मैन देखा है पापा माथे की लकीरों पर जो शिकन थी, उस शिकन में छुपी परेशानियों को देखा है। काम से थके हारे आते अपनी थकान को मुसकुराहट में छुपाते मैंने देखा है पापा। मैन देखा है पापा आपके चहरे से टपकती पसीने की मोती, थोड़ी तन पर थोड़ी मस्तक पर होती। मैंने महीने की कमाई माँ की हथेलियों पर रखते खून पसीना एक कर हमारी ख्वाहिशों को पूरा करते बिन बोले ही हमारी जरूरतों को समझते मैंने देखा है पापा । मैने देखा है पापा, तनख्वाह वाले दिन भी आपकी खाली जेबों को। हाथो में पड़े छालो को मैने देखा है । कौन कहता है पापा कठोर होते है , पापा वह है जो अपने आँसुओ से हमारे आंसू धोते है । सायद इसलिए उनके पास पानी , पसीनो में ज्यादा आँसुओ में कम होते है । I love u appa मैन देखा है पापा माथे की लकीरों पर जो शिकन थी, उस शिकन में छुपी परेशानियों को देखा है। काम से थके हारे आते अपनी थकान को मुसकुराहट में छुपाते मैंने देखा है पापा। मैन देखा है पापा