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Niranjana Verma

#Trending #viral #reelsmotivation #नीड़ का निर्माण 🙏🙏 #विचार

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Preeti Karn

#नीड़ का निर्माण #मजबूरी #yqhindiquotes Sandeepji कभी कभी सोच भी आपस में गुफ्तगू कर लेते हैं

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जेठ की एक दोपहर
प्यास से सूखे अधर
नीड़ के निर्माण की
गाथाएं लिखता
बाध्यता भूख की
पांव के छालों से कैसे हारती
दो निवाले के लिए
सौ बार मन को मारती
दोपहर की आंच से
मुश्किल बहुत था जूझना
आंखों में आशाएं और
उम्मीद की कुछ राहतें
डूबते दिनमान  के संग
सांझ की बस चाहतें
सर पर न कोई साया हो
चांद बस घर आया हो
शिथिल पड़ते तन
संतृप्त क्षुधा
उल्लसित जीवन...
                         प्रीति
 #नीड़  का निर्माण   #मजबूरी
#yqhindiquotes  
Sandeepji कभी कभी सोच भी आपस में गुफ्तगू कर लेते हैं

Krishnlata Krishna

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लाखों चेहरें थे,
इस दुनियां की भीड़ में!
ढूँढने की चाह
ज़रा भी नहीं थी मुझमें
और न ही कभी ढूँढा मैंने
उस नीड़ को!
एक अनजान राह पर,
यूं ,
किसी अनजान नीड़ को!
अनजाने में
मैं अपना समझ बैठूँगी!
आश्चर्य से भर देने वाला,
एक
वास्तविक एहसास था!
कुछ ख़ामिया जरूर थी,
उस कोटर के वासी की,
न जाने क्यों,
मुझे वो खामियां भी
खूबियां लगने लगी थी!
एक आशा जो,
मुझमें हर वक्त बनी रहती है
हर वो ख़ामी,
जो कभी-कभी थोड़ा सा दुखी कर देती हैं!
कभी न कभी उसकी बहुत बड़ी 
खूबी बन ही जाएगी!!

Amitesh S. Anand

कब बदले स्वर
आहट भी नहीं...... 
और 
अहाते से 
कोई ले उड़ा संवेदना । 

यकीनन, 
ये स्वर उसके ही रहे होंगे
जिसने वेग दिये संवेगों के । 
दिये उतार-चढाव संवेदों के । 
भंगिमायें वही रहीं 
जो पहले कभी थी ही नहीं । 
जिसने भौंचक किया नहीं । 

आह..... 
ये कौन नीड़ बसा गया 
बसे नीड़ उजाड़कर  ! 
ये कौन धूल हटा गया 
चट्टानी धूल उखाड़कर  ! 
बेचैनी रही अशेष । 

सुनी सब कानों ने 
बात एक ही...... 
कि एक आदम की औलाद हैं हम
अपने हितों के ही फौलाद हैं हम
कोई एक बात ही 
मुकम्मल है हम सभी में
उसी के ...... 
हिरण्यकश्यप और प्रहलाद हैं हम । 

और एक बात 
जो हर समझ को समझाई गई
 वही तो रखे थी अनेक
और एक रोज कर दिया एलान..... 
हर टुकड़ा टुकड़ा आदमी औरत को
एक सूत्र में बांधकर  , 
बहला दिया बच्चे सा 
दे स्वप्निल सुर्ख गुलाब 
अन्न,अमन,रोशनी,रोजगार 
.....अनगिन सुविधाओं के ।


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