Find the Best बनारसी_इश्क़ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutनज़ीर बनारसी की शायरी, 'नजीर बनारसी की शायरी', चकाचक बनारसी की कविता, बेढब बनारसी की हास्य कविता, घ्याल का हो राया शालू बनारसी,
Rohit parmar
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. अस्सी से मणिकर्णिका तक सफर निभाना था किसी के ईश्क में मुझे बनारस हो जाना था । मेरे ही नाम का बंदा था वो भी,, जिसे इश्क का लंका BHU गेट पर जलाना था। ©Rohit parmar #holi2024 #BHU #बनारस #बनारसी_इश्क़
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read moreपूर्वार्थ
मै पूरी दुनिया मे कहीं भी घूम लूँ परन्तु जो बनारस में महसूस होता है वह कहीं नही होता। बनारस पहला इश्क जो है... अलग अलग शहरों में जितना भी घूम आऊं पर बनारस में एक अलग और अनोखी अनुभूति होती है। मैं भावुक व्यक्ति हूँ और भावुक व्यक्तियों के लिए बनारस स्वर्ग है। ©पूर्वार्थ #बनारसी_इश्क़
Explorer
लोग कहते हैं बनारस बदलता क्यू नही अरे साहब, बनारस शहर नही इक आदत है और आदतें बदलती नही ©Explorer #बनारस #वाराणसी #बनारसी_इश्क़
Neha Pathak
हो सके तो कम तारीफे करो मेरी इश्क किया है मैंने भी तुम्हारे आवाज को तरसी हु कई दफा कर गये मुझे याद कर के तुम एक खता मै ऐसी याद हु मिटती नही मिटती रह जाती हु मै तुझमे सिमट के जब आँखों में आऊँगी मै...कोसो गे तुम मुझे हर दफा।। #योरकोट_दीदी #योरकोट_हिंदी #योरकोटबाबा #बनारसी_इश्क़ #बनारस #पाठकजी #YourQuoteAndMine Collaborating with Abhishek Pathak
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read moreसाइबेरियन
शीर्षक - एक मुद्दत से बैठा हूं लेकिन उस पर कोई कविता बनती नहीं एक मुद्दत से बैठा हूं लेकिन उस पर कोई कविता बनती नहीं ना जाने कैसी लड़की है जो मेरे कलम के सांचे में ढलती नहीं चांद को देखा तो सोचा उसकी तुलना इससे कर दूं लेकिन याद आया कि उसकी सुंदरता चांद की तरह घटती बढ़ती नहीं एक मुद्दत से..... बहुत आभा है उसमें लेकिन वह आग की तरह कभी जलती नहीं तपन में शीतल मंद बयार है लेकिन मेरे दरख़्तों से कभी गुजरती नहीं दुनिया में रहकर उसे दुनिया की दुनियादारी खूब समझ आती है समझती है सब ,बस दुनिया के हिसाब से चलती नहीं एक मुद्दत से ....... इस रंगीन दुनिया में रहकर भी वह अपना रंग बदलती नहीं उसकी आंखें बड़ी चंचल है लेकिन हर किसी के आगे बरसती नहीं जब भी मिलती है हंसकर गले लग जाती है हां यह वही लड़की है जो हर किसी के गले लगती नहीं एक मुद्दत से ..... गुलाब की पंखुड़ियों सी हूनर रखती है लेकिन पंखुड़ियों सी टूट कर बिखरती नहीं वह महफिल की रंगत बढ़ा देती है जो हंसा कर सभी को खुद हसती नहीं बड़ी अलौकिक नायिका है दिव्या जो रफ्ता रफ्ता दिलों में उतर जाती है हाथ कलम लिया सोचा कविता लिखूं पर मेरे कविता में जाने क्यों वह उतरती नहीं एक मुद्दत से...... ©Barkha B.H.U #हरफनमौला लड़की #बनारसी_इश्क़ #बनारस #Sunrise
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read moreAnamika Nautiyal
आख़िरी चाय (अनु शीर्षक में पढ़ें) यह शायद हमारी आख़िरी मुलाकात होगी क्यों शीतल ऐसा क्यों कह रही हो? ग्रेजुएशन कंप्लीट हो चुका है हमारा आज एक रिश्ता आया था,घरवाले शादी की तैयारी में जुट गए हैं अच्छा,,,,,,
यह शायद हमारी आख़िरी मुलाकात होगी क्यों शीतल ऐसा क्यों कह रही हो? ग्रेजुएशन कंप्लीट हो चुका है हमारा आज एक रिश्ता आया था,घरवाले शादी की तैयारी में जुट गए हैं अच्छा,,,,,,
read moreसाइबेरियन
इस समाज की कुछ समझदारिया मुझे आज भी समझ आती नहीं इस खुदा की महफिल में अब मेहनत के बाद भी मेहनत रंग लाती नहीं इस दुनिया की दुनियादारी से अब ऊब गए हैं यारा इसके बाद भी कमबख्त यह रूह है जो शरीर छोड़कर मणिकर्णिका तक जाती नहीं ©Barkha B.H.U #रूह #बनारसी_इश्क़ #बनारस #मणिकर्णिकाघाट_मोक्ष❤️
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