Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best झरोखा Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best झरोखा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutझरोखा meaning in hindi, झरोखा का मतलब, झरोखा का अर्थ, झरोखा का पर्यायवाची, झरोखा meaning in marathi,

  • 40 Followers
  • 38 Stories

Praveen ji

aditi the writer

#झरोखा Niaz (Harf) Kundan Dubey आगाज़ R Jain

read more

Parul Sharma

पिंजरे दबोच लेते हैं जिन फड़फडाते पंखों को
झरोखे दिखाकर आसमाँ सोये अरमान जगाते
सपने जूनून का आईना देखकर 
हकीकत से हाथ मिलाते है

©Parul Sharma #झरोखा #सपने #हकीकत #जुनून

Poonam Suyal

सुप्रभात। जब अँधेरे से बाहर निकलने की उत्कंठ इच्छा जागृत हो जाती है, तो कोई न कोई झरोखा खुल ही जाता है। #झरोखा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Collaborating with Meenu Garg

read more
जब किसी का प्यार दिल में घर करता है 
ज़िंदगी उजलों से भर देता है  सुप्रभात।
जब अँधेरे से बाहर निकलने की उत्कंठ इच्छा जागृत हो जाती है, तो कोई न कोई झरोखा खुल ही जाता है।
#झरोखा #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
Collaborating with Meenu Garg

Anita Saini

उम्मीद की एक लौ जलाए बैठे हैं

तेरे आने की दर पे आस लगाए बैठे हैं

चुपके से गुजर न जाओ, "दिसंबर" की तरह
 
इसलिए!झरोखों से चिलमन हटाए बैठे हैं..!! 
PC-- me
#yqbaba #yqdidi #yqhindi 
#झरोखा #दिसंबर  #आस #लौ #yqthoughts

Anil Prasad Sinha 'Madhukar'

सुप्रभात। जब अँधेरे से बाहर निकलने की उत्कंठ इच्छा जागृत हो जाती है, तो कोई न कोई झरोखा खुल ही जाता है। #झरोखा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #_मधुकर #anil_madhukar

read more
जब  राह  में  सारे  काँटे  ही  काँटे  हो
तो कभी ना कभी फूल खिल जाता  है,
जब उम्मीदों के सारे रास्ते बंद हो जाए
तो एक  ना  एक झरोखा खुल जाता है,
बस  आत्म  विश्वास टूटनी नहीं चाहिए 
उम्मीदों  के  बादल  छंटने  नहीं चाहिए,
आया  हुआ  संकट  भी  टल  जाता  है
एक  ना  एक  झरोखा  खुल  जाता  है,  सुप्रभात।
जब अँधेरे से बाहर निकलने की उत्कंठ इच्छा जागृत हो जाती है, तो कोई न कोई झरोखा खुल ही जाता है।
#झरोखा #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
#_मधुकर 
#anil_madhukar

vishnu prabhakar singh

अर्थ का अनर्थ!मूल अधिकार का दुरूपयोग सुप्रभात। जब अँधेरे से बाहर निकलने की उत्कंठ इच्छा जागृत हो जाती है, तो कोई न कोई झरोखा खुल ही जाता है। #झरोखा #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #Inspiration poetry

read more
एक झरोखा खुल जाता है,इतनी गुंजाइश है
बहुत बेरहम है यह शहर,जीने की चाहत है

हर डगर में भगवान घर बना,धर्म का नाम है
निज भवन का अग्नि कोण,संगमरमर का है

सिद्धान्त प्रतिपादित हो रहे हैं,विद्वान सजग है आधुनिकता का सामंजस्य प्रयोगशाला तक है

राजनीति का आक्रोश कभी ठंडा नहीं पड़ता है
लोकतंत्र का सफल चुनाव,साँस नहीं लेता है

एक झरोखा खुल जाता है,जीने की नव राह है
प्रयास का असुर प्रचंड हो,आत्महत्या करवाता है अर्थ का अनर्थ!मूल अधिकार का दुरूपयोग

सुप्रभात।
जब अँधेरे से बाहर निकलने की उत्कंठ इच्छा जागृत हो जाती है, तो कोई न कोई झरोखा खुल ही जाता है।
#झरोखा #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #inspiration #poetry

rajeshwari Thakur

BEENA TANTI

पूरे शहर का नज़ारा हो जाए,
इसलिए ही तो इक छोटा सा,
झरोखा बना रखा था बंद कमरे में,
पर कहीं शहरियों की नज़र ना लग जाए,
इसलिए अब कमबख्त झरोखे में,
लम्बे - लम्बे परदे झूल रहे हैं।।
"कसम से"
।।शुक्रिया।।
***बीना***
(14/12/2020)
***************

©Beena Tanti #window
#झरोखा

HàppY ujjwaL

गम के झरोखों से
प्रेम की वादियां
और आकर्षक दिखती है। #झरोखा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile