जब भी दिल के दरीचे से झांकूँ, तेरा ही बस दीदार है। #साहित्यिक_सहायक #ritiksheoran #sanjaysheoran #तेरीनाराज़गी
Insprational Qoute
अभावों,वंचितों,अनापूर्ति में जीवन जब , व्याकुलता से कराहता है, न दो जून रोटी,न छत पर साया हो वो फटेहाल गरीबी में पाता है। दोष उनका नही ये सियासी सियासतदानों का ही भाग्यविधाता है, व्यवस्था लचर व ढोंगी नेताओ का असली चेहरा नजर आता है। यह एक मात्र कुमानसिकता जो कि सर्वहारा के हिस्से आता है, हो बेज़ार वो स्वंय अपनी जरूरत को को मारा मारा फिरता है, गरीबी एक नवपरिभाषा जो कि हम मानवों के द्वारा रचा भाग है, यह वो दीमक है जो विकसित को भी विकासशील का देता दाग है, यह एक अभिशाप से कम नही जिसके माथे मांड़ दी वो तिल तिल मरता है, वो बेबस-बेहाल-लाचार रोज़ ही असमानता-रूढ़ियों-भूख से जार जार होता है। #साहित्यिक_सहायक #sanjaysheoran #ritiksheoran #ग़रीबी #yqbaba #yqdidi