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Supriya Jha

White सच कहूं तो आजकल गुमसुम सी रहने लगी हूँ,
भीड़ जंचती नही इसलिए अकेली सी रहने लगी हूँ,
परेशान तो हूँ पर किसी से कह नही सकती,
 आँसुओं को किसी के सामने छलकने नही दे सकती,
 इस कारण अपनों से भी थोड़ी दूर रहने लगी हूँ,
झूठी हँसी चेहरे पर रखने लगी हूँ,
खुशियों से भी बेगानी सी रहने लगी हूँ,
सच कहूं तो बड़ी चुपचाप सी रहने लगी हूँ।

©Supriya Jha #गुमसुम

Shubham Bhardwaj

Manisha Keshav https://www.audible.in/pd/Jab-Tera-Zikr-Hota-Hai-When-You-Are-Mentioned-Audiobook/B0D94RCK97

Shubham Bhardwaj

Rabindra Kumar Ram

" यूँ मुस्कुराना तेरा कमाल करता हैं ये गुमसुम आँखें सवाल करता हैं, कुछ भी कह जाऊ की सवाल जारी रखू, अभी बहुत उल्फत हैं मुहब्बत की इन आँखों में. " --- रबिन्द्र राम #मुस्कुराना #गुमसुम #सवाल #उल्फत #मुहब्बत #आँखों

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" यूँ मुस्कुराना तेरा कमाल करता हैं
ये गुमसुम आँखें सवाल करता हैं,
कुछ भी कह जाऊ की सवाल जारी रखू,
अभी बहुत उल्फत हैं मुहब्बत की इन आँखों में. "

                   --- रबिन्द्र राम

©Rabindra Kumar Ram " यूँ मुस्कुराना तेरा कमाल करता हैं
ये गुमसुम आँखें सवाल करता हैं,
कुछ भी कह जाऊ की सवाल जारी रखू,
अभी बहुत उल्फत हैं मुहब्बत की इन आँखों में. "

                   --- रबिन्द्र राम

#मुस्कुराना #गुमसुम #सवाल #उल्फत #मुहब्बत #आँखों

Rabindra Kumar Ram

" इस बेख्याली में कहीं मिल तु कि ख़बर को ख़बर लगे , मेरी मुख्तलिफ बातों को कहीं तो तेरी नज़र लगे , गुमसुम गुमनाम बैठे हैं इस आसार में , कहीं कुछ ऐसा हो जो मेरे नाम से तेरा नाम लगे . " --- रबिन्द्र राम #बेख्याली ख़बर #मुख्तलिफ #नज़र

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" इस बेख्याली में कहीं मिल तु कि ख़बर को ख़बर लगे ,
मेरी मुख्तलिफ बातों को कहीं तो तेरी नज़र लगे  ,
गुमसुम गुमनाम बैठे हैं इस आसार में ,
कहीं कुछ ऐसा हो जो मेरे नाम से तेरा नाम लगे . " 

                          --- रबिन्द्र राम

©Rabindra Kumar Ram " इस बेख्याली में कहीं मिल तु कि ख़बर को ख़बर लगे ,
मेरी मुख्तलिफ बातों को कहीं तो तेरी नज़र लगे  ,
गुमसुम गुमनाम बैठे हैं इस आसार में ,
कहीं कुछ ऐसा हो जो मेरे नाम से तेरा नाम लगे . " 

                          --- रबिन्द्र राम

 #बेख्याली ख़बर #मुख्तलिफ #नज़र

Diwan G

Rabindra Kumar Ram

" सब्र हैं ख्याल भी हैं , इन गुमसुम निगाहों में सवाल भी हैं , कोई ज़बाब ना मिले तो बेहतर और उम्दा होगा , रोज तेरी सब भरी निगाहों से देखना हैं तुझे. " --- रबिन्द्र राम #सब्र #ख्याल #गुमसुम #सवाल #ज़बाब #निगाहों

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" सब्र हैं ख्याल भी हैं ,
इन गुमसुम निगाहों में सवाल भी हैं ,
कोई ज़बाब ना मिले तो बेहतर और उम्दा होगा ,
रोज तेरी सब भरी निगाहों से देखना हैं तुझे. " 

                   --- रबिन्द्र राम " सब्र हैं ख्याल भी हैं ,
इन गुमसुम निगाहों में सवाल भी हैं ,
कोई ज़बाब ना मिले तो बेहतर और उम्दा होगा ,
रोज तेरी सब भरी निगाहों से देखना हैं तुझे. " 

                   --- रबिन्द्र राम 

#सब्र #ख्याल #गुमसुम #सवाल #ज़बाब #निगाहों

Rabindra Kumar Ram

Pic: self " बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते , कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है , काश कि हमारे बीच के फासले कुछ कम कर सके ." --- रबिन्द्र राम

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" बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , 
ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते ,
कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है ,
काश कि हमारे बीच के फासले कुछ कम कर सके  ." 

                          --- रबिन्द्र राम Pic: self 

" बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , 
ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते ,
कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है ,
काश कि हमारे बीच के फासले कुछ कम कर सके  ." 

                          --- रबिन्द्र राम

Rabindra Kumar Ram

" बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते , कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है , काश कि हमारे बिच के फासले कुछ कम कर सके ." --- रबिन्द्र राम #गुमसुम #गुमनाम #मंजिले #इश्क

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" बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , 
ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते ,
कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है ,
काश कि हमारे बिच के फासले कुछ कम कर सके  ." 

                          --- रबिन्द्र राम " बात कुछ ठहरी सी हैं जो कि गुमसुम गुमनाम हैं , 
ये मंजिले इश्क की कौन सी हैं वेशक तो साथ है तेरे साथ नहीं आ सकते ,
कर कोई फ़ैसला इस तहरीर पे मैं भी तु भी है ,
काश कि हमारे बिच के फासले कुछ कम कर सके  ." 

                          --- रबिन्द्र राम 

 #गुमसुम #गुमनाम #मंजिले #इश्क
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