Find the Best उचित Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutक्या उचित after the storm, उचित का विलोम शब्द, गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए, गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए, उचित का भाववाचक संज्ञा,
Vijay Vidrohi
धर्म के नाम पर किसी की जान लेना या देना कितना? जायज है, क्योंकि कुछ धार्मिक लोग धर्म के नाम पर जान देना और लेना जायज ठहराते हैं। कमेंट करके बताओ क्या यह उचित है? ©Vijay Vidrohi #उचित
CalmKrishna
ऐसा नहीं है कि चुनाव सही नहीं किया गया, बात ये है कि चयनकर्ता ही ठीक नहीं है। ©CalmKrishna चुनाव #चयन #चुनाव #सही #गलत #ठीक #उचित #philosophy #alone
Rakesh Srivastava
आत्मा तो हमेशा से जानती है, कि सही क्या है...! चुनौती तो.. मन को समझाने की होती है....!! मंजिल पाना तो दूर की बात है...! गुरुर में रहेंगे.. तो रास्ता भी भटक जायेंगे.......!! ©Rakesh Srivastava #उचित राह #YouNme
CalmKrishna
................... ©CalmKrishna व्यर्थ कामों में व्यस्त हैं हम। #प्रश्न #उत्तर #उपलब्ध #उचित #सवाल #जवाब #philosophy #oneliner
Anjali Jain
ऐसा कार्य, जो करना उचित है किन्तु किसी को उसकी जानकारी देने से, उसे कष्ट होता हो तो उसे छुपाना ही श्रेयस्कर है, .....और छुपाना कतई अनुचित नहीं है! यह सत्य/असत्य से परे है!! ©अंजलि जैन #उचित/अनुचित#११.१२.२० #Morningvibes
#उचित/अनुचित११.१२.२० #Morningvibes
read moreGhumnam Gautam
जो तुम्हारा हो न पाया क्यों कहो उसके हुए तुम? अश्क़ बन आँखों से अपनी क्यों सदा रिसते रहे तुम? क्यों गए गलियों में उसकी लाँघकर असमंजसों को? और लेकर दर्द दिल का कोसते हो वक़्त को तुम, क्या उचित है वक़्त पर यूँ दोष सारे रोज़ मढ़ना! पी गए जब तुम हलाहल मौत से क्यों डर रहे हो? लौट आएगा न वो अब, राह जिसकी तक रहे हो... बात जो भी है बता दो खोल दो सब राज़ दिल के अब छुपाकर क्या करोगे हो सका कुछ भी न हासिल ख़ुद को यूँ खोते गए तुम जो तुम्हारा हो न पाया क्यों कहो उसके हुए तुम? #क्यों #वक़्त #तुम्हारा #उचित #ghumnamgautam
#क्यों #वक़्त #तुम्हारा #उचित #ghumnamgautam
read moreSultan Mohit Bajpai
💐मेरा और उसका फैसला💐 ---–--------------------- मेरी एक कविता पूरी कविता कैप्सन में पढ़े समय/मेरा और उसका ---------–------–-- आज समय ने मेरे ऊपर कटाक्ष किया मैं समय को देखता रहा एक न्यायाधीश के रूप में समय व्यग्य करता रहा ,मुझपर की तुम नही समझे मेरा इशारा...
समय/मेरा और उसका ---------–------–-- आज समय ने मेरे ऊपर कटाक्ष किया मैं समय को देखता रहा एक न्यायाधीश के रूप में समय व्यग्य करता रहा ,मुझपर की तुम नही समझे मेरा इशारा...
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited