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Adyasha Priyadarshini D
खुशहाल जंगल अब रेगिस्तान बन रहा है, पेड़ काटकर सपनों का पहाड़ बनाया जा रहा है । ऐसी न थी कभी मनुष्य की नियत, प्रेम छोड़ वह निर्मम बन रहा है ।। पेड़के आंखों के सामने होते हैं यह गुनाह, फिर भी उफ तक न कर निरवता से कट रहे हैं वे। क्या जानता नहीं ये मनुष्य के जिवन उन्हींकी देन है, तो क्यों फिर भी वे अन्जान बनकर, पेड़ों का कतल-ए-आम कर रहे हैं ।। #निर्मम #YQdidi #yourquote #BoostThyself #yqbaba #tree#deforestation
SumitGaurav2005
इंसानियत फिर हुई है शर्मसार होना चाहिए इनका बहिष्कार नहीं मिलनी चाहिए कोई माफी कड़ी सजा के है ये हकदार!! सुमित मानधना 'गौरव' #RIPHUMANITY #बेजुबां #निर्मम #Punished
#RIPHUMANITY #बेजुबां #निर्मम #Punished
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इंसानियत फिर हुई है शर्मसार होना चाहिए इनका बहिष्कार नहीं मिलनी चाहिए कोई माफी कड़ी सजा के है ये हकदार!! सुमित मानधना 'गौरव' #RIPHUMANITY #बेजुबां #निर्मम #Punished
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read moreRajni Bala Singh (muskuharat)
सोचने योग्य बात.... आज का अख़बार खोला ,कुछ फिर दर्द उभर आया देखकर बेवफाई की खबरों ने, फिर मुझे रुलाया ...... क्या हो गया है इस जमाने को कैसे सब बदलते जा रहे हैं ...... सोचने पर मजबूर हूं आज लोग क्यों बिगड़ते जा रहे हैं....... लगता है हवा ही में कुछ, मिल गया है बेरुखी का आलम इतना हो गया है कि सांसों में भी घुल गया है ........ ना किसी के प्रति सम्मान, ना ही मोह बस धन की होड़ में ,सब कुछ मिट गया है...... निर्मम हो गए इंसानों को ,कौन जगाएगा फिर इस संसार को कौन ,खुशहाल बनाएगा ...... कब लोग एक दूसरे को ,लूटना बंद करेंगे अपने कफ़न के लिए ,बेईमानी से कमाना कब बंद करेंगे............. @_muskurahat_ #gif सोचने योग्य बात.... आज का अख़बार खोला ,कुछ फिर दर्द उभर आया देखकर बेवफाई की खबरों ने, फिर मुझे रुलाया ...... क्या हो गया है इस जमाने को कैसे सब बदलते जा रहे हैं ...... सोचने पर मजबूर हूं आज लोग क्यों बिगड़ते जा रहे हैं....... लगता है हवा ही में कुछ, मिल गया है
सोचने योग्य बात.... आज का अख़बार खोला ,कुछ फिर दर्द उभर आया देखकर बेवफाई की खबरों ने, फिर मुझे रुलाया ...... क्या हो गया है इस जमाने को कैसे सब बदलते जा रहे हैं ...... सोचने पर मजबूर हूं आज लोग क्यों बिगड़ते जा रहे हैं....... लगता है हवा ही में कुछ, मिल गया है
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