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N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} जब मेघनाथ ने विभीषण पर चलाया यम अस्त्र आज, मैं उसी के बारे में आपको बता रहा हूँ !! 🌞🌞 आपका एन एस यादव :- यम अस्त्र:-🌅 मेघनाथ अपने पिता रावण की आज्ञा का हमेशा पालन करता था व उनके गलत होने के पश्चात भी उसने हमेशा उनका साथ दिया था। जितना वह अपने पिता का सम्मान करता था, उतना ही वह अपने चाचा विभीषण से द्वेष रखता था, क्योंकि उसके चाचा विभीषण ने उसके पिता, कुल, समाज व देश के साथ विश्वासघात किया था। 🌅 जब मेघनाथ ने लक्ष्मण को शक्तिबाण के प्रहार से मुर्छित कर दिया था, तब वह बहुत प्रसन्न था, लेकिन विभीषण ने लंका के वैद्य सुषेण की सहायता से लक्ष्मण को स्वस्थ कर दिया था। इसके अलावा भी मेघनाथ को विभीषण के द्वारा श्रीराम की सेना की कई प्रकार से सहायता करने के कारण क्रोध था, जिसका बदला वह लेना चाहता था। आज हम उसी के बारे में आपको बताएँगे। जय श्री राम जी:-मेघनाथ का विभीषण पर आक्रमण:- 🌅 मेघनाथ युद्ध में जाने से पहले लंका के गुप्त स्थान पर बने अपनी कुलदेवी माता निकुंबला देवी का यज्ञ कर रहा था, जिसके पश्चात उसे हरा पाना असंभव था, लेकिन विभीषण को इसका पता चल गया था। यदि यह यज्ञ सफल हो जाता तो युद्ध का परिणाम कुछ और होता। किंतु विभीषण ने लक्ष्मण के साथ मिलकर उस यज्ञ को असफल करवा दिया था, जिसके कारण मेघनाथ विभीषण के प्राण लेने को आतुर हो उठा। मेघनाथ विभीषण संवाद:-🌅 यज्ञ के असफल होने के पश्चात जब वह युद्ध भूमि में आया तो विभीषण को देखकर अत्यंत क्रोधित हो उठा। उसने विभीषण को कई कटु वचन कहे व अपने कुल से विश्वासघात करने के लिए उसे धिक्कारा। विभीषण ने भी उसे अधर्म का साथ देने के लिए आलोचना की। इससे क्रोधित होकर मेघनाथ ने अपना शक्तिशाली यम अस्त्र निकाला व विभीषण पर चला दिया। लक्ष्मण को कुबेर ने बतायी थी इसकी काट:-🌅 रावण के बड़े व सौतेले भाई कुबेर ने लक्ष्मण को पहले ही इस बारे में सचेत कर दिया था, कि रावण के पुत्र मेघनाथ ने यम अस्त्र को बचाया हुआ है, जिसे वह युद्ध भूमि में विभीषण को मारने के लिए छोड़ेगा। इसलिये कुबेर ने उस अस्त्र की काट पहले से ही लक्ष्मण को बता के रखी थी। लक्ष्मण ने काटा यम अस्त्र:-🌅 चूँकि श्रीराम ने विभीषण की सुरक्षा का भार लक्ष्मण को ही सौंपा हुआ था व कुबेर पहले से ही उन्हें इस अस्त्र की काट बता कर चला गया था। इसलिये जैसे ही मेघनाथ ने विभीषण पर यम अस्त्र को छोड़ा उसी समय लक्ष्मण ने भी मंत्र पढ़कर उस अस्त्र को काट डाला। इस प्रकार विभीषण के प्राणों की रक्षा हो सकी। ©N S Yadav GoldMine #watchtower {Bolo Ji Radhey Radhey} जब मेघनाथ ने विभीषण पर चलाया यम अस्त्र आज, मैं उसी के बारे में आपको बता रहा हूँ !! 🌞🌞 आपका एन एस यादव :-
KP EDUCATION HD
KP NEWS for the same for me to get the same for me to ©KP NEWS HD आपको बता दें कि देव ज्योतिषी और महादेवी काली मंदिर, मंदाकिनी तट के महंत अश्वनी पांडे के मुताबिक 6 सितंबर यानी आज दोपहर 3 बजकर 39 मिनट से अष्
Kamaal Husain
चारा साज़-ए-सहर भी परेशान हैं ये कोरोना है य कोई तुफान है _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "चारा साज़" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुन
Technocrat Sanam
कमबख़्त सादगी पे अब मरता कौन है इश्क़ पहले जैसा....अब करता कौन है इस ज़मीं पर तेरी साख अब रही नहीं रहने दे ख़ुदा तुझसे अब डरता कौन है तबीब भी लगते हैं तबीयत के मारे सारे ग़ैरों के ज़ख़्म यहाँ अब भरता कौन है मैं ख़ामोशी से सुन लेता हूँ ताने सब के बाद में मेरे अन्दर मुझसे लड़ता कौन है मैं तो बेख़बर.. सो जाता हूँ रोज़ थक कर सारी रात फिर ये करवटें बदलता कौन है ©technocrat_sanam तबीब=वैद्य/हकीम (Doctor) #करवटें कमबख़्त सादगी पे अब मरता कौन है इश्क़ पहले जैसा....अब करता कौन है इस ज़मीं पर तेरी साख अब रही नहीं रहने
Krishnadasi Sanatani
वैद्य की आवश्यकता एक महात्मा अपनी दयालुता के कारण सदा दुखी और पापी कहे जाने वाले अपराधियों से हर समय घिरे रहते थे। यहाँ तक कि जब वे भोजन किया करते थे, तब भी बहुत से पतित लोग उन्हें घेरे रहते थे। एक बार वे बहुत से नीच जाति के और पापी-पतितों के साथ बैठे भोजन कर रहे थे। यह देखकर एक विरोधी ने उनके शिष्य से कहा- "तेरे गुरु, जिसे तुम लोग भगवान की तरह पूजते हो, इस प्रकार नीचों और पतितों से प्रेम करता है, उनके साथ बैठा भोजन पा रहा है। फिर भला तुम लोग किस प्रकार आशा कर सकते हो कि हम लोग उसका आदर करें और उसकी बात माने! महात्मा ने विरोधी की बात सुन ली और विनम्रता पूर्वक उत्तर दिया- "भाई वैद्य की आवश्यकता रोगियों को होती है, निरोगों को नहीं। धर्म की आवश्यकता पापियों को होती है, उनको नहीं जो पहले से ही अपने को धार्मिक समझते हैं। मैं धर्मात्माओं का नहीं पापियों का हित करना चाहता हूँ। उन्हें मेरी बहुत जरूरत है।" राधाकृष्ण ©Krishnadasi Sambhavi वैद्य की आवश्यकता एक महात्मा अपनी दयालुता के कारण सदा दुखी और पापी कहे जाने वाले अपराधियों से हर समय घिरे रहते थे। यहाँ तक कि जब वे भोजन किय
ABHISHEK SWASTIK
~ धर्म बना परमाणु हथियार ~ _____________ मानवता है शर्मसार कहीं नहीं है शुद्ध विचार । धर्म विषय भी बन गया है परमाणु जैसा हथियार ।। रो रही धरा, ना रहा जोर मिले न कोई ओर-छोर । भक्षक बन कर काट रहें जब रक्षक ही बन गए चोर ।। मिले नही कोई उपचार नृशंश रोग है भ्रष्टाचार । वैद्य,ओझा ही अच्छे थे डॉक्टर कर रहे लूटमार ।। निश्चित नहीं जीवन की डोर फिर भी भाग रहे चहुं ओर । जियें नही पल भर सुकून से मिथ्या मचा रहें हैं शोर ।। है कहां ? धर्म,कोई दे प्रमाण मरघट तक है जीवन का सार । कर्म करे जो मानवता का वही धर्म का सर्वे-सार ।। -©अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) ~ धर्म बना परमाणु हथियार ~ ________________________ मानवता है शर्मसार कहीं नहीं है शुद्ध विचार । धर्म विषय भी बन गया है परमाणु जैसा हथियार
Poetry with Avdhesh Kanojia
वो सपना #कहानी #stories #story #कहानीमें #लेखक #writer #writersofinstagram वो सपना ------------- राहुल और उसकी पत्नी शैलजा बहुत उदास हैं। उनके जी
Abhishek Asthana
~ धर्म बना परमाणु हथियार ~ _____________ मानवता है शर्मसार कहीं नहीं है शुद्ध विचार । धर्म विषय भी बन गया है परमाणु जैसा हथियार ।। रो रही धरा, ना रहा जोर मिले न कोई ओर-छोर । भक्षक बन कर काट रहें जब रक्षक ही बन गए चोर ।। मिले नही कोई उपचार नृशंश रोग है भ्रष्टाचार । वैद्य,ओझा ही अच्छे थे डॉक्टर कर रहे लूटमार ।। निश्चित नहीं जीवन की डोर फिर भी भाग रहे चहुं ओर । जियें नही पल भर सुकून से मिथ्या मचा रहें हैं शोर ।। है कहां ? धर्म,कोई दे प्रमाण मरघट तक है जीवन का सार । कर्म करे जो मानवता का वही धर्म का सर्वे-सार ।। -©अभिषेक अस्थाना(स्वास्तिक) ~ धर्म बना परमाणु हथियार ~ ________________________ मानवता है शर्मसार कहीं नहीं है शुद्ध विचार । धर्म विषय भी बन गया है परमाणु जैसा हथियार
Garima Singh
जहां धनी, वैदिक ब्राह्मण, राजा,नदी और वैद्य, ये पांच न हों, वहां एक दिन भी नहीं रहना चाहियें। भावार्थ यह कि जिस जगह पर इन पांचो का अभाव हो, वहां मनुष्य को एक दिन भी नहीं ठहरना चाहिए। ©Garima Singh 9. जहां धनी, वैदिक ब्राह्मण, राजा,नदी और वैद्य, ये पांच न हों, वहां एक दिन भी नहीं #viral #treanding #Nojoto
AK__Alfaaz..
माँ.. Dedicating a #testimonial to Priti Mehra मेरी प्यारीईईईईईईईईईई माँ..आज मन ,हृदय रोम रोम मेरा बहुत बहुत बहुत आनंदित है.. हम अपनी खुशी व्यक्त