Nojoto: Largest Storytelling Platform
laxmandawani7800
  • 344Stories
  • 89.3KFollowers
  • 10.4KLove
    8.0LacViews

laxman dawani

26 दिसम्बर 1968

  • Popular
  • Latest
  • Video
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2122    2122    2122
ख्वाब  आँखों  में  सजाना चाहता है
आज फिर दिल गुनगुनाना चाहता है

रह  गये जज्बात  दिल के  जो अधूरे
वो  ग़ज़ल  गा कर  सुनाना चाहता है

है मेरे अहसास में शामिल तु अब भी
राज  दिल  का  ये  बताना चाहता है

खाके झूठी  कस्मे  कर के  झूठे वादे
आज फिर  हमको हसाना चाहता है

सोई  है  जो  हसरते  दिल में तेरे भी
प्यार  से  अपने   जगाना  चाहता है

कर यकीं इस बार अपने आशिक पे
वादे  सब  अपने  निभाना चाहता है
       ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
23/12/2016

©laxman dawani
  #sad_quotes #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 122   122   122   122
देकर  गम मेरी आँख  नम ही करेगा
सितमगर  हमेशा  सितम  ही करेगा

न  कर बन्दे  पर तू  भरोसा कभी भी
खुदा  तुझपे  तेरा  करम  ही  करेगा

हरे  के   हरे  जख्म  रहने  दिये  सब
दवा  जख्म  की  बेशरम  ही  करेगा

बढ़ा  के  देखो  तो कदम तु  मेरी जां
तेरा   फैसला  हम कदम  ही  करेगा

सरे  राह  नज़रे  चुरा  चल  दिया  वो
नज़र  वो  मिला कर शरम ही करेगा

वहम पाले उसने बहुत अपने दिल में
जुदा  हमसे  उसको  भरम ही करेगा
         ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
23/12/2016

©laxman dawani
  #love_shayari #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

2122    2122    2122    212
कर न गुमाँ खुद पे खुदसे करले तू पहचान अब
धूल  में  मिल  जायेगा  ये  बात  मेरी  मान अब

देखे है  हमने धुरन्धर  एक से बढ़कर एक यहां
तू  मूछों को ताव दे  अपनी दिखा ना शान अब

रोयेगा  हो  कर जुदा  अपनों  से  बातें  मान ले
तू  बता ना  फर्ज को अपने  यहाँ अहसान अब

गलतियाँ  कुछ तो  तुमारी  भी  रही  होंगी यहाँ
मान कर अपनी खतायें  सब तु बन इंसान अब

मुफलिसी  के दौर में  ग़ुम  हो  गई  सब आरजू
तू जगा ना दिल में कोई  ओ नया अरमान अब

आशिको  के  भेस में  अब  घुमते कातिल यहाँ
बन रहा  क्यों जान के तू सब यहाँ अंजान अब
             ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
22/12/2016

©laxman dawani
  #covidindia #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2122    1122    1122    22
अच्छे  अच्छो को  यहाँ आँसु बहाते देखा
सर  जरूरत पे  फरिश्तों को झुकाते देखा

कोन  देता  है  यहाँ साथ  किसी  का यारों
वक़्त पर अपनों को भी हाथ छुड़ाते देखा

खुशियाँ  ढूढते थे बज्मे - शबां  में  हम भी
हाथ  लोगो को वहाँ  पर भी  जलाते देखा

कुछ  निशाँ  वकत ने दामन पे लगाया मेरे
दाग कुछअपनों को भी हमने लगाते देखा

रहते  थे  दूर  गमे  इश्क से जो दुनियाँ मैं
दर्द  अपने दिल के लोगो को सुनाते देखा
         ( लक्ष्मण दावानी ✍ )
22/12/2016
बज्मे शबां - रात की महफ़िल

©laxman dawani
  #good_night #Love #Life #romance #Poet #gazal #experience #poem #Poetry #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

2122   1212   22/112
ज़िन्दगी  इश्क   में तमाम  हुई
इक  ख़ुशी  भी न मेरे नाम हुई

दास्ताँ   ये   किसे   सुनाते हम
ख्वाहिशें  जब मेरी गुलाम हुई

ले  डूबी  यूँ  मुझे  ये ख़ामोशी
तोहमत  सब  हमारे  नाम  हुई

हम  बदल देते गम ख़ुशीयों में
हर  ख़ुशी अब  मेरी बेदाम हुई

राते  अपनी  रंगीन  थी  उनसे
आज कितनीअजीब शाम हुई

थी ये महफूज साय ज़ुल्फो के
गेंसु जो खुले  जीस्त आम हुई
       ( लक्ष्मण दावानी )
21/12/2016

©laxman dawani
  #HandsOn #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

212   221   212
कह रहा दिल बार बार है
जीत  ना  तेरी  ये  हार है

क्यों  पशेमाँ  आप हो रहे
रो  रहा  क्यों जार जार है

जबसे हमसे हुए वो खफा
दिल ये कितना बेक़रार है

लाख  हो  गुरूर  चाँद को
उनसे  लगते  चाँद  चार है

बह रहा हूँ इसमें आज भी
कितने  गहरी  यादें यार है

काश रस्मे तोड़ सकते हम
जीस्त  बिन  तेरे  बेजार है
    ( लक्ष्मण दावानी )
21/12/2016

©laxman dawani
  #AloneInCity #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

2122    2122    212
बज्म  में  जब  वो  बुलाता है मुझे
जाम  नज़रो  के  पिलाता  है मुझे

जल्वे अपने हुस्न के हमको दिखा
वो  अदाओं  से  लुभाता  है  मुझे

पास आकर  वो  नजाकत  से मेरे
भर  के  बाहों  में  सताता  है मुझे

चढ़ गया यूँ  इश्क का उनके नशा
ख्वाब  में भी  डगमगाता  है मुझे

निकलूँ जो उनके कुचे से में कभी
राह  में  आकर   बुलाता  है  मुझे

बैठ  कर  वो  संग  दुश्मन  के मेरे
इश्क में  वो आजमाता   है   मुझे

कैसे  कर लूँ  में यकीं  उसपे यहाँ
संग   गैरो   के   बिठाता   है  मुझे
        ( लक्ष्मण दावानी )
20/12/2016

©laxman dawani
  #Morningvibes #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2122    2122    212
उनके  यादों  ने  जगाया  देर  तक
अश्क आँखों  ने  बहाया  देर  तक

बिजलियाँ सुलग रही यूँ  ज़िस्म में
चाँदनी  ने  फिर  जलाया देर तक

यूँ  बता कर  उसने हमको बे वफ़ा
आज फिर हमको रुलाया देर तक

आये   हसते  हुए उनके  बज्म  में
हाले दिल  रो कर  बताया देर तक

उम्र  भर  करते   रहे  इंतज़ार  हम
हसरतो   ने   आजमाया  देर  तक

कह सके ना जो जुबाँ से हाले दिल
ढाल   गीतों   में  सुनाया  देर  तक

निकले  थे   पाने   नई  वो  मंजिले
मै  दुआ  उनको  दे  आया देर तक
         ( लक्ष्मण दावानी )
20/12/2016

©laxman dawani
  #Sad_shayri #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2122    2122   2122   212
साफ़  होनी  चाहिये  नज़रे  मिलाने के लिये
ये कला  तुझमे नहीं है  दिल लगाने के लिये

दर्द  देते  है  मुहब्बत  के  ये  अफसाने  हमें
कोई साथी  चाहिये  अरमां भुलाने  के लिये

कुछअलग इल्जाम सर मेरे लगा ऐ जाने जां
ये  न  काफी  है  जफ़ा  मेरी  बताने के लिये

घाव दे जितना तेरा दिलचाहे इस दिल पे मेरे
हर  समय  हाजिर रहेगा ये  निशाने के लिये

जब तुने समझे नहीं दिलके मेरे जज्बात भी
अब बचा हीक्या तुझे फिरसे सुनाने के लिये

पास  था  जो  मेरे खो चुका  मुहब्बत में तेरी
रह  गये बस अश्क आँखों से बहाने के लिये
             ( लक्ष्मण दावानी )
18 /12 2016

©laxman dawani
  #Thinking #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
16d6cbb1212fe7cce341903834a9aba6

laxman dawani

White 2122    1122    1122    22
प्यास दिल की मेरे मिलता है बढ़ा देता है
इस तरह कौन मुहब्बत  का सिला देता है

बिजलियाँ  दिल पे  गिराता कुछ यूँ है मेरे
नजरे अपनी जब गिरा के वो उठा देता है

दर्द की कह न सकूँ  अपनी जुबाँ से मैं वो 
अश्क आँखों  का मेरे  ये सब बता देता है

ऐसे मिट सकते नहीं जख्म ये दिल के मेरे
अपने रहमो करम की क्यों तु दवा देता है

कर न गम तू मेरे  जख्मो के दर्द का यारा
दर्द  हमको  ये मुहब्बत  का  मजा देता है

ज़िन्दगी  गुजर  रही  वीरानियों में अपनी
वो सदाखुश रहने की हमको दुआ देता है
           ( लक्ष्मण दावानी )
17/12/2016

©laxman dawani
  #love_shayari #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile