तेरी नज़रों का समा यूँ "क़ातिल" हुआ तेरी नज़रों के तीर से घायल दिल हुआ मदहोश निगाहों ने इस तरहा पिलाया फ़िर से प्यासा मेरा दीवाना दिल हुआ वक़्त की दशा बदली, इश्क़ की दिशा रूठ गया महबूब, "क़िस्मत" यूँ बदली रूठा रूठा इश्क़ दिल में दर्द जगाता है ना जाने क्यूँ , यादों में सिमट जाता है ग़म हज़ारों है इस चाहत के "कृष्णा" फ़िर भी दिल "चाहत" का दीवाना हैं #रूठारूठासाइश्क़ #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kksc12 #विशेषप्रतियोगिता #अल्फाज_ए_कृष्णा