Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best युग Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best युग Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutद्विवेदी युग के लेखक कौन है, द्विवेदी युग के साहित्यकार कौन है, द्विवेदी युग का महाकाव्य है, युगीन क्या है, मेटरनिख युग क्या है,

  • 113 Followers
  • 618 Stories

Manojkumar Srivastava

#सनातनधर्म #युग जय श्री राम

read more
शुभ रात्रि मित्रो

©Manojkumar Srivastava #सनातनधर्म 
 #युग  जय श्री राम

वंदना ....

Ajay Tanwar Mehrana

#योग #युग #का या स्वयं का

read more
प्रेम योगी हैं बहुत कम 
बिना इनके पड़े अकाल
 योग करने का नहीं दम
इसलिए है जिस्म जाल ।

योग युग का या स्वयं का
बन गया अद्भुत कमाल ,
 योग मेरा और तुम्हारा 
बन रहा प्रतिपल मिशाल ।

प्रेम भोगी हैं बहुत सारे 
जो भोगें गम मलाल ,
जिन्हें प्रिय हैं खूबसूरत 
शक्ल और गुलाबी गाल ।

बिना प्रेम भोगे गले ना 
किसी की नौजवां दाल
इसलिए सदियों से चलती 
आ रही प्रिय प्रेम चाल ।

इस मिलन का योग है 
भोग में निश्चित दलाल ,
योग युग का या स्वयं का 
बन गया अद्भुत कमाल ।
.

©Ajay Tanwar Mehrana #योग #युग #का या स्वयं का

Vinod Mishra

#विनोद मिश्र #मोदी #युग #पुरुष मोटिवेशन

read more

शब्दों के जादूगर

Amit Singhal "Aseemit"

#युग

read more

अदनासा-

Ghumnam Gautam

Mukesh Poonia

#युग कोई भी हो #कदर... हमेशा #सच्चाई और #अच्छाई की होती है

read more

Biikrmjet Sing

#युग

read more
सतयुग सत त्रेता यगी द्वापर पूजाचार।। तीनो जुग तीनों दिड़े कल केवल नाम आधार।। 2. भगत जुगत मत सर करी भृम बंदन काट बिकार।। 3. उनमन मन मन ही मिले छुटकत बजर कपाट।।

अर्थ:- सतयुग में सत्य त्रेता में यज्ञ व द्वापर में पूजा अर्चना का समय था।। तीनो युग के यह क्रम दृड़ थे और कलयुग में केवल निराकार प्रकाश को नेत्रों से निहारना यानी नाम धयाना ही मन का आधार है।। 2. भगती क्या है? वह है जुगती यानी एकदृष्ट करके मन की मत चोड़ कर गुर यानी निराकार की मत लेना जिससे सारी जगत की मत मन जीत लेता है और खुद को शरीर समझने का भान छोड़ खुद को प्रकाश स्वरूप मन समझता है और उस मन के बंधन ओर विकार काटे जाते हैं।। 3. उनमन यानी उस निराकार में चौथे पद में मन समा जाता है और उसकी दृष्टि के आगे पड़ा भृम का पर्दा यानी वज्र कपाट खुल जाता है निराकार यानी गुर के ज्ञान द्वारा।।

©Biikrmjet Sing #युग
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile