Nojoto: Largest Storytelling Platform

White आज मिल गई सन्दूक में ,वही पुरानी डायरी , जि

White  आज मिल गई सन्दूक में ,वही पुरानी डायरी ,
जिसके हर पन्ने पर , ख़ुद  को लिखा था मैने,

वो सूखा  हुआ  गुलाब ,आज भी महकता है,
जिसकी रंगत को कभी ,रूह से छुआ था मैंने,

बिखरे पड़े है कई ख्वाब मेरे ,लफ़्ज़ों की स्याही में,
जिनको पाने के लिए ,अश्क़ों का जाम पिया था मैने,

धड़कते दिल को संभाला था ,मचलते बच्चे की तरह,
तब कहीं जाकर , अपने  ज़ख्मों को सिया था मैंने,।।

-पूनम आत्रेय

©poonam atrey
  #पुरानी_डायरी 
#पूनमकीकलमसे 
#नोजोटोराइटर्स  PURAN SING‌H CHILWAL Payal Das Neel Vishalkumar "Vishal" Kamlesh Kandpal  SHAYAR (RK) suresh gulia Anshu writer AD Kiran Suneel Nohara  Rajdeep AD Kiran Anshu writer Jitendra Singh suresh gulia  Preeti Kumari Ravi Ranjan Kumar Kausik बादल सिंह 'कलमगार' Urmeela Raikwar (parihar) Anudeep  वंदना .... Gyanendra Kukku Pandey divya Sharma बेजुबान शायर shivkumar परिंदा  भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Dr. uvsays परिंदा Shilpa Yadav Shubham Bhardwaj  Rameshkumar Mehra Mehra Shubham Bhardwaj Ashutosh Mishra Shilpa priya Dash manshi writer  मनस्विनी Ranjit Kumar Dr Anoop Vishwajeet Mahi  मनस्विनी PФФJД ЦDΞSHI vineetapanchal Noor Hindustani Ravikant Dushe  हिमांशु Kulshreshtha ANIL KUMAR,) Andy Mann Ritu Tyagi Madhusudan Shrivastava  अकेला मानव पथिक.. Vandana Kumari डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313) शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन )