खाकर चोट ग़मों की पत्थर-सा खामोश हूँ उम्मीद जो बाकी है.. ------------------ आकर वों तराश सके कि दिल तो कमबख्त मेरे सीने में भी है..💔 ©Anil Ray ❣️❣️एहसास-ए-दर्द एहसान❣️ ❣️ टूटकर अब खुद को संभालते-संभालते इन तेरी जुल्फों की तरह बिखरने लगे। बहुत सताते थे, गिला-शिकवे दिलों को बिना-पढे सहमति हस्ताक्षर करने लगे।