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Amit Singhal "Aseemit"
अपनी सेहत का रखना है बहुत ख़्याल, ज़्यादा खाना कर न दे इसका बुरा हाल। हर व्यंजन खाना है रुककर ज़रा थमकर, क्योंकि आ गया है अपना पौष्टिक नवंबर। ©Amit Singhal "Aseemit" #नवंबर
Amit Singhal "Aseemit"
याद है मुझे, जब घने कोहरे से, ढंके से रहते थे ये धरती अंबर। हल्की हल्की बारिश की बूंदों से, भीग सा जाता था मेरा नवंबर। ©Amit Singhal "Aseemit" #नवंबर
Sarfaraj idrishi
मैंने देखा है अच्छों-अच्छों को बदलते,, तुम नवंबर-दिसंबर की बात करते हो !! ©Sarfaraj idrishi मैंने देखा है अच्छों-अच्छों को #बदलते,, तुम #नवंबर-#दिसंबर की बात करते हो !! #treanding #shayari #goolgeshayari #indian #Sarfaraj #idrisi #alone पूजा उदेशी Tiya Aggarwal Khushboo Gola Ankita Tantuway gudiya
मैंने देखा है अच्छों-अच्छों को #बदलते,, तुम #नवंबर-#दिसंबर की बात करते हो !! #treanding shayari #goolgeshayari #Indian #Sarfaraj #Idrisi #alone पूजा उदेशी Tiya Aggarwal Khushboo Gola Ankita Tantuway gudiya
read morebhishma pratap singh
अंतर राष्ट्रीय मनुज दिवस पर, सब उठ चलो मनाने को। मानव मन में मानवता का, सबको पाठ पढ़ाने को।। बिन मानवता मानव का मन, आदम ही रह जाता है। दिन में घर में चाकरी करता, रात्रि में माल उड़ाता है।। वर्षों ऐसा ही करता है, जब तक पकड़ा नहीं जाता है। किन्तु भेद खुल जाने से, वह हवा जेल की खाता है।। सच ऐसा आदम कभी नहीं, मानव श्रेणी में आपाता है। ये अंतर राष्ट्रीय मनुज दिवस, सबको ये ही समझाता है।। अधिकार समान जो पाने हैं, कर्तव्य करो सिखलाता है। धन्यवाद। ©bhishma pratap singh #अंतरराष्ट्रीय मानव दिवस#हिन्दी कविता#काव्य संकलन#भीष्म प्रताप सिंह #समाज_और_संस्कृति #internationalmensday#नवंबर क्रिएटर
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बिहार, झारखण्ड में छठ पूजा की तैयारियाँ बड़े ही उत्साह और पूर्ण श्रद्धा के साथ जाती है। विशेष रूप से हिन्दुओं का यह त्योहार वहां के लोगों की आस्था और निष्ठा का पर्व है जो दीवाली के चौथे दिन से आरम्भ होता है और छठ की पूजा के दिन समाप्त होता है।36 घण्टों का उपवास होता है। त्योहार मुख्यतः सूर्यदेव को अर्घ्य दोनों प्रात: तथा सन्ध्या समय व्रती महिलाओं (तथा पुरुषों द्वारा भी किया जाता है) पूरी स्वच्छता और सजगता के साथ साथ मनाते हैं। सेना में क्योंकि सर्व धर्म समभाव को बढ़ावा दिया जाता है इसलिए वहाँ के अधिकांश लोग इसकी अच्छी-खासी जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और कुछ तो ये व्रत करने भी लगते हैं। इसी का परिणाम है कि आजकल इस पर्व की मान्यता भारत में ही नहीं सम्पूर्ण विश्व में तेजी से प्रचलित हो रही है। छठी के दिन व्रत का समापन दिन होता है तथा छठ मैया से अपनी मनोकामना पूर्ण हो जाने की विनती की जाती है, इसलिए छठ मईया और सूर्य देव दोनों के पूजन का विधान है। ©bhishma pratap singh #छठ पूजा#बिहार प्रदेश का अत्यंत कठिन व महत्वपूर्ण पर्व#इतिहास और पौराणिक कथा #भीष्म प्रताप सिंह #chhathpuja#नवंबर क्रिएटर
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#स्वच्छंदपरिंदे#हिन्दी कविताकाव्य संकलनभीष्म प्रताप सिंहजीवन के किस्से #AazaadParinde#नवंबर क्रिएटर
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कैसी हिम पसरी है प्रियतम, देखो माह नवंबर में। आज खुली है धूप तनिक तो, कम शीतोष्ण है अम्बर में।। जोड़ा निकला एक नीहार में, सर्दी का लेने आनंद। सर्दी का आनंद बड़ा है, या कि बड़ा है इश्क़ का रंग।। ©bhishma pratap singh #नवंबर की शीतोष्ण#हिन्दी कविता#भीष्म प्रताप सिंह#काव्यसंकलन#जिन्दगी के किस्से#4linepoetry#नवंबर क्रिएटर
bhishma pratap singh
आओ बच्चो बाल दिवस की, सुनो पुरानी गाथा। भरा पड़ा इतिहास हमारा, जगती है अभिलाषा।। पथ भटके लोगों के मन में, ऐसा रोष जगाता हूँ। चलो आज दो सूरमाओं की, तुमको कथा सुनाता हूँ।। सिक्खों के हैं दसम गुरु, श्री गोविंद सिंह महाराज। जिनके चार पुत्र साहिबजादे, थे सबके सरताज।। नाम अजीतसिंह, जुझारसिंह, जोरावरसिंह प्यारे शेर। सबसे छोटे फतेह सिंह, सब करते शत्रु को ढेर।। किन्तु समय ने करवट बदली, मुगल उन्हें ले आये। माता गुजरी के संग दोनों, छोटे हुए पराये।। कहा गया था उन्हें आज ही, मजहब बदलो अपना। वाहेगुरु जी की बोल के बोले, भूल जाओ सब सपना।। मुगलों ने फरमान सुनाया, दीवार में चिनवा दो। इससे क्रूर फरमान न कोई, इनको अवसर ना दो।। दीवारों में मूर्छा आयी, उनके शीश उतारे। इतना वहसीपन देखा, पर धर्म नहीं वे हारे।। उनकी वीरगति पर सच्चा, बाल दिवस हो हमारा। तब तो सच्चे अर्थों में, हो हिंदुस्तान ये प्यारा।। ©bhishma pratap singh #सच्चाबालदिवस#हिन्दी कविता#काव्य संकलन#भीष्म प्रताप सिंह#प्रेरक कहानियां #ChildrensDay#नवंबर क्रिएटर
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नवंबर की सर्दी का हर ओर अब दिख रहा जोर है धूप का भी अपना शोर है और हो रहा इश्क पुरजोर है। ©vishwas #नवंबर_की_सर्दी #नवंबर #सर्दी #धूप #इश्क #मेरे_शब्दांश #mere_shabdansh #nojotohindi #4linepoetry
Shubhta prajapati
ये सर्दी का मौसम नवंबर का महीना धूप हो हल्की तो कब तक यू इश्क से है दूर रहना ©Tanu prajapati #सर्दी #नवंबर #धूप #इश्क #4linepoetry
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