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paras Dlonelystar
White भाषा बूंदों की,किसे, पता चले पत्ते, वहीं गिरे, जिधर,हवा चले कोई मौसम जिसे,बदल,जाए घटा जख्म वहीं बने,जहाँ, दवा मिले की,रीत सदियों की ये,प्रीत,बेखबर दुआ करे ये दिल,फकत, खुदा मिले ©paras Dlonelystar #parasd #nojotoLove #फकत #खुदा #दिल shayari on love
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read moreRabindra Kumar Ram
" फिर कहाँ तेरी तलाश करते हम, मुहब्बत की बात थी और क्या बात करते हम, रेजा - रेजा ये एहसास आह भरता रहा, फकत तुम्हें इस बात का अदांजा ना हुआ. " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " फिर कहाँ तेरी तलाश करते हम, मुहब्बत की बात थी और क्या बात करते हम, रेजा - रेजा ये एहसास आह भरता रहा, फकत तुम्हें इस बात का अदांजा ना हुआ. " --- रबिन्द्र राम #तलाश #मुहब्बत #रेजा #एहसास
Shubham Bhardwaj
उसमें राजा महाराजाओं की झलक देखी है। दिन-रात में सिमटी मोहब्बत फकत देखी है।। ©Shubham Bhardwaj #उसमें #राजा #महाराज #की #झलक #देखा #फकत #हैं
आँचल सिंह
इंतजार का जिक्र कहीं ना भी दिखे, लेकिन उम्मीद के रिश्तों में फिक्र, कहीं ना कहीं, जरुर छिपी होती है... ©आँचल सिंह #Likho #सफरखामोशी का . . . . #जिक्र #फकत
#Likho #सफरखामोशी का . . . . #जिक्र #फकत #सस्पेंस
read moreRabindra Kumar Ram
" फकत ये एहसास तुम ही हो की कोई मसला समझ नहीं आ रहा , आखिर कौन सी बात इतनी नागवार मुझको गुजर रहा . " --- रबिन्द्र राम " फकत ये एहसास तुम ही हो की कोई मसला समझ नहीं आ रहा , आखिर कौन सी बात इतनी नागवार मुझको गुजर रहा . " --- रबिन्द्र राम #फकत #एहसास #मसला #नागवार
Rabindra Kumar Ram
" वो हैं कि नहीं किसकी तलाश कर रहे , फकत ये ही तेरा हर बार नागवार गुजरा है , लिखे क्या और लिखा जाये तेरी मौजूदगी तो है , इन अजनबी चेहरों में तेरा कहीं अक्ष नहीं मिलता ." --- रबिन्द्र राम Pic : pexels.com " वो हैं कि नहीं किसकी तलाश कर रहे , फकत ये ही तेरा हर बार नागवार गुजरा है , लिखे क्या और लिखा जाये तेरी मौजूदगी तो है , इन अजनबी चेहरों में तेरा कहीं अक्ष नहीं मिलता ." --- रबिन्द्र राम
Pic : pexels.com " वो हैं कि नहीं किसकी तलाश कर रहे , फकत ये ही तेरा हर बार नागवार गुजरा है , लिखे क्या और लिखा जाये तेरी मौजूदगी तो है , इन अजनबी चेहरों में तेरा कहीं अक्ष नहीं मिलता ." --- रबिन्द्र राम #चेहरा
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" फकत तुझे भी कुछ एहसास हो तो सही , तेरे - मेरे बातों में कुछ बात हो तो सही , लिये हाल दिल का तेरी बेरुखी सामना कब तक करें , मेरे उल्फत का अंदाजा तुझे भी कुछ हो तो सही . " --- रबिन्द्र राम— % & Pic : pexels.com " फकत तुझे भी कुछ एहसास हो तो सही , तेरे - मेरे बातों में कुछ बात हो तो सही , लिये हाल दिल का तेरी बेरुखी सामना कब तक करें , मेरे उल्फत का अंदाजा तुझे भी कुछ हो तो सही . " --- रबिन्द्र राम
Pic : pexels.com " फकत तुझे भी कुछ एहसास हो तो सही , तेरे - मेरे बातों में कुछ बात हो तो सही , लिये हाल दिल का तेरी बेरुखी सामना कब तक करें , मेरे उल्फत का अंदाजा तुझे भी कुछ हो तो सही . " --- रबिन्द्र राम
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" फकत तुझे कुछ एहसास हो तो सही , यूं ही खाली आरमान लिये तेरे गलियों से फिरेंगे , बात तब समझ में आये जब इस बात को तुम समझो , यूं ही खाली बेख्याली लिए तेरे गलियों से कब तक फिरेंगे . " --- रबिन्द्र राम— % & Pic : pexels.com " फकत तुझे कुछ एहसास हो तो सही , यूं ही खाली आरमान लिये तेरे गलियों से फिरेंगे , बात तब समझ में आये जब इस बात को तुम समझो , यूं ही खाली बेख्याली लिए तेरे गलियों से कब तक फिरेंगे . " --- रबिन्द्र राम
Pic : pexels.com " फकत तुझे कुछ एहसास हो तो सही , यूं ही खाली आरमान लिये तेरे गलियों से फिरेंगे , बात तब समझ में आये जब इस बात को तुम समझो , यूं ही खाली बेख्याली लिए तेरे गलियों से कब तक फिरेंगे . " --- रबिन्द्र राम
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" फकत तुझे कुछ एहसास हो भी तो सही , मैंने खुद की बात तुझसे किस कदर की , ले चल ना सही मुझको तु अब अपने साथ , हमसफ़र अब तेरे साथ होना बात की बात है , अब मैं इन इरादो को तुझपे जाहिर कैसे करु अब भला , मुझे तेरे साथ मुसाफ़िर होना भी जायज लगेगा ." --- रबिन्द्र राम " फकत तुझे कुछ एहसास हो भी तो सही , मैंने खुद की बात तुझसे किस कदर की , ले चल ना सही मुझको तु अब अपने साथ , हमसफ़र अब तेरे साथ होना बात की बात है , अब मैं इन इरादो को तुझपे जाहिर कैसे करु अब भला , मुझे तेरे साथ मुसाफ़िर होना भी जायज लगेगा ." --- रबिन्द्र राम
" फकत तुझे कुछ एहसास हो भी तो सही , मैंने खुद की बात तुझसे किस कदर की , ले चल ना सही मुझको तु अब अपने साथ , हमसफ़र अब तेरे साथ होना बात की बात है , अब मैं इन इरादो को तुझपे जाहिर कैसे करु अब भला , मुझे तेरे साथ मुसाफ़िर होना भी जायज लगेगा ." --- रबिन्द्र राम #जायज़
read moreA.A.Mangwana
#फकत -ए-चांद तु इतना कर दे #या तो तु ज़मीं पर आजा या फिर हमें अपने पास बुला ले।। 😊😊 ©A.A.Mangwana