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बलात्कार वो सहमी सहमी सी रहती है,घुटन सी मह

      बलात्कार 
वो सहमी सहमी सी रहती है,घुटन सी महसूस 
उसे हर लम्हा अपनी ज़िन्दगी में रहती है,चुप 
हो खामोश हो कहती नहीं किसी से जब रूह
 उसकी घायल हो जाती है,एक बेटी होने की 
कीमत ऐसी दरिंदगी से सामना कर चुकाती है,
चला जाता है ईश्वर कहाँ जब साथ उसके दुष्कर्म 
का हादसा होता है बचा कर रखना चाहती 
ख़ुद को वहशी दरिंदों से जाने कैसे कब उनकी
बुरी नजरों में आ जाती है वो,कभी मासूम बच्चियाँ
तो कभी युवा बेटी उनकी दरिंदगी की शिकार हो 
जाती है,हो जाता घर से निकलना दुश्वार जब 
अपशब्द भरी फबतियों का सामना उसको करना
पड़ता,ग़र हो जाती शिकार इस दरिंदगी का तो समाज
उसे अपने तानों से उसको इतना हीनभावना से ग्रस्त 
है कर देता,होकर वो मजबूर जीने की तमन्ना से नफ़रत 
कर आत्महत्या को गले लगा इस दुनियाँ को अलविदा
 है कह जाती,होगा वो दिन कौन सा जब बेटियों को 
सही मायने में एक देवीय रूप से सम्मान दिया जायेगा।

 कभी समझने की कोशिश करना ऐ समाज के रखवालों
तुम्हारी दकियानुसूर विचारधारा के कारण एक बच्ची 
एक युवा बेटी एक महिला इस हैवानियत का शिकार होती है।
संस्कार बंदिश उन ऐसे इन्सान पर भी लागू करो जो इस दरिंदगी को
अंजाम देते हैं। 
बाॅलीवुड फिल्में सोशल साइट्स पर आय दिन वीडियों मेकर ऐपस कहीं न कहीं जिम्मेदार है।जहाँ अश्लीलता परोस युवा पीढ़ी भटकती जा रही है 
एक लाईक के लिए सोशल साइट्स की  दुनिया में मशहूर हो जाने के लिए 
कुछ युवा लड़की और लड़के कुछ भी कर जाते हैं जिनका असर छोटी उम्र के
      बलात्कार 
वो सहमी सहमी सी रहती है,घुटन सी महसूस 
उसे हर लम्हा अपनी ज़िन्दगी में रहती है,चुप 
हो खामोश हो कहती नहीं किसी से जब रूह
 उसकी घायल हो जाती है,एक बेटी होने की 
कीमत ऐसी दरिंदगी से सामना कर चुकाती है,
चला जाता है ईश्वर कहाँ जब साथ उसके दुष्कर्म 
का हादसा होता है बचा कर रखना चाहती 
ख़ुद को वहशी दरिंदों से जाने कैसे कब उनकी
बुरी नजरों में आ जाती है वो,कभी मासूम बच्चियाँ
तो कभी युवा बेटी उनकी दरिंदगी की शिकार हो 
जाती है,हो जाता घर से निकलना दुश्वार जब 
अपशब्द भरी फबतियों का सामना उसको करना
पड़ता,ग़र हो जाती शिकार इस दरिंदगी का तो समाज
उसे अपने तानों से उसको इतना हीनभावना से ग्रस्त 
है कर देता,होकर वो मजबूर जीने की तमन्ना से नफ़रत 
कर आत्महत्या को गले लगा इस दुनियाँ को अलविदा
 है कह जाती,होगा वो दिन कौन सा जब बेटियों को 
सही मायने में एक देवीय रूप से सम्मान दिया जायेगा।

 कभी समझने की कोशिश करना ऐ समाज के रखवालों
तुम्हारी दकियानुसूर विचारधारा के कारण एक बच्ची 
एक युवा बेटी एक महिला इस हैवानियत का शिकार होती है।
संस्कार बंदिश उन ऐसे इन्सान पर भी लागू करो जो इस दरिंदगी को
अंजाम देते हैं। 
बाॅलीवुड फिल्में सोशल साइट्स पर आय दिन वीडियों मेकर ऐपस कहीं न कहीं जिम्मेदार है।जहाँ अश्लीलता परोस युवा पीढ़ी भटकती जा रही है 
एक लाईक के लिए सोशल साइट्स की  दुनिया में मशहूर हो जाने के लिए 
कुछ युवा लड़की और लड़के कुछ भी कर जाते हैं जिनका असर छोटी उम्र के
preciouskuditaru3399

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कभी समझने की कोशिश करना ऐ समाज के रखवालों तुम्हारी दकियानुसूर विचारधारा के कारण एक बच्ची एक युवा बेटी एक महिला इस हैवानियत का शिकार होती है। संस्कार बंदिश उन ऐसे इन्सान पर भी लागू करो जो इस दरिंदगी को अंजाम देते हैं। बाॅलीवुड फिल्में सोशल साइट्स पर आय दिन वीडियों मेकर ऐपस कहीं न कहीं जिम्मेदार है।जहाँ अश्लीलता परोस युवा पीढ़ी भटकती जा रही है एक लाईक के लिए सोशल साइट्स की दुनिया में मशहूर हो जाने के लिए कुछ युवा लड़की और लड़के कुछ भी कर जाते हैं जिनका असर छोटी उम्र के #yourquotedidi #trendingquotes #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #tarunasharma0004 #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #kkr2021 #kkबलात्कार