Find the Best राजनीतिक_व्यंग Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
SmileyChait
आज के प्राइवेटकरण और ठेकेदारी का दौर चल रहा है साहब .. पहले लोग अंग्रेजों के गुलाम हुआ करते थे और आज अपने ही देश में बड़े-बड़े उद्योगपति कंपनियों के और ठेकेदारों के गुलाम बनते जा रहे हैं और हमारे देश के बड़े-बड़े नेताओं प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री इस देश को प्राइवेट ई करण कर और ठेकेदारों को काम सौंप करकर गरीब बेरोजगार लोगों से बंधुआ मजदूरी करवा रहे हैं और उनकी रोजी-रोटी का हक उनके उनके मेहनताना का हक छीन रहे ना उन्हें कोई अधिकार दिया जा रहा है उन्हें मनमाने ढंग से काम करवाया जा रहा है उनके साथ अत्याचार, उत्पीड़न किया जाता है उन्हें न छुट्टियां दी जाती है और न ही उनके कार्य के हिसाब से सैलरी दी जाती है न ही उनका मेहनताना दिया जाता है और उनसे डरा धमका कर कार्य करवाया जाता है और जब मनचाहा काम करवाया जाता हैं जब जिसे चाहा रख लिया नहीं तो बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है कोई नियम कानून नहीं न तो कोई कार्यवाही लोग मनमाने ढंग से लोगों के साथ अत्याचार कर रहे हैं मजदूरी करवा रहे हैं उत्पीड़न कर रहे हैं उनका मेहनताना नहीं दिया जा रहा है फिर से प्राइवेट ठेकेदारों के गुलाम बनता जा रहा है और हमारे देश के यशश्वी मंत्री नेता और बढ़ावा दे रहे हैं उन्हें उनके समय की कोई कीमत नहीं होती ना ही उनके मेहनत और मजदूरी की कोई कीमत होती है लोग मनमाने ढंग से उन्हें सैलरी और पैसा देते हैं और मनमाने ढंग से उन्हें नौकरी से निकालते हैं या रखते हैं कोई देख नहीं रहा है राजनीतिकरण लोगों की आंखें अंधी कर रखी हैं बड़े-बड़े नेताओं ने हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री ने इस देश को प्राइवेट करण और ठेकेदारों के चक्कर में बड़े लोगों को बड़ा और छोटे लोगों को छोटा गरीब को गरीब और अमीर अमीर बनाने का ठेका ले रखा है वह बहुत ही दुखददयनीय और निरर्थक है जय हिन्द 🇮🇳🙏 ©Smiley Chait #राजनीतिक_व्यंग #राजनीतिकपाखंड #राजनीति #RepublicDay
SmileyChait
आज का विचार... एक आम नागरिक दिन रात मेहनत करके पढाई करते वक्त ना जाने कितने विषयों को घोल कर पीते हैं, अपनी आधी जिंदगी खत्म कर देते हैं। तब जा कर एक सरकार या प्राइवेट नौकरी पाते हैं और हमारे देश के नेता, पीएम, सीएम संसद, विधायक का जलवा देख लो भैया... कोई डिग्री नहीं, कोई पीएचडी नहीं, कोई कॉप्टेटिव परीक्षा नहीं, कोई फिजिकल एजुकेशन इंटरव्यू नहीं, कोई कटऑफ नहीं, कोई मार्क्स की टेंशन, ना रिजल्ट आने की टेंशन, ना सिलेक्शन और कैटेगरी की गलती... और एक सुशिक्षित आईएएस, आईपीएस, डीजीपी डीएसपी कमिश्नर बड़े बड़े अधिकारी इनके आगे पीछे कुत्तो की तरह दौड़ते फिरते हैं भैया... किस्मत और जलवा इसी को कहते हैं जनाब और यहीं हैं हमारे देश की सच्चाई और भविष्य 🤓😎💫🫥🇮🇳🫥 ©Smiley Chait #राजनीतिकपाखंड #राजनीतिक_व्यंग #kitaabein
kumaarkikalamse
वो सब के सब अपने हैं, वो सब के सब पराये हैं, राजनीति खेल है पेचीदा, आज नेता यही सिखाये हैं! #kumaarsthought #kumaar2020 #kumaar2020_82_366 #नेता #राजनीतिक_व्यंग #राजनीति_का_खेल_है_सारा
Ashok Mangal
राजनीति की हक़ीक़त यही, यही राज का व्यवहार है । जनता मालिक नाम की, लाठी की सरकार है ।। जब से बाबू विधायक बने उनके घर के सब सीना तान खड़े जो बारहवीं में चार बार फेल रहें वो पांचवीं बार सरकारी डाक्टर बने जिसको ना आता था जोड़ घटाना इंजीनियर वो बन गए ,हाथ जोड़े खड़े हैं जनता जमाना उनके घर का हल हम रहे आंखों देखे कुछ ना था जिनके घर में
Ashok Mangal
जित्ती जनता समझ के वोट करती, उससे ज्यादा प्रत्यक्ष परोक्ष लाभ लेके वोट करती । इसी कारण चुने हुओं में छंटे हुओं की, भरमार देखने को मिलती ।। #राजनीतिक_व्यंग #YourQuoteAndMine Collaborating with
sanjay sheoran
सियासत के लिये रिझाना है , बाद मरे ये ज़माना है...$$!! #राजनीतिक_व्यंग #YourQuoteAndMine Collaborating with Vipulchandra Parmar #yqdidi #aestheticthoughts #life #lifelessons #sheoranshayari keerti srivastava
Jai Gupta
आपसी राजनीति का तालमेल हो वैसे सियासत खेल हो जैसे बिके नेता चंद अमीरों के पीछे तो कुछ बिके कुर्सी के पीछे कहीं का ताना बाना कही पर जोड़ा हो जैसे खुद हो गए है भगवान ओर जनता हो गई लाचार जैसे सही कहा सियासत खेल हो जैसे शतरंज की चाल को खेले है ऐसे जैसे सब हो वजीर ना बने कोई प्यादा ना बनने पाए कोई राजा सियासत खेल हो जैसे करे वादे उस सफेद पोशाक में ऐसे जैसे सच्चे देशभक्त हो इस देश के कोन जाने कितनी कुकर्मियता है उस सफेद पोशाक के पीछे सही कहा सियासत खेल हो जैसे✍️✍️ मेरी कलम✍️✍️ सियासत अजीब ग़रीब खेल है, समझ में ही नहीं आता। जनता हर बार ताली पीट रही होती है। आप क्या सोचते हैं। लिखें। #सियासत #politics #collab
Dr Jayanti Pandey
गलत को सही कहते कहते सही ही गलत हो गया है हर सही पर हंगामा है गलत पर नेता सो गया है। कुर्सी की ऐसी बेचैनी है मुद्दा तो बस सीढ़ी है तरह तरह से बांट रहे हैं देश की जड़ें काट रहे हैं। बरसाती मेंढकों सा शोर है चुनाव का मौसम हर ओर है अगली कई पीढ़ियों की फ़िक्र में नेताओं का दौरों पर ज़ोर है। रंगे सियार हैं, जान लिया है आवाज़ से पहचान लिया है चाहे जितना ज़ोर लगा लें इनको लड्डू नहीं बंटने वाले। #राजनीति की माया धूप में छाया.... #राजनीतिक_व्यंग #yqdidi #yqhindipoetry #jayakikalamse