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Best बनूं Shayari, Status, Quotes, Stories

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Rajendra Prasad Pandey Kavi

#बनूं शिल्पी अगर कोई तेरा मैं अक्स ले आऊँ, वही काजल वही बिंदी वही मैं नक्स ले आऊँ। वही डल झील आंखों मे गहराई भी उतनी हो, हया की चादरें ओढी वही गणवेश ले आऊँ।

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Sarthak dev

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शख्शियत मेरी कुछ अजब सी है 
मेरी जिंदगी की कहानी कुछ गजब सी है 
मेरे मांझी के दर्द मेरी उम्र से कही ज्यादा 
ये दुनिया क्या जाने मेरी उम्मीदें मेरा इरादा ।
हर दिन कभी गिरता कभी संभलता हूँ 
बस जिंदगी के सफर में मीलों के फासले मैं यूँही चलता हूँ
आसमानों में चमकता सितारा बनूं 
 किसी जरूरतमंद का सहारा बनूं
इस कौतुहल भरे मन मे तैरते विचारो को ठहरा दूँ
अपनी कामयाबी का परचम जग भर में लहरा दूँ

खुद को तिरंगे से लिपटा ये जहां छोड़ जाऊं 
आखिरी दुआ है ये मेरी  मैं जिंदगी को मौत यूँही बनाऊं ..।।

Sarthak dev

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कल के सुनहरे भविष्य का राज मैं आज बनूँ
किसी बेटी का संम्मान बनूं 
आज बेटा कल पिता महान बनूँ
कुछ बनु या न बनूँ 
मगर एक अच्छा इंसान बनूं ।

Kiran Bala

कागज़ मैं कागज़ संजोता हूँ दिन भर
भावनाओं के तीव्र भँवर 
अहसास कहीं मख़मली कोमल
तो कहीं वेदनाओं का जहर

उडूं कहीं बन सपनों का जहाज
तो बनूं कहीं बारिश की नाव
फैलाऊं संदेश बन कहीं मैं वाहक
 बनूं कभी मैं  नफरतों का दाहक #nojoto #nojotohindi #WOD #कागज़  #gif #poetry, #life #truth #tst #kiranbala

Abhijeet Yadav

मैं जीत बनूं या मैं हार बनूं मैं ख़ास बनूं या मैं आम बनूं मैं सुबह की अजान बनूं या शाम की आरती संख्नाद बनूं मैं बनूं श्याम बंसीवाला या फिर बनूं पर्वतदिकार अल्लाह ताला,

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मैं जीत बनूं या
मैं हार बनूं
मैं ख़ास बनूं या
मैं आम बनूं
मैं सुबह की अजान बनूं या
शाम की आरती संख्नाद बनूं
मैं बनूं श्याम बंसीवाला या
फिर बनूं पर्वतदिकार अल्लाह ताला,
बस अमन बसे हर दिल में,
चाहे रहीम बनूं या
राम बनूं
मैं जीत बनूं या
मैं हार बनूं
©bluntpoet Abhijeet Yadav मैं जीत बनूं या
मैं हार बनूं
मैं ख़ास बनूं या
मैं आम बनूं
मैं सुबह की अजान बनूं या
शाम की आरती संख्नाद बनूं
मैं बनूं श्याम बंसीवाला या
फिर बनूं पर्वतदिकार अल्लाह ताला,

Alok Garg Kumar Shukla

न सुर्खियां बनूं मैं, न उनवान तुम बनाओ
जो हो सके गैरों का भी, इंसान तुम बनाओ।
धधक उठूँ मैं सूर्य सा जो रात हो काली घनी
जो चक्षुओं को न चुभे, मैं बनूं वो रोशनी।
ठहरूं नहीं मैं ताल सा, बहूँ नदी प्रवाह सा,
मैं डूब कर भी तप रहा,जो रास्ता हो स्याह सा।
रह सकें हम एक साथ,वो मकान तुम बनाओ,
जो हो सके गैरों का भी, इंसान तुम बनाओ।
दीन हीन न रहूँ, मैं बागबान से कहूं,
मैं फूल हूँ गुलाब का, मैं अर्थ हूँ किताब का।
निष्पक्ष ही खड़ा रहूँ, मैं हाथ नाम कर सदा
वजह बनूँ खुशी का, मैं रोकूँ दुख का रास्ता,
भटके न राही मार्ग से, ऐसा निशान तुम बनाओ,
जो हो सके गैरों का भी इंसान तुम बनाओ।
....GARग #NojotoQuote #nojoto #nojotohindi #poetry #motivation #kavishala

तरूण तरंग

सबको अलविदा कहे जा रहा हूं गलती हो तो माफ करना मेरी ये ज़िन्दगी रास ना आई मुझे ख़ुशी से मौत को गले लगा रहा हूं ************************** सोचा था मंजिल हासिल करुंगा मंजिल हुई ओझल हमसफ़र भी खो गया निकला ही था सफर में हादसा हो गया

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 सबको अलविदा कहे जा रहा हूं
गलती हो तो माफ करना मेरी
ये ज़िन्दगी रास ना आई मुझे
ख़ुशी से मौत को गले लगा रहा हूं
**************************
सोचा था मंजिल हासिल करुंगा
मंजिल हुई ओझल हमसफ़र भी खो गया
निकला ही था सफर में हादसा हो गया

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