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Shree

#आखिर_क्यों #श्री #पता_नहीं 🙏🏻 #निर्गुण 🦋 रट-रट के सब टल गया, दिन फिरे रह-रह सब रहा, जो रहा ना काल निहाल, योगन बालिग योग लिये, #a_journey_of_thoughts #unboundeddesires #shreekibaat_AJOT

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रट-रट के सब टल गया,
दिन फिरे रह-रह सब रहा,

जो रहा ना काल निहाल,
योगन बालिग योग लिये,

फटी अंगिया की ओट लिए,
मेरा मैं अब सह रहा नहीं,

सदका बोसा पग भाग्य धरे,
नित उठ खोला कल की ठग,

रैन बटोरे नक्शे खोजें नव नभ,
नैन टटोले, उड़ जाते हंसते खग! #आखिर_क्यों #श्री #पता_नहीं 🙏🏻
#निर्गुण 🦋

रट-रट के सब टल गया,
दिन फिरे रह-रह सब रहा,

जो रहा ना काल निहाल,
योगन बालिग योग लिये,

Divyanshu Pathak

देवियों और सज्जनों, आज चर्चा विशेष प्रयोजन के साथ है। आज समाज में धर्म को लेकर एक संकीर्ण दृष्टिकोण देखने को मिल रहा है, कुछ लोग धर्म के मर्म को समझे बिना धर्मांध होकर उसका अनुसरण कर रहे हैं और लोगो से जबरदस्ती करवाना भी चाह रहे हैं, ऐसे में लोगो को आदि शंकर के जीवन और उनकी बातों को समझने की आवश्यकता है और संयोगवश समय भी सुभीता है क्योंकि आज आदि शंकराचार्य जी की जयंती है, ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म सन 788 में केरल के कलाडी में हुआ था। आदि शंकराचार्य की मृत्यु सिर्फ़ 32 वर्ष की उम्र म #YourQuoteAndMine #सगुण #निर्गुण #शास्त्रार्थ #आदि_शंकराचार्य #मंडन_मिश्र

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सत सत नमन...
हमें शंकराचार्य को पढ़ना चाहिए। देवियों और सज्जनों, आज चर्चा विशेष प्रयोजन के साथ है। आज समाज में धर्म को लेकर एक संकीर्ण दृष्टिकोण देखने को मिल रहा है, कुछ लोग धर्म के मर्म को समझे बिना धर्मांध होकर उसका अनुसरण कर रहे हैं और लोगो से जबरदस्ती करवाना भी चाह रहे हैं, ऐसे में लोगो को आदि शंकर के जीवन और उनकी बातों को समझने की  आवश्यकता है और संयोगवश समय भी सुभीता है क्योंकि आज आदि शंकराचार्य जी की जयंती है, ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म सन 788 में केरल के कलाडी में हुआ था। आदि शंकराचार्य की मृत्यु सिर्फ़ 32 वर्ष की उम्र म

Vidhi

मोहब्ब्त मौजूदगी की मांग करती है
और यही बात मैं खुदा से कहती हूं

 #खुदा #Agnostic #निर्गुण #मोहब्बत #ईश्वर #Abondoned #YQdidi

Drx Krishna yadav

ये दुनियां सुखी मिट्टी है #निर्गुण #Flute #बात

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शुभ'म

आसरा जिसे है सिर्फ उसके नजराने का ।
कोई करे सितम जुल्मी या दे नशा मैखानें का ॥

बस उसके नाम‌ का तो जाम पिया है मैने ।
बिन पैसे के उसे तो खरीद लिया है मैने ॥

बडी अनमोल चीज पाई है मैने बिना मोल के ।
जहर भी कुबूल करता हूँ अब तो दिल खोल के ॥

वह बसता है हर परवश में ।
मैं बसता हूँ अपने उसके सपनो में ॥

मरते दम तक मैं उसे चाहूँगा ।
है आस दिल को कभी-न-कभी तो उसे पाऊँगा ॥
                               ‌‌‌ -Sp"रूपचन्द्र"

©Sp"रूपचन्द्र"✍ #ईश्वर #भगवान #भक्ति #निर्गुण #खुदा #God #अनमोल 

#MomentOfTime

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 1 - भक्ति पंचम पुरुषार्थ योगिनामपि सुर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना। श्रद्धावान् भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः।। (गीता 6-47)

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11

।।श्री हरिः।।
1 - भक्ति पंचम पुरुषार्थ

योगिनामपि सुर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना।
श्रद्धावान् भजते यो मां स मे युक्ततमो मतः।।
(गीता 6-47)

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 13 - ज्ञानी आत्मारामाश्च मुनयो निर्ग्रन्था अप्युरुक्रमे।। कुर्वन्त्यहैतुकीं भविंत इत्थम्भूतगुणो हरि:।।

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9

|| श्री हरि: ||
13 - ज्ञानी

आत्मारामाश्च मुनयो निर्ग्रन्था अप्युरुक्रमे।।
कुर्वन्त्यहैतुकीं भविंत इत्थम्भूतगुणो हरि:।।

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 13 - ज्ञानी आत्मारामाश्च मुनयो निर्ग्रन्था अप्युरुक्रमे।। कुर्वन्त्यहैतुकीं भविंत इत्थम्भूतगुणो हरि:।। 'तुम काश्मीर से स्वास्थ्य सुधार आये?' श्रीस्वामीजी ने समीप बैठे एक हृष्ट-पुष्ट संम्भ्रान्त नवयुवक से पूछा। 'जी, अभी परसों ही घर लौटा हूँ। लगभग छ: महीने लग गये वहाँ। बड़ा रमणीक प्रदेश है।' युवक संभवत: बहुत कुछ कहना चाहता था। #Books

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|| श्री हरि: ||
13 - ज्ञानी

आत्मारामाश्च मुनयो निर्ग्रन्था अप्युरुक्रमे।।
कुर्वन्त्यहैतुकीं भविंत इत्थम्भूतगुणो हरि:।।

'तुम काश्मीर से स्वास्थ्य सुधार आये?' श्रीस्वामीजी ने समीप बैठे एक हृष्ट-पुष्ट संम्भ्रान्त नवयुवक से पूछा।
'जी, अभी परसों ही घर लौटा हूँ। लगभग छ: महीने लग गये वहाँ। बड़ा रमणीक प्रदेश है।' युवक संभवत: बहुत कुछ कहना चाहता था।


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