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Heartless
एक अजीब सी खबर है सुनोगे क्या,,, मुहब्बत का हकीम मुहब्बत में मर गया... ©Heartless #SAD Mittal g....Aligarh shamawritesBebaak_शमीम अख्तर NAZAR Sania Begum sana naaz तरुणा शर्मा तरु vineetapanchal Anshu writer Sm@rty divi
Heartless
नाम तो नहीं लूंगा मेरी जान लेकिन तुमने बहुत ही गलत किया मेरे साथ! आज ये भी वहम खत्म हुआ की यहां सब अपनें हैं!! 🥺💯🥺❤️ ©Heartless #sad_feeling Mittal g....Aligarh vineetapanchal Anshu writer Sm@rty divi p@ndey Neha verma Shilpa priya Dash Sania Begum mr maibu. Dr.Mahi
S.V SINGH
White किसी को चाहते रहना , भी है असल रोग। मन से उतर रहे हैं, अब मन पसंद लोग।। ©S.V SINGH #Nojoto Munni #शून्य राणा Zakir Dr Imran Hassan Barbhuiya Suman Zaniyan बाबा ब्राऊनबियर्ड Bijender Ranga Sarika soni Muntazer@naaz Pawan
Paल्लवी
Niraj Srivastava
White ज्ञान की दुनिया विस्तृत इतनी, छोटा जीवन काल। जाति-धर्म में गये उलझ तो, होगा क्या परिणाम।। (पूर्णतः सुरक्षित, स्वरचित एवं मौलिक रचना) नीरज श्रीवास्तव ©Niraj Srivastava ज्ञान #SAD #niraj_srivastava_motihari #NirajKiKalamSe #niraj_srivastava #niraj_kavi #niraj #नीरज_श्रीवास्तव aman6.1 Dr Imran Hassan Barbhui
Teरa PरeeT Saकshi
White पहले आदतें डाल देते हैं फिर मुँह फेर लेते हैं प्यार करती हूं तुमसे रह नही पाती बातें किए बिन तुमसे कह कर दिल को भरमा लेते हैं जब बात आती है फेर साथ देने की घर वालों को बना मोहरा बनाए रिश्ते को तोड़ देते हैं अगर जान देने की बात करे प्रीत कहदे तो सेल्फिश हो तुम मेरे भी ख़ाब हैं कहकर हुस्न वाले हाथ छोड़ देते हैं जिनको आदत हो जगह जगह मुंह मारने की उनको कोई फर्क नही पड़ता यहां इक तरफा प्यार में पता नही हर रोज़ कितने दम तोड़ते हैं,,, 💔 ©Teरa PरeeT Saकshi #tutadil💔 #Pain # Neel Tiwari Anshu writer Dr Ashish Vats poemspa Shikha Sharma
Devesh Dixit
दीवार (दोहे) खड़ी हुई दीवार है, अब अपनों के बीच। रिश्ते ये ऐसे लगें, जैसे कोई कीच।। उलझन ही सुलझी नहीं, बिगड़ गये हालात। खींचा तानी ये करें, देते भी आघात।। मन मुटाव भी कम नहीं, खड़ी हुई दीवार। जंग छिड़ी है देखलो, निकल गये हथियार।। अब सबको ही चाहिए, अपना घर परिवार। एक साथ मिलकर नहीं, रहने को तैयार।। कैसी ये दीवार है, होते सब आघात। बेचैनी भी बढ़ रही, हो दिन या फिर रात।। कलयुग का ये है समय, चुभा रहे हैं शूल। अलग हुए जब से वही, तब से सब अनुकूल।। ............................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #दीवार #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry दीवार (दोहे) खड़ी हुई दीवार है, अब अपनों के बीच। रिश्ते ये ऐसे लगें, जैसे कोई कीच।। उलझन ही