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Arora PR
आज मेरी वो सबसे ज्यादा चर्चित और शराही गई कविता अधलेटी मुद्रा मे मेरी तरफ आँखे टेड़ी कर मुझे घूर कर देख रही हैँ. उसे शायद ये संदेह हैँ कि उसका रचनाकार मै नहीं किसी और ही की रांची हुई हैँ ©Arora PR संदेह
DR. LAVKESH GANDHI
आजकल आश्रमों में भी अजीब हलचल है इन हलचलों के बीच आज अजीब हरकत है हर कोई यहाँ आज संदेह के घेरे में समाया है तभी तो मानव जीवन पर पाप का साया है #संदेह # #संदेह के घेरे में # #yqsandeh#yqaasharam#
Hiren. B. Brahmbhatt
लाख बेहतर है संदेह, में दौड़ने से, क्यूं ना पैदल ही चल पड़े , हम आत्मविश्वास से .. #संदेह #आत्मविश्वास
Ruksar Bano
मैं विनाशक हूं, मैं मानती हूं।मैं सृजन करना भी जानती हूं। यह सत्य है, लेकिन कि यह बात मैं हर किसी को बताना नही चाहती। जो बिन कहे स्वीकारें, उसे ही मैं सहृदयता से अपना मानती हूं। मैं क्यों बताऊं? कि मैं विश्वास को किस आधार पर आंकती हूं। यह सत्य है कि मैं अपने- पराए दोनो का विश्वास करना जानती हूं। संदेह जो विश्वास पर करें, उसे विश्वास मैं दिलाना नही चाहती हूं। ©Ruksar Bano #dilemma #संदेह#विश्वास
Parasram Arora
#KargilVijayDiwas मै जानता हूँ मुझ पर तुम्हारा विश्वास अडिग है अटल है किसी ठोस पर्वत की तरह इसके बावजूद तुम्हे संदेह न जाने क्यों है जबकि मेरा भटकने का न कोई इरादा रहा है कभी और न ही. कोई. दूसरा स्त्रोत है मेरे पास तुमसे दूर जाने क़े लिए l मै बचनबद्द हूँ और ये वचनबध्दता . प्रमाणिक भी है l फिर भी न जाने क्यों मुझे ऐसा आभास हो रहा है कि उस अडिग ठोस पर्वत क़े नीचे कोई संदेह का j ज्वालामुखी अब भी कही दहक रहा है. #संदेह का ज्वालामुखी . ।..।
Vikas Sharma Shivaaya'
✒️📇जीवन की पाठशाला 📖🖋️ जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हवाई जहाज को भी उड़ान भरने के लिए पहले जमीन पर चलना पड़ता है और उड़ान को भरने के बाद टिकने के लिए भी जमीन की जरुरत पड़ती है ,इसलिए इंसान को भी कभी अपनी जमीन -धरातल को नहीं भूलना चाहिए ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की एक इंसान कई बार सपनों से भयभीत हो जाता है पर किसी का हक़ मारते समय -रिश्वत लेते समय -षड़यंत्र रचते समय और गलत से गलत काम करते हुए कभी भी ईश्वर से भयभीत नहीं होता ..., जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की इंसान अपने -अपनों -नाते -रिश्तेदारी -समाज और दुनिया की निगाहों में उठ जाये और अगर खुद से एवं ईश्वर से नजरें ना मिला पाए साऱी ऊंचाई व्यर्थ है ..., आखिर में एक ही बात समझ आई की मन का हो अपनी इच्छा और मन का ना हो तो ईश्वर इच्छा ,देने वाला भी वही छीनने वाला भी वही बस किसी भी हालत में उसके प्रति विश्वास में संदेह नहीं आना चाहिए ....! बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा 🙏सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरुरी ...! 🌹सुप्रभात🙏 स्वरचित एवं स्वमौलिक "🔱विकास शर्मा'शिवाया '"🔱 जयपुर-राजस्थान ©Vikas Sharma Shivaaya' विश्वास में संदेह