Find the Best hizr Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos abouthizr,
Amit Mishra
ये हिज़्र की रात है लंबी चलेगी टीस है दिल में बहुत ही खलेगी जमाने से नज़रें मिलायें भी कैसे मेरी इन आँखों में नमी सी रहेगी चलेंगी हवायें तो पहले के जैसी मगर इनमे उसकी महक ना रहेगी चिराग़ों का क्या है ये जलते रहेंगे मगर इस लौ में रौशनी ना रहेगी चमन में सितारे भी बिखरे हुये हैं मगर इनमे उसकी कमी सी रहेगी अंधेरों में खुद को कैद तो कर लूँ यादों की खिड़की खुली ही रहेगी 'मौन' हैं ग़ज़लें लफ्जों की कमी है अब उसके बिना महफ़िल ना जमेगी ये हिज़्र की रात है लंबी चलेगी टीस है दिल में बहुत ही खलेगी जमाने से नज़रें मिलायें भी कैसे मेरी इन आँखों में नमी सी रहेगी चलेंगी हवायें तो पहले के जैसी मगर इनमे उसकी महक ना रहेगी
ये हिज़्र की रात है लंबी चलेगी टीस है दिल में बहुत ही खलेगी जमाने से नज़रें मिलायें भी कैसे मेरी इन आँखों में नमी सी रहेगी चलेंगी हवायें तो पहले के जैसी मगर इनमे उसकी महक ना रहेगी
read moreAzeem Khan
hizr लंबा .......... चल रहा है , ज़िंदगी छोटी पड़ रही है दोस्त । hizr lamba chal rha h ! zindgi chhoti pad rhi h dost ! # azeem khan# ©Azeem Khan #hizr लंबा चल# azeem khan
#hizr लंबा चल# azeem khan
read morepreeti Bhagat💞💞💞
unhe chawla roti dono pasand thi unhe chai nahi coffee hi pasand thi ye waqt waqt ki baat thi ab koi aur hai mai pahli pasand thi . own lines✍✍ #hizr #broken #tanha #NationalChaiDay #Nojotoindia ndia sk. manjur 🌟Annie 💫 🥰Raivika🥰 Pooja Singh Zk momim🖤🖤👑
#hizr #Broken #tanha #NationalChaiDay india ndia sk. manjur 🌟Annie 💫 🥰Raivika🥰 Pooja Singh Zk momim🖤🖤👑
read moreMOEEN
अब जो इतनी मुख़्तसर बातें होंगी, कितनी सूनी हमारी रातें होंगी । कर लिया तर्क़-ए-ताल्लुक़ हमसे, अब न वो मीठी मुलाक़ातें होंगी। हम पे सावन में हिज़्र उतरा है, अब सुखी हुई सारी बरसातें होंगी। कॉल न करने को कहा है उसने, मोईन! दरो दीवार से अब बातें होंगी।
read moreतरूण तरंग
जुदा होना तुझसे ऐसा भारी पडा खुद से जुदा हो पडा ©®तरूण #sunlight #hizr #alone
Abhishek Ranjan
हिज्र(जुदायी) में मेरी वो रोया बहुत था, मैने भी आँसुओ से खुद को भिगोया बहुत था.. फिर ये क्या हुआ और वक्त गुजर गया, हर वो शय(चीज) खो गयी जिसे संजोया बहुत था.. झूठे ही निकले उसके वादे सारे, वो शख्स जो अपने वादो पर इतराया बहुत था.. इक रंज था कि उसने फिर कभी मुड़कर नही देखा, इक मैं था जिसने उस संग(पत्थर) को आवाज लगाया बहुत था.. गुजार दी जिंदगी अपनी फकीरी में 'अभिषेक', वो था तो अपने पास सरमाया(धन) बहुत था✒✒ #hizr
Shamsher Sahil
ख़त पुराने और तोहफ़े वो निकाले बैठे हैं, मुझको आख़िर लग रहा सब हिज़्र का सामान क्यों। ©शमशेर 'साहिल' #khat #tohfe #Hizr #शमशेर_साहिल #Shamsher_Sahil #pain #tears #GhazalOfSahil #BestPoetryEver #HindiShayri