रहमत रब्बा कर इतनी रहमत कि हमारी सभी कमी दूर हो जाये,न हो निर्भर किसी पर ऐसा मनोबल हमारा मजबूत हो जाये, न बोझ बने कोई किसी पर रब्बा ऐसा न किसी को दिन दिखाये,लगती जिंदगी कटी पतंग सी अब न कोई उड़ान ही भर पाये,घुटन भरा लगता हर लम्हा खुले आसमां कि आस लगाये फिर उड़ान भरने की चाह जगाये,उड़ गये सारे रिश्ते-नाते एक-एक करके देख हमारा हाल,न रहा कोई निस्वार्थ भाव दिखा गये सब स्वार्थ,गिरगिट जैसे रंग है बदले रिश्तों का ये अपनापन पल में अपना ये कह देते पल में करते परायापन,दिखा रहमत ऐसी कुछ रब्बा जगा इंसानों के दिलों में इंसानियत इतनी कि मिले हम जैसों को भी एक समान सम्मान न मिले तिरस्कार इस जहां में मिले सबका प्रेमभाव। ये भाव ऐसे इंसानों के जो पल पल रब से रहमत की दुआ माँग कर सारी जिंदगी बीता दिया करते हैं कीजिए दुआ इन पर भी रब की रहमत बरस जाये । 🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻🌹 3.रहमत...14.04.2021 #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #KKr2021