//बढ़ते अत्याचार// ****************** चिंता का विषय हैं बन रहा , युवाओं की परवरिश और शिष्टाचार, जिंदगी की भाग - दौड़ में देखो पीछे रह गए संस्कार, क्या कभी किसी ने सोचा है क्या कारण से बढ़ रहे हैं अत्याचार, आघात हुआ है अस्मत पर लोगो रहे हैं मानसिक बीमार, वबा ए करोना है जैसे खुदा की मार , इंसान के अत्याचार से खुदा भी हो गया बेबस और लाचार, इस आस में इंसा है आएगा कोई फरिश्ता तारेगा हमें ले अवतार, कब समझेगा मूर्ख प्राणी आखिर बढ़ते अत्याचार का कौन है जिम्मेदार, आज समय आ गया अब खत्म हो यह हाहाकार, बढ़ती अत्याचार को बांधकर सदाचार से सजा दो हर कसूरवार। #कोराकाग़ज़ #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkr2021 #kkबढ़तेअत्याचार