Find the Best अमृता Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutअमृता प्रीतम की शायरी, अमृता नाम की राशि, इमरोज़ अमृता की कहानी, अमृता की राशि, अमृता प्रीतम की कविताएँ,
THE SCRIBBLER OF VERSES (Deekshita Chouhan)
आंखें तो सब पढ़ लेते हैं मेरे अंतर्मन के पटल को पढ़ पाओगे क्या? साहिर की चाहत नहीं पर इस अमृता के इमरोज़ बन पाओगे क्या? ©THE SCRIBBLER OF VERSES (Deekshita Chouhan) #साहिर #अमृता #इमरोज़
aditi the writer
उसने तो इश्क की कानी खा ली थी और एक दरवेश की मानिंद उसने मेरे श्वाशों कि धुनी राम ली थी तुम्हारी याद इस तरह आयी जैसे गीली लकड़ी में से गहरा और काला धूंआ उठता अमृता प्रीतम ©aditi jain #love #अमृता प्रीतम#kahani AK Haryanvi जादूगर Biru Paswan Chouhan Saab
love #अमृता प्रीतमkahani AK Haryanvi जादूगर Biru Paswan Chouhan Saab
read moreSakshi CHAUHAN
Versha Kashyap
#अमृता प्रीतम ©Versha Kashyap #अमृताप्रीतम #VershaKashyap #Nojoto : : #शुन्य Internet Jockey It'sficklemoonlight R K Mishra " सूर्य " sukoon
#अमृताप्रीतम #VershaKashyap : : #शुन्य Internet Jockey It'sficklemoonlight R K Mishra " सूर्य " sukoon
read moreAmrita Singh
हर कदम पर वही एक जानी-पहचानी सी चुभन अपनी मौजूदगी बता जाती है.. पाँव बढ़ते नहीं तुमसे दूर जाने को,,, पाँव लौटते भी नहीं तुम्हारी ज़ानिब.. या रब.. ये इश्क़ है या काँटों की रहगुज़र.. #अमृता ©Amrita Singh
Amrita Singh
बे खयाली में अब भी दो कप चाय बना लेती हूँ.. घोलकर इंतज़ार एक चुटकी तुम्हारी यादों संग घुटक जाती हूँ.. खिड़की पर टांग दिया है बोझिल मन कभी गुजरो जो भूले से उस रास्ते, सहला जाना... मेरा क्या... न छूटेगी ये आदत चाय की.. और न ही तुम्हारे इंतज़ार की... मुझे नहीं मालूम कि तुम बिन जिया जाए कैसे... #अमृता ©Amrita Singh #8LinePoetry
Chandan Ki kalam
आज सूरज ने कुछ घबरा कर रोशनी की एक खिड़की खोली बादल की एक खिड़की बंद की और अंधेरे की सीढियां उतर गया… आसमान की भवों पर जाने क्यों पसीना आ गया सितारों के बटन खोल कर उसने चांद का कुर्ता उतार दिया… मैं दिल के एक कोने में बैठी हूं तुम्हारी याद इस तरह आयी जैसे गीली लकड़ी में से गहरा और काला धूंआ उठता है… साथ हजारों ख्याल आये जैसे कोई सूखी लकड़ी सुर्ख आग की आहें भरे, दोनों लकड़ियां अभी बुझाई हैं वर्ष कोयले की तरह बिखरे हुए कुछ बुझ गये, कुछ बुझने से रह गये वक्त का हाथ जब समेटने लगा पोरों पर छाले पड़ गये… तेरे इश्क के हाथ से छूट गयी और जिन्दगी की हन्डिया टूट गयी इतिहास का मेहमान मेरे चौके से भूखा उठ गया… ©Chandan Kumar #अमृता प्रीतम
#अमृता प्रीतम
read moreNisheeth pandey
आज मेरी अमृता का जन्मदिन है , वो जिसे मैनें कभी देखा नहीं , वो जिससे कभी मेरी बात नहीं हुई लेकिन वो जिसे मैनें एहसास किया किताबो में ,दिल के कमड़े में एक घर दिया है ... वो कहती थी जहाँ कहीं एक आज़ाद रूह की झलक मिले समझ लेना वहीं मेरा घर है ... और मेरी रूह पर वो अपना रसीदी टिकट छोड़ गई ... साहस और अपना अंदाज .. अपनी आखिरी कविता के वादे की तरह .... मैं तुझे फिर मिलूँगी ... कहाँ कैसे पता नहीं ... अमृता जैसी साहसी लेखिका कागज पर काले अक्षरों से सुनहरा इतिहास लिख जाती हैं और हम पन्ने पलट कर उनकी छाया का महज अनुमान लगा सकते हैं ... मेरी अमृता को जन्मदिन की शुभकामनाएं ... मुझमें रोशन रहों और हर उस रूह में जियों जो ज़िन्दगी जीना चाहती है .... ©Nisheeth pandey आज मेरी अमृता का जन्मदिन है , वो जिसे मैनें कभी देखा नहीं , वो जिससे कभी मेरी बात नहीं हुई लेकिन वो जिसे मैनें एहसास किया किताबो में ,दिल के कमड़े में एक घर दिया है ... वो कहती थी जहाँ कहीं एक आज़ाद रूह की झलक मिले समझ लेना वहीं मेरा घर है ... और मेरी रूह पर वो अपना रसीदी टिकट छोड़ गई ... साहस और अपना अंदाज .. अपनी आखिरी कविता के वादे की तरह .... मैं तुझे फिर मिलूँगी ... कहाँ कैसे पता नहीं ... अमृता जैसी साहसी लेखिका कागज पर काले अक्षरों से सुनहरा इतिहास लिख जाती हैं और हम पन्ने पलट कर उनकी
आज मेरी अमृता का जन्मदिन है , वो जिसे मैनें कभी देखा नहीं , वो जिससे कभी मेरी बात नहीं हुई लेकिन वो जिसे मैनें एहसास किया किताबो में ,दिल के कमड़े में एक घर दिया है ... वो कहती थी जहाँ कहीं एक आज़ाद रूह की झलक मिले समझ लेना वहीं मेरा घर है ... और मेरी रूह पर वो अपना रसीदी टिकट छोड़ गई ... साहस और अपना अंदाज .. अपनी आखिरी कविता के वादे की तरह .... मैं तुझे फिर मिलूँगी ... कहाँ कैसे पता नहीं ... अमृता जैसी साहसी लेखिका कागज पर काले अक्षरों से सुनहरा इतिहास लिख जाती हैं और हम पन्ने पलट कर उनकी
read more