Find the Best आ Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutजयशंकर प्रसाद की कविता हिमालय के आँगन में, आई love you, नहीं आ रहा है, love आई लव यू, क्या मौसम आया है,
Shashi Bhushan Mishra
सुपुर्द-ए-ख़ाक करके आ गया हूँ, अना को राख करके आ गया हूँ, हुआ ग़ुरबत में दिल का हाल ऐसा, जिग़र को चाक करके आ गया हूँ, जहालत ने किया है ज़िस्म छलनी, नसीहत ताक करके आ गया हूँ, चमन के फूल से दामन बचाकर, बुराई थाक करके आ गया हूँ, धुआँ से घुट न जाए दम मुसाफ़िर, चिलम सा नाक करके आ गया हूँ, घटक दल की कई मज़बूरियाँ थीं, शज़र को शाख करके आ गया हूँ, भला 'गुंजन' करे क्या बे-खुदी में, भरे को हाफ़ करके आ गया हूँ, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra #आ गया हूँ#
#आ गया हूँ#
read moremalay_28
White बहुत मीठा ज़हर है इश्क भी यारो अगर क़ुर्बान होना है तो आ जाओ. ©malay_28 #आ जाओ
#आ जाओ
read moreदूध नाथ वरुण
White जो जलती है ये दुनिया, तो उसको जलने दे। आ दोनो प्यार करें हम, जो होता है होने दे।। ©दूध नाथ वरुण #आ #दोनो #प्यार #करें #हम
pramod malakar
आ रहा हूं मैं.........................!! आकाश के सीने को चीरते हुए, तुफानी हवाओं से भिड़ते हुए। हवाई जहाज की गड़गड़ाहट, धरती पर मेरे आने कि आहट, बदस्तूर जारी है मेरी सुगबुगाहट। सूरज की लालिमा को समेटते हुए, दूरी को अपने बांहों में लपेटते हुए, काले बादलों को चीरते हुए, आ रहा हूं मैं..........................!! मैं मालाकार कवि और कलाकार हूं, अपने अनमोल तन को छोड़कर, घूमता पुरा संसार हूं.................!! &&&&&&&&&&&&&&&&&& प्रमोद मालाकार....12.01.24 ©pramod malakar #आ रहा हूं मैं.....
#आ रहा हूं मैं.....
read moreShubham Bhardwaj
तारों भरी रात में,आ कोई कहानी लिख दें। मिलती नही दुबारा, आ वह जवानी लिख दें।। हसरतों का दौर है,आ कुछ बात करेंगे हम। जो मिटकर भी न मिटे,आ वह निशानी लिख दें।। ©Shubham Bhardwaj #astrology #तारों #भरी #रात #में #आ #कोई #कहानी #लिख #दे
Shubham Bhardwaj
जीवन मिला है,आ इस जीवन को प्यार कर लें। गुजर न जाये यह लम्हा, आ इसका श्रंगार कर लें।। ©Shubham Bhardwaj #Isolation #जीवन #मिला #है #आ #इस #को #प्यार #कर #लें
Shubham Bhardwaj
क्या खूबसूरत ख्याल आ गया। फिर वही जिंदगी का सवाल आ गया।। ©Shubham Bhardwaj #viratanushka #क्या #खूबसूरत #ख्याल #आ #गया #फिर #वही
Shubham Bhardwaj
हर रोज एक सुबह आ रही थी। साथ में डूबती शाम ला रही थी।। जिंदगी गुजरती रही यूं ही सुबह शाम में। ग़ौरतलब था जिंदगी बीती जा रही थी।। ©Shubham Bhardwaj #duniya #हर #रोज #एक #सुबह #आ #रही #थीं #साथ #मैं