Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best मरुस्थल Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best मरुस्थल Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about मरुस्थल का क्या अर्थ है, मरुस्थल के पर्यायवाची, स्थित मरुस्थल का नाम, पेटागोनिया का मरुस्थल, मरुस्थल का हिंदी अर्थ,

  • 12 Followers
  • 19 Stories
    PopularLatestVideo

Amit Prem "AkR"

mute video

'मनु' poetry -ek-khayaal

mute video

Rabindra Kumar Ram

" उसके आंखों ने क्या तरकिफ निकली है , मुझे विरान मरुस्थल सा प्यासा रखने का , खुद तो दरिया हैं लहरों पे लहर लेती है , भिगोती हैं मेंरे साहिल को मुझे प्यासा छोड़ जाती है . " --- रबिन्द्र राम #तरकिफ #मरुस्थल #प्यासा #दरिया #लहर

read more
" उसके आंखों ने क्या तरकिफ निकली है , 
मुझे विरान मरुस्थल सा प्यासा रखने का , 
खुद तो दरिया हैं लहरों पे लहर लेती है ,
भिगोती हैं मेंरे साहिल को मुझे प्यासा छोड़ जाती है . " 

                              --- रबिन्द्र राम " उसके आंखों ने क्या तरकिफ निकली है , 
मुझे विरान मरुस्थल सा प्यासा रखने का , 
खुद तो दरिया हैं लहरों पे लहर लेती है ,
भिगोती हैं मेंरे साहिल को मुझे प्यासा छोड़ जाती है . " 

                              --- रबिन्द्र राम 

#तरकिफ #मरुस्थल #प्यासा #दरिया #लहर

अविनाश कुमार

प्रतीक्षा प्रेम की पूंजी है, मगर कभी-कभी हद से ज्यादा बढ़ जाने पर इंतज़ार का यही खूबसूरत फूल लगने लगता है नागफनी। . #yqdidi #Hindi love #इंतज़ार #मरुस्थल #प्रेम #1909avinash

read more
"मरुस्थल"
प्रमाण है
इस बात का
कि अत्यधिक इंतज़ार, 
उपेक्षा और तिरस्कार से 
सूख जाता है कभी न
ख़त्म होने वाला
अथाह प्रेम का दरिया, 
और चट्टान की तरह
शुष्क और सख़्त 
बन जाते हैं,
कभी पानी से रहे
सरल, स्वछन्द
प्रेमी । प्रतीक्षा प्रेम की पूंजी है, मगर कभी-कभी हद से ज्यादा बढ़ जाने पर इंतज़ार का यही खूबसूरत फूल लगने लगता है नागफनी।
.
#yqdidi #hindi #love #इंतज़ार #मरुस्थल #प्रेम #1909avinash

अविनाश पाल 'शून्य'

उसकी आँखों में देखा है इश्क का समुन्दर मैंने
जिसपे आरोप है कि भावों का मरुस्थल है वो। #शून्य #इश्क़  #समुंदर  #पावन_प्रेम
#पवित्ररिश्ता #मरुस्थल #योरकोट_दीदी #योरकोटऔरमैं

'मनु' poetry -ek-khayaal

mute video

Sangeeta singh

मैं और तुम डॉ उमाकांत अग्निहोत्री द्वारा रचित कविता #मैंऔरतुम #मरुस्थल #पेड़ #फूल #रक्तिमपुष्प #तरसेंगी #poem

read more
mute video

-Kumar Kishan Krishan Kr. Gautam

❤️हृदय के मरुस्थल मे
ये कैसा बीज बोया है
कुछ तो उमड़ रहा,
इस जलती तपती रेत में
कुछ तो कल्प रहा,
भवरें इसपे आ रहे
पुष्प कोई तो खिल रहा
हृदय के मरुस्थल में
ये कैसा बीज बोया है।
माली बन रहे हो तो
तोड़ बेच आना मत,
तेज़ चलती धूप में
मुझको मुरझाना मत,
तोड़ना गर कभी तो
तोड़ निज रख लेना,
लेकर गर जाना तो
छोड़ के न आना मत,
हृदय के मरुस्थल में
ये कैसा बीज बोया है।

#कुमार किशन #बीज

सुमित शर्मा

#DCF

read more
वेदनाओं के भँवर में 
           घूमता अक्सर रहा मैं
किंतु ये मालूम था कि
               वेदनाएँ मुक्त होंगी
और फिर किसलय खिलेंगी

अपेक्षाओं के जगत में
               संभाव्यता भी खत्म थी
किंतु ये मालूम था कि
                   उपेक्षाएं मुक्त होंगी
और फिर किसलय खिलेंगी

वे छण अभी तक याद है
                जब पाँव मेरे दग्ध थे
किंतु ये मालूम था कि
               वे मरुस्थल मुक्त होंगी
और  फिर किसलय खिलेंगी

मैं ही विष था,मैं मरुस्थल
               मैं ही खुद का शत्रु था
किंतु ये मालूम था कि
              ये शत्रुता भी मुक्त होगी
और फिर किसलय खिलेंगी||

😊 मुस्कुराते रहिए 😊
        
✍️ सुमित #DCF

Usha Dravid Bhatt

अतृप्ता की तलाश #कविता

read more
कैसी ये प्यास है किसकी तलाश है? 
कभी न खत्म होने वाली ये तलाश,
अन्तश् के किसी कौने में सिमटी हुई ,
असीमित दर्दीली चुभन,
आकार इस अनन्त फैले मरुस्थल की तरह,
न मिटती है न थकती है ना ही विस्मृति की ओर ले जाती है ,
बता नहीं  सकता ये मन , 
वह उस तड़प  से  हृदय के चित्कार पर  विराम नहीं  सह सकता 
वह तलाश ,वह दर्द ,वह अतृप्त   प्यास 
तपती रेत में , एक  पग को सौ - सौ पगों से नापते हुए 
एक बीतराग अपने ही उस अनमोल रत्न को  तलाश करने निकला इस  विशाल फैली मरु भूमि में ,
थरथराते  पग धराता , तलाशता उसे ,
जिसे कस्तूरी की तरह  उर में बसा के रखा है 
जानते हो क्यूं  ,
क्योंकि उसने  इस जर्जर मरुस्थल को ,
दो बूंद अमृत  पिलायी थी ,
फिर से उस अमृत की चाह में 
मेरी विदीर्ण  काया  भटक रही है 
कभी न खत्म होने वाली  तलाश में ।
ये मेरी  असीमित  अतृप्त प्यास
कभी न मिलने वाले  हिरण की तलाश ।। अतृप्ता की तलाश
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile