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@mr.AB

कभी सहर ना हो

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कभी सहर  न  हो

कभी यूँ भी आ मेरी आँख में 
की मेरी नज़र को खबर न हो 
मुझे एक रात नवाज़ दे 
मगर इस के बाद सहर न हो कभी सहर ना हो

GARIMA SINGH

गोरी

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चली गोरी छोरी

सुनहरे सपनो की नगरी 
प्रेम नगर का राजा 
सजा के फूलों की डोली 
लोक लज्जा में लिपटी चुनरी
माथे पर चमचमाती बिंदी 
हाथो में खनखनाती चूड़ी 
पैरो में पड़ी बेड़ी
इस घर से चली उस घर डोली 
कभी खिलखिलाती,कभी मुस्कुराती
कभी डरी सहमी सी गोरी
सोच विचार में डूबी एक छोरी गोरी

s

गोरी कलाइयां

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कृपया इस दीवाली को "पटा के"न छोड़े तकलीफ होती है गोरी कलाइयां

Rajani yadav

शहरी गोरी

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मे शहर के गोरी,
           नई जानो खेती खार ।
गिर जाहु मुड़ भसरा,
       नई रेगे हो कोनो खार। शहरी गोरी

Anju

शिव गोरी #समाज

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शिव मेरी पूजा शिव ही मेरी महिमा शिव से बढ़ कर कौन सत्यम  शिवम् सत्यम सुदरम् शिव ही गोरी के स्वामी ,शिव और शक्ती एक ही स्वरुप
गौरी बिन शिव अधुरे और शिव बिन गौरी बोलो हर हर महा देव

©Anju शिव गोरी

DJ Vinesh Sisodiya

गोरी तेरा #शायरी

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prahlad jat

मां गोरी #विचार

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Anup sharma

#MeraShehar ना जाने कहा खो गया वो मेरा सहर #poem

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मेरा सहर

मेरा ये सहर कही खो सा गया है,
मैने अपने शहर को बदलते देखा है,
अब इस सहर में मुशलिम रहते है,
अब इस सहर में हिंदु रहते है सिख रहते है,
अब इस सहर में इंसान कम धर्म के ठेकेदार ज्यादा रहते है,
एक वो दौर था जब हम साथ रहा करते थे,
वो मेरा सहर कही खो सा गया है।

मेरा ये सहर कही खो सा गया है,
मैने अपने शहर को बदलते देखा है,
मेरे इस सहर में गाय के नाम पे लोगो को काटा जाता है,
धर्म के नाम पर अब सहर को बटा जाता है,
धर्म के नाम पर लोगों को धुत्कारा जाता है,
न जाने कहा खो गया है वो मेरा सहर,
जहा हम साथ हुआ करते थे। #MeraShehar ना जाने कहा खो गया वो मेरा सहर

संजय श्रीवास्तव

सहर

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शबे गम गुजर गया, दर्दे सहर बाकी है 
हर जाम पी गया, इश्के जहर बाकी है 

लूट गयी है बस्ती, चैन फिर भी नही आया
रह गया शायद ,उस गरीब का घर बाकी है 

उजड़ा जो चमन ,इन आँधियों की जद में 
शुक्र है उस खुदा का, बुढ़ा शजर बाकी है 

‍चाहने वाले उसको ,कम थे नही जहाँ में
पर जिसको वो चाहे ,तीरे नजर बाकी है 

दिल की बात संजय,  दिल मे ही रखना
चलते रहो सफर मे ,मंजिले नजर बाकी है 

संजय सहर

अनजान

सहर

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