Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best बेटियाँ Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best बेटियाँ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutबेटियाँ पर कविता,

  • 241 Followers
  • 427 Stories

Saurabh Tiwari

#बेटियाँ sad status in hindi

read more
Unsplash  है तमन्ना मेरी , कि घर में एक बेटी हो,
पर दूसरो की विदाई देखकर सहम सा जाता हु।

उस माता पिता का दिल तो देखो साहब,
जिसने नाजों से पालकर एक ही पल में उससे जुदा हो गई।

जहां रहे खुश रहे यही कहते कहते विदा हो जाती है,
फिर अपना घर छोड़कर दूसरों के घर की रौनक बन जाती है।

©Saurabh Tiwari #बेटियाँ   sad status in hindi

Poetrywithakanksha9

#moon_day poetry lovers hindi poetry on life poetry deep poetry in urdu poetry quotes

read more
White .                      #बेटियाँ               
   

बेटियाँ चावल उछाल
बिना पलटे,
महावर लगे कदमों से विदा हो जाती हैं ।

छोड़ जाती है बुक शेल्फ में,
कवर पर अपना नाम लिखी किताबें ।
दीवार पर टंगी खूबसूरत आइल पेंटिंग के 
एक कोने पर लिखा अपना नाम ।
खामोशी से नर्म एहसासों की निशानियां,
छोड़ जाती है ......
बेटियाँ विदा हो जाती हैं ।

रसोई में नए फैशन की क्राकरी खरीद,
अपने पसंद की सलीके से बैठक सजा,
अलमारियों में आउट डेटेड ड्रेस छोड़,
तमाम नयी खरीदादारी सूटकेस में ले,
मन आँगन की तुलसी में दबा जाती हैं ...
बेटियाँ विदा हो जाती हैं।

सूने सूने कमरों में उनका स्पर्श,
पूजा घर की रंगोली में उंगलियों की महक,
बिरहन दीवारों पर बचपन की निशानियाँ,
घर आँगन पनीली आँखों में भर,
महावर लगे पैरों से दहलीज़ लांघ जाती है...

बेटियाँ चावल उछाल विदा हो जाती हैं ।

एल्बम में अपनी मुस्कुराती तस्वीरें ,
कुछ धूल लगे मैडल और कप ,
आँगन में गेंदे की क्यारियाँ उसकी निशानी,
गुड़ियों को पहनाकर एक साड़ी पुरानी,
उदास खिलौने आले में औंधे मुँह लुढ़के,
घर भर में वीरानी घोल जाती हैं ....

बेटियाँ चावल उछाल विदा हो जाती हैं।

टी वी पर शादी की सी डी देखते देखते,
पापा हट जाते जब जब विदाई आती है।
सारा बचपन अपने तकिये के अंदर दबा,
जिम्मेदारी की चुनर ओढ़ चली जाती हैं ।
बेटियाँ चावल उछाल बिना पलटे विदा हो जाती 
हैं ।

(#बेटियों_को_समर्पित)

©Poetrywithakanksha9 #moon_day  poetry lovers hindi poetry on life poetry deep poetry in urdu poetry quotes

Devesh Dixit

#बेटियाँ #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry बेटियाँ (दोहे) लाड लड़ाती बेटियाँ, लाती हैं मुस्कान। तुतला कर जब बोलतीं, लगती तब नादान।। बात बड़ों सी वो करें, रखतीं सबका ध्यान।

read more

Andy Mann

Binay Kumar Shukla

Devesh Dixit

#बेटियाँ #दोहे #nojotohindi बेटियाँ (दोहे) लाड लड़ाती बेटियाँ, लाती हैं मुस्कान। तुतला कर जब बोलतीं, लगती तब नादान।। बात बड़ों सी वो करें, रखतीं सबका ध्यान।

read more

Ambika Mallik

#बेटियाँ Sethi Ji अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर Bhavana kmishra Anil Ray Kirti Pandey Umme Habiba meri_diary(R*) Zero_ Artimaurya poonam atrey Mohan raj Ashtvinayak Mili Saha Lalit Saxena Poonam Suyal somveer Ashtvinayak Mili Saha Lalit Saxena Poonam Suyal somveer gaTTubaba Gulshan_Dwivedi वंदना .... Yogita Agarwal Raj Guru Bhardwaj Only Budana Subhash Chandra Rakesh Srivastava AD Grk MIND TALK Ambika Jha Singh Rajnish anudeep Akshita Maurya Kamalakanta Jena (KK) Savita Suman A

read more

अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "

Nilam Agarwalla

#बेटियाँ मंजू गुप्ता

read more

Neeraj kumar Agarwal chandausi u.p

सच देश की बेटियां सड़क पर चल रही हैं।                                                                                                               सोच समझ के साथ पढ़ बढ़ रही है।                                                            बस आधुनिक समय के फैशन समझ रही है।                                                                                                            मन भावों में झूठ कहीं सोच रही है।                                                                                माता पिता और भाई को बहाने दे रही है।                                                                                    सच अपनी समझदारी ना समझ रही है।                                                                                                                      सच बच्चों की गलती भूलाई जाती हैं।                                                                                                         एक उम्र और नासमझी से ग़लती हो जाती है।                                                                                                       बस जिस माता पिता ने जन्म दिया हमको है।                                                                                       हमने न बात उनकी समझ रहे हैं।
 सच यही बेटियां सड़क पर कट रही है।                                                                                                                                                               सच समाज और सोच  हम सबकी  ही तो है।                                                                                 बस नासमझी हम सब जानते है।                                                                           हां तुम नारी शक्ति सभी मानते हैं।                                                                  बस सोच और दृढ़ निश्चय होते हैं।                                                                सब दोषी सजा तो पा ही जाते है।                                                                                           बस बेटियां खो गई तब हमें भी सजा हो जाती है।                                                     आओ सोच समझ कर कदम उठाते हैं।                                                            हम सभी बेटियां आज सोच समझ हिन्दू हिन्दूत्व बनाती हैं। 
                                                                            
 *नीरज अग्रवाल चंदौसी उप्र*है

©Neeraj Agarwal #बेटियाँ
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile