Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best मुहावरेवालीरचना_192 Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best मुहावरेवालीरचना_192 Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about192 pixel images of love quotes, sivakarthikeyan images with quotes in 192 pixels, love images of 192 pixels, 192 pixel images of love, love images more than 192 pixels,

  • 2 Followers
  • 2 Stories

Dr Upama Singh

♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_192 👉 इंसानियत को दाग़दार करना मुहावरे का अर्थ --- इंसानियत के खिलाफ कोई काम करना। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।

read more
इंसानियत अब बची कहां है
हर चौराहे पर खड़े हैं उसका जिस्म नोचने
क्या उनकी जननी मां नही है
क्या वो इज्जत लाज नहीं रखते राखी की
क्या वो नहीं करते अपनी बेटी का कन्यापूजन या कन्यादान जो होती हैं ईश्वर की वरदान
जिस्म क्या रूह को भी छलनी कर देते है
जिस्म रूह को घायल कर चौराहे पर फेंक देते हैं
फिर कहां से इतनी हिम्मत आ जाती
खिलवाड़ उसके संग करने की
क्या उनकी रूह नहीं कांपता ऐसा करने से
क्या वो एक सिर्फ वस्तु है या एक इंसान
तेरी ये हरकत देख खुदा भी हो होगा शर्मसार
यहां हर नारी एक देवी जहां हर नारी  हैं जाती पूजी।
 ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_192 

👉 इंसानियत को दाग़दार करना मुहावरे का अर्थ --- इंसानियत के खिलाफ कोई काम करना। 

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।

DR. SANJU TRIPATHI

♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_192 👉 इंसानियत को दाग़दार करना मुहावरे का अर्थ --- इंसानियत के खिलाफ कोई काम करना। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।

read more


दुनियांँ के हर कोने में रोज न जाने कितनी 
ही बहू, बेटियों की आबरू लुटती रहती है।
होती हैं बेशर्मी और दरिंदगी की हदें पार
तब होने लगती है सारी इंसानियत शर्मसार।

इंसान बनके करते हैं इंसानियत को दागदार
इंसानियत और रिश्ते भूल दुष्कर्म करते हैं।
जाने कैसे हो जाते हैं इतने दरिंदे कि किसी 
मजबूर, लाचार की आवाज न सुन पाते हैं।

कहीं भी सुरक्षित नहीं है बहू बेटियां हर दम 
ही अनजाने डर के साये में जीती रहती हैं।
शर्मसार इंसानियत को करते जरा सी मौज
मस्ती खातिर इज्जत को कौड़ियों में तौलते।

बलात्कार जैसी घिनौनी घटनाओं पर अंकुश
लगा रोकने के कठोरतम प्रयास करने होंगे।
बलात्कारियों और इंसानियत को दागदार
 करने वालों को सरेआम फांसी चढ़ाना होगा।

बहुत बना लिये कागजी, खोखले, दिखावटी 
खानापूर्ति करने वाले कानून और नियम।
नियमों का सख्ती से हकीकत में पालन कर
नयी निर्भया, प्रियंका बनाने से रोकने होगा। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_192 

👉 इंसानियत को दाग़दार करना मुहावरे का अर्थ --- इंसानियत के खिलाफ कोई काम करना। 

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile