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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#Thinking गर होती बु ए वफ़ा *हमशीरों मे.... *दूध शरीक/भाई बहनों *यूसुफ ना बिकते मिस्र के बाजारों में...??*नबी/अवतार #shamawritesBebaaknojoto life #Rishtey #Like love #writersofindia #poetsofindia

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White  गर  होती बु ए वफ़ा 
हमशीरों मे.........
यूसुफ ना बिकते मिस्र के
बाजारों में......??
#Shamawrites bebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Thinking 
गर होती बु ए वफ़ा 
*हमशीरों मे....
*दूध शरीक/भाई बहनों

*यूसुफ ना बिकते मिस्र के बाजारों में...??*नबी/अवतार
#Shamawritesbebaak#nojoto #life #rishtey #like #love #writersofindia #poetsofindia

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

अलहदा_अलग मुखालिफ_विरोधी तकरार_झगड़ा Love shamawritesBebaaks#Januarycreator Sahib khan صاحب خان Irfan Saeed Wr Vishalkumar "Vishal" shahnawaz nazar official qais majaaz 03 godofpain सत्य Internet Jockey Saad Ahmad ( سعد احمد )

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मुर्शीद!!
अलहदा कर दिया मैंने
उन मुखालिफो को
जो बहुत तकरार करते थे,
कि मेरे महबूब के हर वक्त
 बेवजह कान बारमबार भरते थे...
#shamawrites बेबाक ✍️

©shama writes Bebaak अलहदा_अलग
मुखालिफ_विरोधी
तकरार_झगड़ा

#Love #Nojoto #shamawritesBebaak#nojotoquotes#januarycreator Sahib khan صاحب خان  Irfan Saeed Wr Vishalkumar "Vishal"  shahnawaz nazar official qais majaaz 03 godofpain सत्य Internet Jockey Saad Ahmad ( سعد احمد )

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

मैं किस से सीखू खुदा की*बंदगी, सब लोग खुदा के बँटवारे किए बैठे है//१ *उपासना,इबादत , सुना है खुदा*शहे_रग से भी करीब है,,हम तो मंदिर,मस्जिद,गुरूद्वारे गिरजा किए बैठे हैं//२ *गले की नस से भी करीब होना, कहा है वो*अम्न मेरे*मुल्क हिंद का,जिसे हम*फना दंगो के द्वारा किए बैठे है/३/*शांति,*देश*बर्बाद

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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

जो यादें गम में तन्हाई को बुलाया नही करते,वो अपने दिल को मुहब्बत में तड़पाया नही करते//१ हर रिश्ता नहीं होता दिल में बसाने के काबिल,फकत कुछ रिश्तों को हर बात बताया नहीं करते.//२. बेशक दिलो में ख़ुदा बसता है इसे तुम पाक ही रखना, कि हर रिश्ते को इस दिल में बसाया नहीं करते//३ माना की ये दौर ए कयामत है,फिर भी अपनो का दिल दुखाया नही करते //४

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जो यादें गम में तन्हाई को बुलाया नही करते,वो
     अपने दिल को मुहब्बत में तड़पाया नही करते//१
हर रिश्ता नहीं होता दिल में बसाने के काबिल
       फकत कुछ रिश्तों को हर बात बताया नहीं करते//२.
      बेशक दिलो में ख़ुदा बसता है इसे तुम पाक ही रखना,
 कि हर रिश्ते को इस दिल में बसाया नहीं करते//३
माना की ये दौर ए कयामत है,फिर भी...........,
अपनो का दिल  दुखाया नही करते......... //४
माद्दाए जब्त को जो रिश्ते तेरे अदब में ना लाए
ऐसे रिश्तों पे अपने अल्फाज़ ज़ाया नहीं करते//५
शमा भुला ही दो उन रिश्तों को,जो हमसफर होकर भी
 इन रिश्तों को अदल से निभाया नही करते//६
शमीम अख्तर / शमा write ✍️

©shama writes Bebaak जो यादें गम में तन्हाई को बुलाया नही करते,वो अपने दिल को मुहब्बत में तड़पाया नही करते//१

हर रिश्ता नहीं होता दिल में बसाने के काबिल,फकत कुछ रिश्तों को हर बात बताया नहीं करते.//२.
बेशक दिलो में ख़ुदा बसता है इसे तुम पाक ही रखना, कि
हर रिश्ते को इस दिल में बसाया नहीं करते//३ 
     
माना की ये दौर ए कयामत है,फिर भी अपनो का दिल  दुखाया नही करते //४

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

हां बचपन इस धुंध में अब्बू को साइकिल पर रोजाना 30 k,m school पढ़ाने जाते हुए,मैने देखा है//१ अपने अब्बू को उस कम तनख्वाह में भी मुहब्बत से*आल औलाद की परवरिश करते हुए मैने देखा है//२बेटी_बेटा अपनी हुनरमंद अम्मी को भी मेहनत से नाना के मकान में दिन_रातो में सिलाई करते हुए मैने देखा है//३ अम्मी को*नमाज ए तेहज्जुद में खुद का अपना घर,दामन फैलाकर खुदा से रोते में गिड़गिड़ाकर मांगते हुए भी मैने देखा है//४ रात्रि 3बजे की इबादत

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हां बचपन में धुंध में अपने अब्बू को साइकिल पर रोजाना 30 k,m school पढ़ाने जाते हुए,मैने देखा है//१
अपने अब्बू को उस कम तनख्वाह में भी मुहब्बत से आल औलाद की परवरिश करते हुए मैने देखा है//२
अपनी हुनरमंद अम्मी को भी मेहनत से नाना के मकान में दिन_रातो में सिलाई करते हुए मैने देखा है//३
अम्मी को नमाज ए तेहज्जुद में खुद का अपना घर,दामन फैलाकर खुदा से रोते में गिड़गिड़ाकर मांगते हुए भी मैने देखा है//४

वालीदेंन ने बरसो से सींचा है जिस घर को,आज उसी  घर को,आश्रित छोटे बेटी दामाद को किसी गैर को बेचते हुए भी देखा है//
छोटे बेटी दामाद ने बेच करके अपने वालीदेंन के घर को,खुद के ख्वाबों को मुक्कमल करते हुए भी मैने देखा है//६                     
कैसे खून के रिश्ते,और कैसा जमाना आया है,एक सगी बेटी ने 78
साला अपाहिज वालीदेन को खुद के ही घर से पामाल करते हुए भी मैने देखा है
लोगो जमाने में बेटा बहु का जो टैग इतिहास बताता है,आज इनके उलट मे ऐसे मक्कार बेटी दामाद को नया इतिहास रचते हुए मैने देखा है //८
शमा हद तो तब हुई जब आया सच सामने,तो कुत्ते, लोमड़ी के समर्थन में सियारों को दस्तखत फर्जी पट्टे मे करते हुए भी मैने देखा है//९ 
 स्वरचित १५/६/२१ शमीम अख्तर/शमा write ✍️

©shama write हां बचपन इस धुंध में अब्बू को साइकिल पर रोजाना 30 k,m school पढ़ाने जाते हुए,मैने देखा है//१           
अपने अब्बू को उस कम तनख्वाह में भी मुहब्बत से*आल औलाद की परवरिश करते हुए मैने देखा है//२बेटी_बेटा
                       
अपनी हुनरमंद अम्मी को भी मेहनत से नाना के मकान में दिन_रातो में सिलाई करते हुए मैने देखा है//३                           अम्मी को*नमाज ए तेहज्जुद में खुद का अपना घर,दामन फैलाकर खुदा से रोते में गिड़गिड़ाकर मांगते हुए भी मैने देखा है//४
रात्रि 3बजे की इबादत

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

जिन्दो को यहां जिंदगी है ही नहीं,ऐसा लगता है कि अब जीने को जिंदादिली है ही नहीं//१ जीना है तो,खुद को जिंदा रख,वरना इस जहां में तो मजे से जीने की*तजल्ली है ही नहीं//२* रोशनी,चमक_दमक सनम तुझे चाहूं,तेरे चाहने वालो को ना चाहूं,कि मुझे तो ऐसी *तरबियत मिली है ही नही //३ *संस्कार

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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

बेवफाओ को वफा का आइना दिखा दिया मैंने,तुम्हारे बगैर जीकर दिखा दिया मैंने//१ मिलना_बिछड़ना तो दस्तूर है नसीब का,कि अब देते फिरो दुहाई,तुमको इस दिल से विदा दिया मैंने//२ जो*तसव्वुर ए जेहन में तेरी याद दिला चहचहाता था,मेरे*दरीचा ए दिल से वो परिंदा उड़ा दिया मैंने// *दिमाग़ में याद आना*दिल की खिड़की से

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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

झूठे वादों के अता कर के उजाले मुझ को,कर दिया तूने*तारिकी के हवाले मुझको//१*अंधेरा जिनको*मसर्रत मेरी*मार्फत से मिली है,वो अब इस ताक में है,देंगे गम की मशाले मुझको//२ *खुशी*जरिया मैं हूँ मजबूर मगर इतनी भी लाचार नही,उजड़ जाएँ ना कहीं उजाड़ने वाले मुझको//३ मुझ जैसे और भी*बशर, हयात*बसर करते हैं यहां,कर ना देना किसी*मरघट के हवाले मुझको/४/*इंसान*जिंदगी*निर्वाह*शमशान

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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

सबने ये मनहूस साल है देखा ..,🤔 हरसु सबको बेहाल है देखा... क्रोना से हर पल काल है देखा... मौत का मंजर कमाल है देखा.... बागी औलाद की गद्दारी से, वालिदेन को तड़पते है देखा... गंगा में बहती लाशे है देखी श्वान,गिद्दो को लाशे नोचते देखा..😥 कब्रिस्तानों को अटते है देखा..😥 जिंदगी को मन मसोसेते है देखा ..😥

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सबने ये मनहूस साल है देखा ..,🤔
हरसु सबको बेहाल है देखा...
क्रोना से हर पल काल है देखा... 
मौत का मंजर कमाल है देखा.... 
बागी औलाद की गद्दारी से, वालिदेन को तड़पते है देखा...
गंगा में बहती लाशे है देखी श्वान,गिद्दो को लाशे नोचते देखा..😥
कब्रिस्तानों को अटते है देखा..😥
जिंदगी को मन मसोसेते है देखा ..😥
हरेक बस्ती में सन्नाटा है देखा
मरघट पर हमने जमघट है देखा..😥
2021में सांसे थमती है देखीं ...
हमने मासूमों को बिलखतेहै  देखा...
प्यारो को अपनो से बिछड़ते है देखा..😥
गली मुहल्ले हुए सब वीरान,शहरो में सन्नाटा है देखा..,🤔
खेत खलिहान हुए सब खाली,हर पनघट को सुना है देखा....
अपनो की मक्कारी है देखी
झूंठो की अय्यारी है देखी बातिल को सच से लड़ते है देखा...
मक्कारो के झुंड आगे मुहब्बत को पराई होते है देखा....
इंसानियत हुई यहां शर्मसार कुछ बेशर्मों को मुकरते है देखा.....
मजबूर को पैरों पड़ते है देखा...
मोब लिंचिंग का हाहाकार है देखा...😡
हर रिश्ता यहां अकेला है देखा...???
खून को खून से कतराते है देखा..,???
शमा ने ये मंजर 2021में है देखा....
31 दिसम्बर 2021
तु अब फिर कभी मत आना  😪#shamawrites ✍️

©shama write सबने ये मनहूस साल है देखा ..,🤔
हरसु सबको बेहाल है देखा...
क्रोना से हर पल काल है देखा... 
मौत का मंजर कमाल है देखा.... 
बागी औलाद की गद्दारी से, वालिदेन को तड़पते है देखा...
गंगा में बहती लाशे है देखी श्वान,गिद्दो को लाशे नोचते देखा..😥
कब्रिस्तानों को अटते है देखा..😥
जिंदगी को मन मसोसेते है देखा ..😥
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