Find the Best ढूंढा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutजिसे ढूंढा ज़माने में, जिन ढूंढा, ढूंढा,
R K Mishra " सूर्य "
खुद को खुद में ढूंढा कई बार मैंने अपने भावों से पूछा कई बार मैंने प्रयास करता रहा और थकता रहा सफ़र में खुद से रूठा कई बार मैंने खुद को खुद में....... प्रश्नों का बोझ लेकर खुशियों में रोष टूटकर खुद से जूटा कई बार मैंने अद्भुत ये प्यास मन करता तलाश कैदी बनकर के छूटा कई बार मैंने खुद को खुद में....... मरहमों की ठोकर का अपना मज़ा है उस अक्स के लिए टूटा कई बार मैंने जो देखा वो सत्य है या जो पढ़ा "सूर्य" देखा अदभुत अजूबा कई बार मैंने ख़ुद को खुद में....... ©R K Mishra " सूर्य " #ढूंढा Sethi Ji Ashutosh Mishra Babita Kumari Kanchan Pathak भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन
#ढूंढा Sethi Ji Ashutosh Mishra Babita Kumari Kanchan Pathak भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन
read moreRuchi ki kalam se
#OpenPoetry वो पुराने दिन और रातें मीलों तक फैली हुआ करती थी बहुत ढूंढा मैने पर अब नहीं मिलते हैं दोस्तों के दोस्त भी जान से ज्यादा होते थे, सबके चिढाने वाले अपने नाम होते थे बहुत ढूंढा मैने पर अब नहीं मिलते हैं #memory
Vivek Dadheech
#सुकून ढूंढा सारी दुनियां में सुकून कही नही मिला ढूंढा सारी दुनियां में सुकून कही नही मिला हे माँ जो सुकून तेरे आँचल में छुपने से आता है ✍️विवेक दाधीच✍️
Anu Shree Dubey "Akshara"
ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। कि देखो मेरी धरती जहां रहती हरियाली। कि जहां पर शिव जी ने पी है जहर की प्याली। कि जहां बहन के लिए हमेशा खड़ा है भैया। कि जहां पर धरती में समा गई सीता मैया। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। कि अम्बर में मैंने हमेशा उन अपनो को ढूंढा। रे अम्बर में मैंने टूटे उन सपनों को ढूंढा। बचपन में ईश्वर ने की हो फूलों की बर्षा। परन्तु कुछ जख्म मिटाने में लग रहा है अर्षा। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। खुश होते कहके कि आस्मां में तारे टूटे। पूरी ना हुई इच्छा तो तारों से रूठे। चँदा मामा कहकर हमेशा पुकारा जिसको। कि अब तो मैं बस खिड़की से देखती उसको। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। लगते हैं ये मुझको बहुत ही प्यारे.........। ये धरती ये अम्बर ये चाँद सितारे.........। अनुश्री दुबे
Mohit Vishesh
बीच भँवर में आकर जैसे एक नाव को ढूंढा है,, आकृतियों की छांव में मैंने एक गाँव को ढूंढा है।। #kavishala #nojoto
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited