Find the Best कसक Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutउठती है कसक आजा दिल करे, उठती है कसक दिल, लम्हों की कसक साथ तो होगी, उठती है कसक आजा गाना, कसक का मतलब,
Andy Mann
दर्द बन कर दिल में छुपा कौन है रह रह कर इसमें चुभता कौन है... एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना देखते है इस बार पहले टूटता कौन है.... ©Andy Mann #कसक
R K Mishra " सूर्य "
कुछ राहत ज़रूर मिलती है अश्क बह जानें के बाद लेकिन कसक नहीं जाती मौका निकल जानें के बाद दर्द की तासीर भी ज़ख्मी होकर हिलोरे मारती है यादें तो मिटती नही "सूर्य" लाख समझाने के बाद ©R K Mishra " सूर्य " #कसक भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन एक अजनबी Sethi Ji Dikesh Kanani (Vvipdikesh) Kanchan Pathak
#कसक भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन एक अजनबी Sethi Ji Dikesh Kanani (Vvipdikesh) Kanchan Pathak
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तिरा शौहर मिरा हक़ मार गया, हश्र के रोज़ में उसका गिरेबान पकडूँगा ©Andy Mann #कसक
parul yadav
"कभी तो आओ मिलने ..जब तक बागों में बहार है , इंतजार है तुम्हारे आने का और दिल बेकरार है .. अभी तो फूलो में महक बाकी है ..... हर कौतूहल से दूर पंछियो की चहक बाकी है .., आँखे भी निहारती है राहों को .. इनको भी सुकून की कसक अभी बाकी है .. कभी तो आओ मिलने .....❤️ ©Parul Yadav #Mulaayam #कभी_तो_आओ_मिलने #इंतजार_तेरे_आने_का #कसक #प्यार😍 #नोजोतोहिन्दी Noor Hindustanai Sethi Ji Ashutosh Mishra SIDDHARTH.SHENDE.sid Kajalife....
#Mulaayam #कभी_तो_आओ_मिलने #इंतजार_तेरे_आने_का #कसक प्यार😍 #नोजोतोहिन्दी Noor Hindustanai Sethi Ji Ashutosh Mishra SIDDHARTH.SHENDE.sid Kajalife....
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किसी के हाथ तो लगता नहीं है इक अय्यार कहाँ तलक तिरे पीछे कोई ख़राब फिरे ©Andy Mann #कसक
Rashmi Vats
कमी तो कुछ नहीं फिर भी, एक कसक सी है सीने में। तसव्वुर के बिना उसके , मज़ा नही है जीने में । रश्मि वत्स...। G. Q 三 T ©Rashmi Vats #SunSet #कसक #sad_feeling
Andy Mann
दिल ज़ख्मो से बेज़ार हो गया मूर्शीद रहम कर य़ा रहम तुझे आता नहीं एक रहम की नज़र ही काफी थी तेरी अफसोस मगर तेरी नज़रो मै मे आता नहीं ©Andy Mann #कसक
Andy Mann
ये सोचते हो चला गया वो तो छत पे जाओगे किस लिए तुम कि अब के सावन की बारिशों में जो सब नहाए तो क्या करोगे ©Andy Mann #कसक
Rabindra Kumar Ram
*** ग़ज़ल *** *** जिरह *** " यूं सोचना तुझे मेरा लाजमी हैं , फकत तुझे भी कुछ एहसास हो तो सही , बेवक्त यूं ही तुझे मयस्सर किया करु , कभी तो मेरी बात तेरे लब पे भी आये सही ." तु फकत एहसास सा गुजराता कभी हमनशी , जैसे की चांद अभी अभी बादलों का सय लिया हो सही , तकब्बुर क्या करूं मैं कि अभी कुछ बात बन रही , यू सोचना तूझे मेरा लाजमी हैं , फकत तुझे भी कुछ एहसास हो तो सही , मेरे लहजों में तेरा आना अभी उस तरह मुक्कर हुआ ही नहीं , दे के सौगात तुम्हें उस तरह मना भी लु तो किसी का क्या जायेगा , तेरे दिल में मेरे लिए वो कसक कहीं घर बनाये तो सही , ये बात तेरे दिल से कहीं मुनासिब हो भी जायेगा , कभी आननफानन में दिल को किसी तरह जिरह कर के मानाये तो सही. " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram *** ग़ज़ल *** *** जिरह *** " यूं सोचना तुझे मेरा लाजमी हैं , फकत तुझे भी कुछ एहसास हो तो सही , बेवक्त यूं ही तुझे मयस्सर किया करु , कभी तो मेरी बात तेरे लब पे भी आये सही ." तु फकत एहसास सा गुजराता कभी हमनशी ,
*** ग़ज़ल *** *** जिरह *** " यूं सोचना तुझे मेरा लाजमी हैं , फकत तुझे भी कुछ एहसास हो तो सही , बेवक्त यूं ही तुझे मयस्सर किया करु , कभी तो मेरी बात तेरे लब पे भी आये सही ." तु फकत एहसास सा गुजराता कभी हमनशी ,
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