Find the Best मनोज Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutमनोज कुशवाहा के नाम से शायरी डाउनलोड व्हाट्सएप, बटकी में बासी और चुटकी मनोज, मनोज ज्ञानात्मक का अर्थ, मनोज मुंतशिर शायरी, भोजपुरी शायरी मनोज कुमार विषैला,
Manojkumar Srivastava
White ये दूरियां भी मंजूर है मुझे, गर यादो में मुझे बसा लो तुम 🦋🐅 #मनोज कुमार श्रीवास्तव✧( ©Manojkumar Srivastava #mango #शेरो_शायरी शायरी#
#mango #शेरो_शायरी शायरी#
read moreArjun dheer writer
Kumar Manoj Naveen
***मान.प्रधानमंत्री जी का संदेश*** कोरोना वायरस से बचाव, दुरी बनाना एकमात्र उपाय, प्रधानमन्त्री का सुझाव, 22मार्च को घर में रहा जाय, हमको मानना है मेरे भाई, सुबह सात से रात्रि के नौ तक, घर में ही करेंगे इनज्वाय, साफ-सफाई, का करेंगे उपाय, हाथ धोकर, करो,ना बाय-बाय। ***कुमार मनोज (नवीन) *** #कोरोना संदेश #मनोज#
Kumar Manoj Naveen
पृथ्वी, सूरज ,चाँद-सितारे, सब वही है, आज का इंसान अब वो नहीं है। मौसम ,दिन-रात ,समय से बदलते है, इंसान कभी भी बदल जाता है। जानवरों का भी खाना तय है, इंसान कुछ भी खा सकता है। हवा, पानी दोनों जीवन देना नहीं भूलते, आदमी स्वार्थ में जीवन ले लेता है। पेड़ पौधे फल फूल छाया देने में भेदभाव नहीं करते, आदमी जात धर्म क्षेत्रों के आधार पर अक्सर भेदभाव करता है। आज के युग में आदमी ही एकमात्र प्रकृति के नियमो का अनुसरण नहीं कर रहा है, इसी कारण पृथ्वी पर नित नयी बिपदाएं असंख्य रूप में आ रही हैं। प्रकृति के नियमों का अनुसरण करें। ***कुमार मनोज (नवीन) *** #प्रकृति का अनुसरण #मनोज#
Kumar Manoj Naveen
सदियां गुजार दी हमने इंतज़ार में, सितमगर ने हाल भी ना पूछा.... इससे तो रकीब ही अच्छा था, जो दुश्मनी के काबिल तो समझा..... कुमार मनोज (नवीन) #सितमगर #मनोज
Kumar Manoj Naveen
अंग्रेजी में कहते हैं -कोरोना, हिन्दी में बोलूं -करो, ना बंगाली में आमी कोरबो ना, गुजराती- ना करूं छू, भोजपुरी -अरे ना करब रे, ***कुमार मनोज (नवीन) *** #हास्य कोरोना #मनोज
Kumar Manoj Naveen
ज़िन्दगी से थी तमन्ना, हमसफ़र मिले, बदनसीबी बस साथ ही मिला, खुशनसीबी से दूर -दूर तक नहीं नाता , ख्वाहिशें रही अधूरी, मुकम्मल प्यार ना मिला। ***कुमार मनोज (नवीन) *** #International_Ask_A_Question_Day#मनोज
Kumar Manoj Naveen
***बेटियाँ*** अंधकार में धूप की उजली किरण हैं बेटियाँ , सूखे में बारिश की अहसास हैं बेटियाँ , ठंढी में आलाव की अनुभूति हैं बेटियाँ, गर्मी में शीतल बयार हैं बेटियाँ , अंधे को जैसे आंँख का उपहार हैं बेटियाँ , माँ बाप की तो जैसे संसार हैं बेटियाँ, घर-बार का तो श्रृंगार हैं बेटियाँ , पुरुष हैं संसार में तो जिम्मेदार हैं बेटियाँ , बदलती दुनिया में हर चुनौती के लिए तैयार हैं बेटियाँ , त्याग में सीता, तो दुर्गा की अवतार भी हैं बेटियाँ ममता का मानो भंडार ,पर समय पड़े तो जलता हुआ अंगार हैं बेटियाँ, बेटियों को बस्तु समझने वालों सुनो,कभी बेटियों के बाप तो बनो, इस धरती पर साक्षात देवी का अवतार है बेटियाँ। ***कुमार मनोज (नवीन) *** #बेटियाँ #मनोज#