Find the Best रक्स Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutरक्स पर शायरी, रक्स का अर्थ,
Kavitri mantasha sultanpuri
रक्स रक्स करती है दुनिया महज दौलत पर फिर क्यूँ मन मारे महज सफ़ेद पोशी पर सबनम होना दो दिन का कमाल नही है कितने मौसम बदले धरा की गर्दिश पर शीत किसी को भाता तो कोई कपकपाता फिर क्यूँ शोहरत वारे जरा सी बदनामी पर क्यूँ दुनिया बदनामी के सिरे बांधती दौलत को जबकी स्वंम रक्स करती घुँघरू बाधे पाओं पर कितने चेहरे ढके गए बस जरा सी धूप पर मगर शाम भी बदनाम है अपनी शूरत पर ये दुनिया है जिसे भाती बस अपनी खनक फिर क्यूँ परेशान हो मंतशा इसकी जात पर ©Kavitri mantasha sultanpuri #रक्स #gajal #KavitriMantashaSultanpuri
#रक्स #gajal #KavitriMantashaSultanpuri
read moreRabindra Kumar Ram
" तुम मेरा मिज़ाज तो समझो , अनकही हैं कुछ बात ओ बात तो समझो , रक्स तेरा ख्याल का वाजिब हैं मुझ पे , कम्बक्त नादान तुम भी कुछ बात तो समझो . " --- रबिन्द्र राम " तुम मेरा मिज़ाज तो समझो , अनकही हैं कुछ बात ओ बात तो समझो , रक्स तेरा ख्याल का वाजिब हैं मुझ पे , कम्बक्त नादान तुम भी कुछ बात तो समझो . " --- रबिन्द्र राम #मिज़ाज#अनकही
Rabindra Kumar Ram
" हमारे ख्वाहिशों के सफर में अब कौन साथ देगा , उलझनें इश्क की तमाम काफीर ठहरा ऐसे में हाथों में हाथ कौन देगा , रक्स तेरे ख्याल का कहीं मालुमात तो हो , ऐसे में हमारी मुकम्मल मुलाकात तो हो ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " हमारे ख्वाहिशों के सफर में अब कौन साथ देगा , उलझनें इश्क की तमाम काफीर ठहरा ऐसे में हाथों में हाथ कौन देगा , रक्स तेरे ख्याल का कहीं मालुमात तो हो , ऐसे में हमारी मुकम्मल मुलाकात तो हो ." --- रबिन्द्र राम #ख्वाहिशों #सफर #इश्क #काफीर
" हमारे ख्वाहिशों के सफर में अब कौन साथ देगा , उलझनें इश्क की तमाम काफीर ठहरा ऐसे में हाथों में हाथ कौन देगा , रक्स तेरे ख्याल का कहीं मालुमात तो हो , ऐसे में हमारी मुकम्मल मुलाकात तो हो ." --- रबिन्द्र राम #ख्वाहिशों #सफर #इश्क #काफीर
read morealka mishra
#रक्स रक्स कर क़ायनात ये जिंदगी चला रही इशारों पर उँगलियों के हमको नचा रही। कदमों की थापों में थिरकती हैं साँसे यहाँ ख़ामोशी भरे महफिलों की रौनकें बढ़ा रही रक्कासा-ए-क़ायनात लेना इम्तिहान जानती अदाओं से कैसे जारी करना फरमान जानती। बेवकूफ़ वो हैं शम्मा के जो परवाने बन जातें वो तो गिरती बिजलियों के अंजाम जानती हैं। वक्त रहते अक्ल का करना इस्तेमाल जान लो ताल से ताल मिला क़ायनात को गुरु मान लो। ©अलका मिश्रा ©alka mishra #रक्स
Suresh khare
मेरी नई रचना रक्स (नृत्य) भूल गया था दुनियादारी को, वक़्त किया जाया बहुत। बंध गए जब घुंगरू मजबूरी के फिर मैं था घबराया बहुत।। मुझे ना आता था रक्श करना, जिंदगी ने नाच नचाया बहुत।। मजबूरी में पड़ा सबके सामने थिरकना, अलबत्ता अंदर से था शरमाया बहुत।। कभी ना समझी कदरो कीमत पैसों की बशर्ते पैसा जिंदगी में कमाया बहुत। खरे को सदा धोखा उन्हीं लोगों ने दिया यारों, जिन पर था रुपया ,लुटाया बहुत।। ✍️ सुरेश खरे ©Suresh khare #रक्स
Rakesh Kumar Dogra
अब्बास ताबिश चलता रहने दो मियां सिलसिला दिलदारी का, आशिकी दीन* नहीं है कि मुकम्मल हो जाए। हालते हिज्र+ में जो रक्स+ नहीं कर सकता, उसके हक में यही है बेहतर कि पागल हो जाए। डूबती नाव में सब चीख रहे हैं 'ताबिश' और मुझे ये फिक्र की ग़जल मेरी मुकम्मल हो जाए। +हिज्र-जुदाई +रक्स-डांस दीन* faith Dīn means "creed" or "religion". It is used in the Islamic, Baha'i and Arab Christian religions. In Islam, the word refers to the way of life Muslims must adopt to comply with divine law, and to the divine judgment or recompense individuals will receive before Allah. #NojotoQuote my favourite a gazal by Abbash Tabish
my favourite a gazal by Abbash Tabish
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited