Find the Best परिपक्वता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about परिपक्वता in english, परिपक्वता मतलब, विचारांची परिपक्वता, परिपक्वता मीनिंग, मिथ्या परिपक्वता का काल,
Kunal Salve
जवळीक साधावी ती मनाची नसावी ती वासना तनाची असावी तहान फक्त भावनांची आणि वाहावीत मग आसवं सुखांची ! #परिपक्वता असावी नात्यात बस इतकंच ! 😊
Insprational Qoute
शादी के बाद एक लड़की में अजीब सी परिपक्वता आती हैं, छीन उसकी सारी नादानियों को, उसके हाथों में जिम्मेदारियों की गढरी थमा दी जाती हैं। #शादी #जिम्मेदारियाँ #लड़की #परिपक्वता #hkkhindipoetry #poetrycommunity #शायरी #yourquotedidi
अशोक द्विवेदी "दिव्य"
प्रेम में परिपक्वता जैसा शायद कुछ न होता है, ©अशोक द्विवेदी "दिव्य" #प्रेम #परिपक्वता #जीवन
Author kunal
वासना की आग में जमीर झुलसा भी बैठे हो और खुद को परिपक्व बता रहे वाह वाह क्या मानसिकता है #आजकलकीसोच #नयी_सोच #परिपक्वता का मतलब भी नहीं पता पर उपदेश देते परिपक्व का वाह रे दुनिया और लोग क्या मनसिक्ता बन चुकी है #विडंबना #yqdidi #kunu
NEERAJ SIINGH
तुम समझने , समझाने से कहीं दूर चलो तो कोई बात है समझाना कठिन है। समझना आसान है।। #समझाना #समझना #झिकझिक #परिपक्वता
Vibha Katare
भावनात्मक तौर पर किसी पर निर्भर न होना भी परिपक्वता के मापदंड में शीर्ष के निकटतम इकाई है.. या यूं कहें कि, कुछ कुछ सांसारिक विरक्ति का अनुभव कराती अवस्था.. जैसे किसी तूफान के बाद छाई हुई शून्यता... #परिपक्वता #रिक्तता #विरक्ति #शून्यता #हिंदी #yqdidi #विचारधारा
Saras Nandanwar
सच के साथ में संघर्ष का बहुत अज़ीब सा रिश्ता है, यह दोनों साथ चलते हैं तो वक्त अपने आप ही बदलने को मजबूर हो जाता है। ©Saras Nandanwar #सच #संघर्ष #ईमानदारी #मेहनत #करुणा #इंतजार #फल #परिपक्वता #चिंतन #holdmyhand
Abundance
#परिपक्वता बिन कहे किसी को कुछ, भी उसे समझ जाना मौन की समझ इतनी गहरी होनी चाहिए ©MALLIKA
अनुषी का पिटारा "अंग प्रदेश "
कभी बड़ों के भरोसे रार मत करो जब खड़े हो धार पर तकरार मत करो ©Anushi Ka Pitara #परिपक्वता #युद्ध #citylights
Shivendra Gupta 'शिव'
#परिपक्वता... जीवन में एक समय ऐसा आ जाता है, जहां पे आप न तो किसी से मिलना चाहते हैं, ना किसी से बहस करना, ना ही बातों के उत्तर देना, आपको किसी को जानने की भी इच्छा नहीं होती है, कौन कितना सच्चा है कौन कितना झूठा है इससे भी आपको कोई फर्क नहीं पड़ता है।। बस आप शान्ति से, बिना कुछ बोले खामोशी के साथ, सब कुछ देखते रहते हैं, कौन कितना किस बात का तमाशा कर रहा है।। उनमें से कितने लोग हैं जो कभी आपके अपने थे, आपके साथ खड़े रहते थे, अब वो क्या कर रहें हैं, क्या बोल रहे हैं किसी बात का रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ता है।। आपके साथ किसने क्या अच्छा किया क्या बुरा किया, उससे आपको जैसे कोई मतलब ही नहीं रह जाता है।। शायद दुनिया में इसी को परिपक्वता कहा गया है, जहां आप दुनिया का और लोगों का सोचना छोड़के खुद के लिए सोचना प्रारंभ करते हैं, और अपनी ही दुनिया में कहीं खो जाते हैं।। शायद ऐसा होना सही भी है, क्योंकि जितना आप लोगो से जुड़े रहेंगे, उनके करने कहने का सोचते रहेंगे, उतना ही खुद को परेशान पाएंगे।। #सादर_आभार 🙏 #मन_में_एकाएक #शिव ©Shivendra Gupta #mukhota