Find the Best ramveergangwar Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about ram क्या है, ram चल रहा है, है ram, sajado ghar ko gulshan sa avadh me ram aaye hai lyrics, pyar kya hai banaya ram ne,
Ramveer Gangwar
तुम पर कितने गीत लिखे हैं आंखो में जितने चित्र उकेरे पुस्तक में सब लिख आए पर जीवन में कुछ राज अधूरे ¢ डा• रामवीर गंगवार पूरा गीत जल्द लिखने का प्रयास रहेगा... . ©Ramveer Gangwar #Hum #ramveergangwar
pari sarma
Ramveer Gangwar
प्रेम प्रेम कहते रहे, प्रेम कोई करता नहीं प्रेम के नाम पर न खुद को झूठलाइए आज का हैं प्रेम कैसा, रोज रोज नया होता गुजरे जमाने वाला प्रेम करके दिखाइए नैनन से मृगनैनी, चांद के से रूप जैसी दूध जैसी राधा को, कृष्ण सावरे भा गए मंद मंद मुस्काने, धनुष पर प्रत्यंचा ताने रामजी जानकी को अयोध्या लेकर आ गए प्रेम राम सीता सा या राधे कृष्ण जैसा यहां प्रेम को समझिए और उसमे डूब जाइए चौदह वर्ष दूर रहे, तनिक प्रेम ना कम हुआ लक्ष्मण उर्मिल सा कोई प्रेम करके दिखाइए ¢डा• रामवीर गंगवार । ©Ramveer Gangwar #chaand #ramveergangwar #dilliwaliladki #treanding #viral
Ramveer Gangwar
अरे ! मिलते हो तो पूछो हाल हमारे भी यह क्या पूछते हो कैसी है दिल्ली वाली ¢ डा• रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar #lonely #ramveergangwar #dilliwali #Trending #dilliwaliladki
Ramveer Gangwar
जब भी बिछड़ता हूं मैं, मुड़कर देखता हूं उसको उसकी अदाएं कातिल सी, वो मुड़कर देखती नही ¢ डा• रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar #holdmyhand #ramveergangwar #dillwaliladki #love #shayri
Ramveer Gangwar
कुदरत के जैसा जादू तुम, पतझड़ में हो सावन सी तुम तुम जैसे धरती पर जीवन, जीवन में हो सरिता सी तुम फूलो तितली के जैसी तुम, कुदरत में जैसे शबनम तुम तुम सीपी में मोती रखती, मेरी यादों पर मरहम तुम जोगी में तुम प्यार जगाओ, जोगन का श्रृंगार बनो तुम तुम पत्थर में सांसे भरती, न कहके भी इकरार करो तुम जीवनभर संग रह पाएंगे ?, क्या बाते सच हो सकती है ? मैं छोटे कस्बे का लड़का, वो दिल्ली वाली लड़की है ।। १८।। ¢डा • रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar #ramveergangwar #dilliwaliladki #erotica
Ramveer Gangwar
दिल ने कोशिश की दिल्ली तक दिल तो दिल्ली पहुंच गया पर | दिल वाली दिल्ली को जाने गांवो तक कितना समय लगेगा ! ¢ डा• रामवीर गंगवार . . ©Ramveer Gangwar #ramveergangwar #Hope
Ramveer Gangwar
सूरज पहले शीतल था धरती गई दूर बिछड़कर गुस्सा वो होता कैसे मारा खुद को उसने जलकर धरती से चंदा बिछड़ा रोया वो छुप छुप कर खुद को उसने शीत किया धरती से चिपका डटकर फिर अंबर ने भू को छोड़ा भू मिलती अब पर्वत बनकर अब मिलते और बिछड़ते है बारिश होती है रह रह कर नदियों ने सारे पर्वत छोड़े दौड़ी वो कलकल कर कर पर्वत नदियों में मिल सा गया खारा है सागर यह सहकर ¢ डा• रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar #ramveergangwar #Love #Sea
Ramveer Gangwar
वो जायेगा घर अपने आज कल में रास्ते में तेरा घर भी तो पड़ता होगा प्यार एहसास वही जिंदा होते होंगे वो वक्त बेवक्त सफर में मरता होगा ¢ डा•रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar #ramveergangwar #adventure
Ramveer Gangwar
घाटों पर वह आती कम है, थोड़ा वह बतयाती कम है प्रेम नगर है घाट निराला, जाने कितनी प्रेम कहानी कोई तो छुप छुप कर मिलता, कुछ करते थोड़ी नादानी प्रेम सरल है पावन जल सा, या जटिल घना कोई तम है घाटों पर वह आती कम है, थोड़ा वह बतयाती कम है धीरे धीरे सब मिलते है, मां गंगा के घाट किनारे कॉलेजों के बाद मिले है, पढ़ने लिखने वाले सारे आ जाते है मिलने वाले, गुरुकुल की सीमाएं कम है घाटों पर वह आती कम है, थोड़ा वह बतयाती कम है उसको पहली बार मिला था, मैं भी गंगा घाट किनारे मैं बैठा पहली पैड़ी पर, वो दूजी से नाम पुकारे जाने कितनी बाते बोली, थोड़ा वह शरमाती कम है घाटों पर वह आती कम है, थोड़ा वह बतयाती कम है उसको भी अब प्रेम हुआ था, लेकिन आना कम कर डाला बाते भी अब कम ही करती, जाने किसने क्या कह डाला अब मिलकर बस देखा करती, अधरो से मुस्काती कम है घाटों पर वह आती कम है, थोड़ा वह बतयाती कम है ¢ डा• रामवीर गंगवार . ©Ramveer Gangwar #ramveergangwar #Ocean