Nojoto: Largest Storytelling Platform
laxmandawani7800
  • 327Stories
  • 89.2KFollowers
  • 10.1KLove
    8.0LacViews

laxman dawani

26 दिसम्बर 1968

  • Popular
  • Latest
  • Video
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

New Year 2025 2122  1212  22/112
चाँद भी अब खिला खिला सा है
हर सू  महकी  हुई  फिजा  सा है

आये है सज संवरके महफ़िल में
होश  तब  से  उड़ा  उड़ा  सा  है

कैसे  कह  दूँ  खुदा  उसे  अपना
दरमियाँ  उस  के फासला  सा है

दिल  लगा   बैठे  है   रकीबो  से
अन्दाजे   गुफ्तगू   नया   सा   है

रुख  से  पर्दा  उठा  के जो देखा
युँ  लगा  मुझ पे  वो फिदा सा है

क्या  गिले शिक्वे मैं करूँ उसके
अब  भी  वो मेरे दिलरुबा सा है

धड़कने बन के दिल मे बस्ता है
मैं  जमी हूँ  वो  आसमाँ  सा  है
     ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
22/9/2017

©laxman dawani
  #Newyear2025 #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

New Year 2024-25 221   2121   1221   212
हमको न था  पता आने  वाले  तूफान का
कर लो  यकीं  कभी तो हमारी जुबान का

काटे  नहीं  थे  पर  ये  किसी  ने  मेरे यहाँ
कद मैंने खुद घटा लियाअपनी उडान का

मुकाम  तो  नही  था  ऐसा  इस ज़माने में
गुमान हो  गया  था  हमें  अपने  शान का

शिद्दत से दुश्मनी ये निभायेंगे मिलके सब
हमको खबर नहीं था ऐ लोगो  जहान का

ऐसी चली येआँधियाँ ज़ुल्मोसितम किअब
खंडहर साहो गया हाल दिलके मकान का

तकदीर  अपने  खेल  दिखाती  अजीब है
हर  दर्द  ये  मिटा  देती  मेरी  थकान  का
          ( लक्ष्मण दावानी )
11/12/2016

©laxman dawani
  #NewYear2024-25 #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

New Year Resolutions 1212   1122   1212   22
किसी से  नज़रे  चुराना  मुझे नहीं आता
जमीर  बेच  के  जीना  मुझे  नहीं  आता

वफ़ा पे हम यूँ लुटा दें ये ज़िन्दगी अपनी
दगा दे  कर  मुस्कुराना  मुझे नहीं आता

चलेंगे  साथ  सदा  तेरे  हमसफ़र  बनके
किसी  से  हाथ  छुड़ाना मुझे नहीं आता

करूँ  यकीन  कहाँ तक  यूँ झूठे वादों पे
यूँ वादे कर के  न आना  मुझे नहीं आता

जले यूँ ख्वाब मेरे आँधियों में नफ़रत की
बेजां  यूँ  अश्क  बहाना  मुझे नहीं आता

तमाम  उम्र  गुज़र  जायेगी  यूँ  यादों  में
तेरी  तरह  यूँ  भुलाना  मुझे  नहीं  आता
            ( लक्ष्मण दावानी )
8/12/2016

©laxman dawani
  #newyearresolutions #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

Unsplash 2122   2122   212
बिन   तिरे   ये  ज़िन्दगी  बेकार  है
मेरे दिल को तुमसे अब भी प्यार है

खो  गयी  है   खुशियाँ   मेरी  कहीं
ख़ुशियों    का  मेरे   तू   आधार है

दाग दामन का कभी धूल ना सका
ज़िन्दगी  को  बस  यही आजार है

कर दिया बदनाम  सबने इश्क को
कहते है जो  इश्क  बस व्यापार है

कर न दुश्मन  की  तरफदारी यहाँ
इन  रकीबो    से   मिरी  तकरार है

बे  मुरब्बत  बे  वफ़ा  है  लोग  वो
इश्क बस  जिनके  लिये बाजार है

हर  सूँ  दिखती  है  सूरत तेरी मुझे
चढ़  गया  यूँ  इश्क  का  बुखार है
       ( लक्ष्मण दावानी )
6/12/2016

©laxman dawani
  #snow #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

122   122   122   122
रकीबो से है उसने उल्फत निभाई
हमारी  मुहब्बत  कहाँ  रास  आई

लगा कर मुझे इश्क का रोग उसने
दे दी  उम्र भर को  तड़फने जुदाई

लगा के यूँ इल्जाम सर बेवफा का
न आये  कजा भी  सजा है सुनाई

बहुत रोये सजदों में सरये झुकाके
कभी उसने मुझपे दया ना दिखाई

बने फिरते पागल दिवाने यूँ उनके
बहुत हो  गई  है  मिरी जग हँसाई

बुरा हाल है दिल-ऐ-नादाँ सभांलो
देखो थक गया है  दे दे कर दुहाई
    ( लक्ष्मण दावानी )
7/12/2016

©laxman dawani
  #alone #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2122   2122   212
दर्दे दिल  हमको छुपाना आ गया
दुश्मनो से  दिल  लगाना आ गया

राज की  इक बात बताऊँ तुम्हे में
जाल हमको भी बिछाना आ गया

रोते थे  यादो में  जिनके हम सदा
आँसू उनको  भी बहाना आ गया

अब कहें उनकी अदा या जुल्म ये
लब  पे उनके  वो तराना आ गया

चल पड़ी है ये हवा- ए-शौक अब
याद  मौसम  वो  सुहाना आ गया

आज ये बादे - सबा कुछ कह गई
याद  गुजरा  वो फ़साना  आ गया

अब ब- वकते-मर्ग आये याद हम
हाय  रे  कैसा   जमाना  आ  गया
        ( लक्ष्मण दावानी )
6/12/2016
हवा-ऐ-शौक - प्रेम की हवा
बादे-सबा - सुबह की शीतल वायु
ब-वकते-मार्ग - मौत का वक्त

©laxman dawani
  #sad_quotes #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2212   2212   22
तेरे   लबो  की  ही   दुआ   हूँ  मै
गुल बनके आँचल में खिला हूँ मै

क्यो कररहे शिक्वे शिकायत तुम
तेरी  हि नफरत का सिला  हूँ  मै

इक रोज तो  बुझ जाएंगे हम भी
जलता हुआ  बस इक दिया हूँ मै

तुमने लिखी जो  आयतें दिल पर
उन आयतों  से  अब  खफा हूँ मै

आदी  नही  था  गम में जीने का
इन  खुशियों  से  ही  जला  हूँ मै

महफूज   था   में   तेरे   साये  में
अब  दर्द - ऐ- दिल की दवा हूँ मै

फिर   रात   बीती   बे करारी  में
इस इश्क -ऐ- गम की वफ़ा हूँ मै
     ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
20/9/2017

©laxman dawani
  #love_shayari #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

Unsplash 122   122   122   122
जरा सोच ले  दिल लगाने  से पहले
मैं  रोया  बहुत  मुस्कराने  से  पहले

कहाँ तक निभाओगे  तुम साथ मेरा
बता  हाथ  हमसे  मिलाने  से पहले

न  मैं  संगदिल  हूँ  न ही  मैं  फरेबी
समझ  ले  मुझे आजमाने  से पहले

न छेड़ो इसे  सोने दो दिल में चाहत
जगा मत नज़र को मिलाने से पहले

बहुत  दर्द  देगी  मुहब्बत  ये हमको
भुला  दे  इसे   तु  जगाने  से  पहले

कहर  ढा  रही  है निगाहें ये हम पर
कज़ा  आ न  जाये लजाने से पहले
      ( लक्ष्मण दावानी )
5/12/2016
कज़ा - मौत

©laxman dawani
  #lovelife #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 1222   1222   122
मुहब्बत की  मिली हमको सजा है
ठिकाना अब मिरा बस मयकदा है

नहीं  है गम  जुदाई  का  हमें  अब
जुदाई  इश्क  का  तो  फलसफा है

वफाओ  की  न कर  बातें तु हमसे
मुझे   मालूम    है   तू   बेवफा   है

गुनाहे  इश्क  हुआ  मुझसे   था  ये
खता   तेरी    नहीं   मेरी   खता  है

चुकाता  फिर  रहा  किश्तें मुहब्बत
दरद अब बन गया दिल की दवा है

निकालूँ कैसे दिल से अपने तुमको
तु  दिल  में  इस  कदर  मेरे बसा है
       ( लक्ष्मण दावानी )
4/12/2016

©laxman dawani
  #good_night #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2122   2122   212
सामने  सब  के  गिराना  छोड़  दे
गैर  को  अपना  बताना  छोड़  दे

कर न इतने तू  सितम दिल पे मेरे
अब के हमको आजमाना छोड़ दे

रोक  ना  पाओगे  मंजिल से मुझे
राह  में  पत्थर  बिछाना  छोड़  दे

होश में है  आये  महफ़िल में तेरी
जाम  नज़रो  के  पिलाना छोड़ दे

मत दिलाओ याद हमको लम्हे वो
अब  पुराना  वो  तराना  छोड़  दे

हासिले अब कुछ नहीं होगा यहाँ
अब गले गम  को लगाना छोड़ दे

जख्म दिल पे तो  बहुत है मेरे भी
जख्म  तू  अपने दिखाना छोड़ दे
        ( लक्ष्मण दावानी )
4/12/2016

©laxman dawani
  #Sad_shayri #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile