ग़ज़ल:_ हसीन आज इस महफ़िल की "कहानी" होगी सारी दुनिया हमारे "इश्क़" की "दीवानी" होगी नव-यौवन का आगाज़, खून में "रवानी" होगी इश्क़ होगा जवा, मोहब्बत की "निशानी" होगी तुम हो प्रेम दीवानी, तुम कब "सयानी" होगी एक दिन मोहब्बत यह सब की "जुबानी" होगी इश्क़ का नशा हुआ, बाहों में अब "रानी" होगी ना हुआ ना होगा, हम जैसा कोई "सानी" होगी मोहब्बत बर्बादी हैं, करके फिर वो "मानी" होगी अब उसने फिर से इश्क़ नहीं करने "ठानी" होगी #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #आओकोईशामगुज़ारें #गजल #kkpc18 #collabwithकोराकाग़ज़ ग़ज़ल:_ हसीन आज इस महफ़िल की "कहानी" होगी सारी दुनिया हमारे "इश्क़" की "दीवानी" होगी नव-यौवन का आगाज़, खून में "रवानी" होगी