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Best एकाग्रता Shayari, Status, Quotes, Stories

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uvsays

एकाग्रता महत्वपूर्ण है। 💐 #PhisaltaSamay #एकाग्रता #Concentrate #Focus #Quotes #motivate #uvsays #vedsatwa Life Love Uday panday -hardik Mahajan Vikas Yadav Bhavana kmishra Anushka Khushi #Thoughts

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Anuradha T Gautam 6280

💯✓एक #स्त्री जब #श्रृंगार करती है %%%%%%%%%%%%%%%%%%% तब वह सबसे कम समय परन्तु सर्वाधिक #एकाग्रता अपनी #बिंदी लगाते वक्त रखती है। वह आइने में एक नजर में जान जाती है कि भौहों के बीच कहां बिंदी जचेगी। #मुहब्बत #भारतीय #लव #प्रियतम #सम्मान #अर्धांग #अनुॲजुरि🤦🙆‍♀️

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Ek villain

#एकाग्रता मनुष्य जीवन में #Travel #Society

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एकाग्रता मालूम ही प्रयासों से संभव नहीं हो पाती बल्कि यह भी तब विकसित होती है जब किसी कार्य को बौद्ध पूर्ण ढंग से किया जाता है तथा उसके पूर्ण होने पर आनंद ही प्रबल अनुभूति होने लगती है कार्य की संपदा में अनुभव हो रही है आनंद की सुख होती है वास्तव में ऐसी शक्ति है जो व्यक्ति को उसके आंतरिक शक्ति से जोड़ती है इस कारण में कार्य किया जा रहा होता है तब उसमें स्वयं का आनंद ले आने लगता है लोगों को अपने बचपन के दिन अवश्य यादव होंगे एक बच्चा केवल आनंद से सराबोर रहता है तब वह अनावश्यक रूप से दौड़ते हुए एक दिल्ली को पकड़ने का प्रयास करता है जब तक वह और सब कुछ भूल जाता है उसका सारा ध्यान तितली पकड़ने में लगा रहता है ऐसी स्थिति में यह बच्चा एक ग्रह भाव में जाकर अपने कार्य को संपन्न करता है एक ग्रह का तात्पर्य नहीं है कि हम चुपचाप खाली बैठ जाएं और अपने आपको विचारों से मुक्त कर ले यह कुछ ना कुछ करें एक ताकतवर होकर कार्य को संपन्न करने से है जो उस कार्य के प्रति रुचि का उत्पन्न करता है जब कार्य के प्रति रुचि उत्पन्न होती है ऐसे कार्य संपन्न हो जाते हैं बल्कि उस में संपन्न होने के उपरांत दोनों ही स्थितियों में अभूतपूर्व आनंद की अनुभूति होती रहती है

©Ek villain #एकाग्रता मनुष्य जीवन में
#Travel

Deepak Dilwala

एकाग्रता
प्रयास
दृढनिश्चय

इन तीन शब्दों से हम अपना
भविष्य बेहतर कर सकते हैं।

©Deepak "dilwala" #भविष्य #प्रयास #एकाग्रता #दृढनिश्चय #सफलता  #कोशिश #Lines #बेहतर #तलाश सत्यप्रेम

Rohit Unique

मन को स्थिर रखने के लिए एकाग्रता की जरूरत होती है तभी किसी कार्य को करने में हम खरा उतर सकते है।। #एकाग्रता

अद्वैतवेदान्तसमीक्षा

माँ ब्रह्मचारिणी के नाम का रहस्य

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ब्रह्मचारिणी शब्द दो पदों से मिलके बना है ।ब्रह्म= बड़े लक्ष्य में ।चारिणी = तन्मय ।ऐसे ही एकाग्रता का भी यही अर्थ होता है जैसे एक= अर्थात एक अपने लक्ष्य ही को, अग्रता=माने अधिक अर्थात समस्त ब्रह्मांड से भी अधिक मूल्यवान फील करना।अर्थात  माँता अपने (एक)परम लक्ष्य भगवान शिव में इतनी (अग्र)तन्मय हो गई की शरीर की आवश्यक चीजों जैसे भोजन फल पानी पत्ते हवा आदि ग्रहण के लिए भी शरीर को प्रेरित करने का ख्याल नही आया परंतु लगभग सभी साइट्स पर  लिखा है की ब्रह्म=तप के आचरण के कारण ब्रह्मचारिणी नाम हुआ  पर  महाभारत में कहा है कि मन एवं इंद्रियों की एकाग्रता ही श्रेष्ठ तप है।"मनसश्चेंद्रियाणां ह्यैकाग्रयं परमं तपः" एक= अर्थात एक अपना लक्ष्य ही को, अग्रता=माने अधिक अर्थात समस्त ब्रह्मांड से भी अधिक मूल्यवान (अपना लक्ष्य )फील करना ही परं (श्रेष्ठ)तप है। माँ ब्रह्मचारिणी के नाम का रहस्य

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 1 - धर्मो धारयति प्रजाः आज की बात नहीं है। बात है उस समय की, जब पृथ्वी की केन्द्रच्युति हुई, अर्थात् आज से कई लाख वर्ष पूर्व की। केन्द्रच्युति से पूर्व उत्तर तथा दक्षिण के दोनों प्रदेशों में मनुष्य सुखपूर्वक रहते थे। आज के समान वहाँ हिम का साम्राज्य नहीं था, यह बात अब भौतिक विज्ञान के भू-तत्त्वज्ञ तथा प्राणिशास्त्र के ज्ञाताओं ने स्वीकार कर ली है। पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुवप्रदेश में बहुत बड़ा महाद्वीप था अन्तःकारिक। महाद्वीप तो वह आज भी है।

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8

।।श्री हरिः।।
1 - धर्मो धारयति प्रजाः

आज की बात नहीं है। बात है उस समय की, जब पृथ्वी की केन्द्रच्युति हुई, अर्थात् आज से कई लाख वर्ष पूर्व की। केन्द्रच्युति से पूर्व उत्तर तथा दक्षिण के दोनों प्रदेशों में मनुष्य सुखपूर्वक रहते थे। आज के समान वहाँ हिम का साम्राज्य नहीं था, यह बात अब भौतिक विज्ञान के भू-तत्त्वज्ञ तथा प्राणिशास्त्र के ज्ञाताओं ने स्वीकार कर ली है।

पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुवप्रदेश में बहुत बड़ा महाद्वीप था अन्तःकारिक। महाद्वीप तो वह आज भी है।

Prashant Trivedi

मेरा मन लें 
किनारे आ ताप लें
अग्नि सी पावन में
मुझें उमंगित मे
तन तेरा मन मेरा
मुझें तरंगित
हूँ साथ
तुझसें सुकून एकांत मैं #एकांत#एकाग्रता#सुकून#त्याग#प्यार#सागर

SucceSS StuDY IQ

"मौन" ना सिर्फ सामने वाले को #हराता है, बल्कि #एकाग्रता भी बढ़ाता है...!!!" #suvichar #Success #Study #iq #विचार

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"मौन" ना सिर्फ सामने वाले को हराता है...!!
बल्कि एकाग्रता भी बढ़ाता है...!!!" "मौन" ना सिर्फ सामने वाले को #हराता है, बल्कि #एकाग्रता भी बढ़ाता है...!!!"
#Nojoto #Suvichar
#SucceSS #StuDY #IQ

Anil Siwach

।।श्री हरिः।। 34 - अन्वेषण 'तू क्या ढूंढ़ रहा है?' जब कोई कमर झुकाकर भूमि से दृष्टि लगाए एक-एक तृण का अन्तराल देखता धीरे-धीरे पद उठाता चले तो समझना ही होगा कि उसकी कोई वस्तु खो गयी है और वह उसे ढूंढ रहा है। साथ ही वह वस्तु बहुत छोटी होनी चाहिये, जो तृणों की भी ओट में छिप सके। कन्हाई कमर झुकाये एक-एक पद धीरे-धीरे उठाता चल रहा है। इस चपल ऊधमी के लिये इस प्रकार पृथ्वी पर नेत्र गड़ाकर चलना सर्वथा अस्वाभाविक है। ऐसी क्या वस्तु इसकी खोयी है कि इतनी शान्ति से, इतनी स्थिरता एकाग्रता से लगा है अन्वेषण

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।।श्री हरिः।।
34 - अन्वेषण

'तू क्या ढूंढ़ रहा है?' जब कोई कमर झुकाकर भूमि से दृष्टि लगाए एक-एक तृण का अन्तराल देखता धीरे-धीरे पद उठाता चले तो समझना ही होगा कि उसकी कोई वस्तु खो गयी है और वह उसे ढूंढ रहा है। साथ ही वह वस्तु बहुत छोटी होनी चाहिये, जो तृणों की भी ओट में छिप सके।

कन्हाई कमर झुकाये एक-एक पद धीरे-धीरे उठाता चल रहा है। इस चपल ऊधमी के लिये इस प्रकार पृथ्वी पर नेत्र गड़ाकर चलना सर्वथा अस्वाभाविक है। ऐसी क्या वस्तु इसकी खोयी है कि इतनी शान्ति से, इतनी
स्थिरता एकाग्रता से लगा है अन्वेषण
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