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New जयशंकर प्रसाद की कविता हिमालय के आँगन में Quotes, Status, Photo, Video

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Stories related to जयशंकर प्रसाद की कविता हिमालय के आँगन में

Radhe Radhe

दिल के गहराई में,,,

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कह दो ना वो सनम 
तेरे है तेरे हम 
दिल के गहराई में 
बहके बहके कदम
जय श्री राधे

©Radhe Radhe दिल के गहराई में,,,

brar saab

#makarsankranti #भारत की कौन-सी #पर्वत #श्रेणी नवीनतम है ? (A) हिमालय (B) सहयाद्रि (C) अरावली

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भारत की कौन-सी पर्वत श्रेणी नवीनतम है ?

(A) हिमालय
(B) सहयाद्रि
(C) अरावली
(D) सतपुड़ा

©brar saab #makarsankranti #भारत की कौन-सी #पर्वत #श्रेणी नवीनतम है ?

(A) हिमालय

(B) सहयाद्रि

(C) अरावली

brar saab

@भारत की #उतरी #सीमा पर स्थित पर्वत है ? (A) मैकाल (B) हिमालय (C) नीलगिरी

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New Year 2024-25 भारत की उतरी सीमा पर स्थित पर्वत है ?

(A) मैकाल
(B) हिमालय
(C) नीलगिरी
(D) अरावली

©brar saab @भारत की #उतरी #सीमा पर स्थित पर्वत है ?

(A) मैकाल

(B) हिमालय

(C) नीलगिरी

The Insecure Being

आँगन

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गौरैय्या की तरह विलुप्त होते आँगन 


( तस्वीर हमारे आँगन से)

.

©The Insecure Being आँगन

RJ VAIRAGYA

#sad_qoute त्रिलोचन जी की कविता है #rjharshsharma #rjvairagyasharma

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White आंख अपनी उम्र भर रोती रही

रोज दाने खेत में बोती रही,
आश के दीपक सदा ढोती रही।।

फेर नजरें वक्त है चलता बना,
आंख अपनी उम्र भर रोती रही।।

हाथ में मद से भरा प्याला लिए,
दौलतें मां बाप की सोती रही।।

दोस्ती हमसे सभी करते चले,
दुश्मनी है मीत गल जोती रही।।

थे बिना पूंजी हर्ष दिन भले,
बिछ गई बिस्तर तले थोती रही।।

©RJ VAIRAGYA #sad_qoute त्रिलोचन जी की कविता है 
#rjharshsharma #rjvairagyasharma

Abhishek Jha

रात के अँधेरे में

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Unsplash  





रात के अंधेरे में,
बालकनी में खड़े होकर
चाय की चुस्की लेते ही
चश्मे पे जमे हुए भाप ने मुझसे कहा,
"अंधेरा थोड़ा धुंधला ही अच्छा लगता है।"

उसकी सुनता, पर इतने में ही
रात की ख़ामोशी बोल पड़ी,
"अरे, मुझे बाहर क्या ढूंढता है,
मैं तो तेरे अंदर भी हूँ।"

तो मैंने उससे पूछा,
"अच्छा मुझमें,पर मुझमें कहाँ?"
तो बोलती है,
"जरा दिल की गहराइयों में उतर के तो सुन,
ख़ामोशी हूँ, मेरा एक अलग शोर होता है।"

मैं ख़ामोशी की बात सुन ही रहा था,
इतने में बालकनी से गुजरती ठंडी हवा ने कहा,
"अरे, जनाब पहले चाय तो पी लिजिये,
वरना इस अंधेरी रात में खामखा मुझपे इल्ज़ाम लग जाएगा।"

बस इतने में ही गुजरते हुए वक़्त ने कहा,
"बस कीजिए भाईसाहब,
फिर लोग दुनिया को दोष देते हैं,
जबकी वक़्त तो अकेलापन बर्बाद कर देता है।"

©Abhishek Jha रात के अँधेरे में

Nurul Shabd

Anuradha T Gautam 6280

जिंदगी के सफर में

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Unsplash वो मुझे जिंदगी के
 तौर तरीके सीख रहा था 
 और उसे क्या पता
 इस जिंदगी की गुरु मां 
तो मैं ही थी..🖊️
#@2🤦🏻🙆🏻‍♀️

©Anuradha T Gautam 6280 जिंदगी के सफर में

Ghumnam Gautam

Unsplash दुकाँ तो मिल गई, घर से मगर है छिन गया आँगन
उजड़ वीरां हुए हैं सब, नहीं अब मन कोई उपवन
कि किसके साथ होना था व किसके साथ होते हैं―
कहीं पर तन,कहीं पर मन,यही जीवन-यही जीवन

©Ghumnam Gautam #leafbook 
#उपवन 
#आँगन 
#ghumnamgautam

Vijaykumar Khune

🔆 ईश्वर का प्रसाद 🔆 🏀 VIJUDADA 🏀 #God

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