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Chandni Khatoon
वक़्त के गुज़र जाने की चाह है तुझे हमसफ़र बनाने की चाह है क्यों ग़मज़दा हूँ क्या कहूँ, कैसे कहूँ तेरी अहलिया बन जाने की चाह है! जो थे अपने वो होने लगे है अजनबी लाई है किस मोड़ पर मुझे,ये ज़िंदगी मैं अगर ख़ुदगर्ज़ होना चाह भी लूँ वक़्त भी लेआय मुझमें बेख़ुदी, अब बचा ना पास कुछ भी मेरे नाज़ थी करती के ये सब है मेरे लाख समझाऊँ मगर माने ना दिल सोच कर दिल जाता है ये मेरा हिल, वक़्त के गुज़र जाने की चाह है तुझे हमसफ़र बनाने की चाह है क्यों ग़मज़दा हूँ क्या कहूँ, कैसे कहूँ तेरी अहलिया बन जाने की चाह है!! ©Chandni Khatoon वक़्त के गुज़र जाने की चाह है #Moon shayari on love hindi shayari most romantic love shayari in hindi for boyfriend shayari on life shayari
वक़्त के गुज़र जाने की चाह है #Moon shayari on love hindi shayari most romantic love shayari in hindi for boyfriend shayari on life shayari
read moredilkibaatwithamit
White मुझे याद है कभी एक थे, मग़र आज हम हैं जुदा जुदा वो जुदा हुए तो सँवर गए, हम जुदा हुए तो बिखर गए कभी रुक गए कभी चल दिए, कभी चलते चलते भटक गए यूँ ही उम्र सारी गुज़ार दी, यूँ ही ज़िंदगी के सितम सहे कभी नींद में कभी होश में, तू जहाँ मिला तुझे देख कर ना नज़र मिली ना ज़ुबाँ हिली, यूँ ही सर झुका कर गुज़र गए कभी ज़ुल्फ़ पर कभी चश्म पर, कभी तेरे हसीन वुजूद पर जो पसन्द थे मेरी किताब में, वो शेर सारे बिखर गए कभी अर्श पर कभी फ़र्श पर, कभी उन के दर कभी दर बदर ग़म ए आशिक़ी तेरा शुक्रिया, हम कहाँ कहाँ से गुज़र गए..!! ©dilkibaatwithamit मुझे याद है कभी एक थे, मग़र आज हम हैं जुदा जुदा वो जुदा हुए तो सँवर गए, हम जुदा हुए तो बिखर गए कभी रुक गए कभी चल दिए, कभी चलते चलते भटक ग
मुझे याद है कभी एक थे, मग़र आज हम हैं जुदा जुदा वो जुदा हुए तो सँवर गए, हम जुदा हुए तो बिखर गए कभी रुक गए कभी चल दिए, कभी चलते चलते भटक ग
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
बंदिशें और ख्वाब दिन कट जाते हैं हंसते-गाते, कटती नहीं हैं ये लंबी रातें। उसके ख्वाबों में जागता रहता हूं, पर साथ देती नहीं हैं सांसें। याद आती हैं उसकी बातें, पर अब धीमी हैं ज़ज़्बातें। मैं बुलाने की कोशिश करता हूं, पर सुनती नहीं वो मेरी बातें। कितना लंबा वक्त गुज़र गया, देखे बिना सूनी हैं ये आंखें। किसी बहाने से ही आ जाओ, तुमसे करनी, तुम सी बातें। कितने दूर चली गई हो तुम, और कब से सुनी मेरी ये बाहें। प्यार न सही, लड़ने ही आओ, तेरे बिना भारी रहती हैं आंखें। नहीं जानता कितना कसूर था, सुकून न सही, देने आओ तकलीफें। सज़ा मुकर्रर करने ही आ जाओ, लेकर आना तुम वक्त सी ज़ंजीरें। क्या पता आज़ाद हो जाऊं, और खत्म हो जाए मेरी बंदिशें। छुपा कर रखूंगा जख्म सारे, तुम लेकर आना अपनी शमशीरें। ©theABHAYSINGH_BIPIN #बंदिशेंऔरख्वाब बंदिशें और ख्वाब दिन कट जाते हैं हंसते-गाते, कटती नहीं हैं ये लंबी रातें। उसके ख्वाबों में जागता रहता हूं, पर साथ देती नहीं
#बंदिशेंऔरख्वाब बंदिशें और ख्वाब दिन कट जाते हैं हंसते-गाते, कटती नहीं हैं ये लंबी रातें। उसके ख्वाबों में जागता रहता हूं, पर साथ देती नहीं
read moreamansingh6295
White दिमाग को थोड़ा समझाना जरूरी है अब कही पर तो रुक जाना जरूरी है नहीं रहती हवाओं में भी ज़हर एक सी इस समय का गुज़र जाना भी जरूरी है ©amansingh6295 दिमाग को थोड़ा समझना जरूरी है अब कही पर तो रुक जाना जरूरी है नहीं रहती हवाओं में भी ज़हर एक सी इस समय का गुज़र जाना भी जरूरी है #write
दिमाग को थोड़ा समझना जरूरी है अब कही पर तो रुक जाना जरूरी है नहीं रहती हवाओं में भी ज़हर एक सी इस समय का गुज़र जाना भी जरूरी है #write
read moreShivkumar barman
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset 🌿❤️मेरी यादों से दूर हो गए हो, खुश रहो, मेरे जज़्बातों में चूर हो गए हो, खुश रहो...🥀💔 🌿❤️तुम्हारी तस्वीरो में चमक देखी है मैंने, पहले से तो निखर गए हो, खुश रहो...🥀💔 🌿❤️वफ़ा के अफसाने जो तुम लिखते थे, उन्हीं से मुकर गए हो, खुश रहो...🥀💔 🌿❤️छोड़ गए जो तुम साथ, मेरा हाथ, किसी और में तो बसर गए हो, खुश रहो...🥀💔 🌿❤️मोहब्बत एहसास था, एक प्यार का, उस ख्वाब से भी गुज़र गए हो, खुश रहो...🥀💔 🌿❤️कभी था तू मेरा साथी, मेरा हमराही, मेरे दिल से तो अब उतर गए हो, खुश रहो...🥀💔 ©Shivkumar barman 🌿❤️मेरी यादों से दूर हो गए हो, खुश रहो, मेरे जज़्बातों में चूर हो गए हो, खुश रहो...🥀💔 🌿❤️तुम्हारी तस्वीरो में चमक देखी है मैंने, पहले से तो
🌿❤️मेरी यादों से दूर हो गए हो, खुश रहो, मेरे जज़्बातों में चूर हो गए हो, खुश रहो...🥀💔 🌿❤️तुम्हारी तस्वीरो में चमक देखी है मैंने, पहले से तो
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White अच्छा हो या बुरा, सब याद रहता है, हर लम्हा दिल में अपनी बात कहता है। दुःख हो या सुख, सबका साथ होता है, हर एहसास का अपना जज़्बात होता है। वक़्त का भरोसा कब बदल जाए, खुशियों कब हाथ से फिसल जाए। पर जो लम्हा अच्छा गुज़र जाता हैं, उनका एहसास सदा दिल में रह जाता है। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Sad_Status अच्छा हो या बुरा, सब याद रहता है, हर लम्हा दिल में अपनी बात कहता है। दुःख हो या सुख, सबका साथ होता है, हर एहसास का अपना जज़्बा
#Sad_Status अच्छा हो या बुरा, सब याद रहता है, हर लम्हा दिल में अपनी बात कहता है। दुःख हो या सुख, सबका साथ होता है, हर एहसास का अपना जज़्बा
read moreAnjali Singhal
White "गुज़र-बसर हो रही यूँ इंतज़ार में। दिल-ए-बेक़रार में।।" ©Anjali Singhal #Sad_Status "गुज़र-बसर हो रही यूँ इंतज़ार में। दिल-ए-बेक़रार में।।" #ehsaas #brokenheartstatus #shayari #status #youngster #Quotes #Anjali
#Sad_Status "गुज़र-बसर हो रही यूँ इंतज़ार में। दिल-ए-बेक़रार में।।" #ehsaas #BrokenHeartStatus #Shayari #status #Youngster #Quotes Anjali
read moreनवनीत ठाकुर
Unsplash दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं, कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं। गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप, जो मंज़िलों की तलाश में था, वो अब मेरा पीछा नहीं। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं, कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं। गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप, जो मंज़िलों की
#नवनीतठाकुर दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं, कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं। गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप, जो मंज़िलों की
read moreनवनीत ठाकुर
हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में चांद का हाल भी तो है। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में च
#नवनीतठाकुर हर दर्द का हिसाब नहीं, सवाल भी तो है, हर आंसू के पीछे छुपा ख्याल भी तो है। गुज़र जाएगा अंधेरों का ये सफर, हर ठहरी हुई रात में च
read moreनवनीत ठाकुर
सौ बरस की आरज़ू, पल में ढह गई, ज़िंदगी की ये कश्ती, लहरों में बह गई। ख्वाब जो संजोए थे, वो पल में बिखर गए, सफ़र का हिसाब करने से पहले ही गुज़र गए। बरसों बरस का सामान किस काम आएगा, जब मौत का फरिश्ता पल में बुलाएगा। जिंदगी को समझने में उम्र गुजर गई, और मौत ने आते ही कहानी बदल गई। साजो-सामान क्या, ये तख़्तो-ताज क्या, पल भर की है जिंदगी, फिर ये आज क्या। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर सौ बरस की आरज़ू, पल में ढह गई, ज़िंदगी की ये कश्ती, लहरों में बह गई। ख्वाब जो संजोए थे, वो पल में बिखर गए, सफ़र का हिसाब करने स
#नवनीतठाकुर सौ बरस की आरज़ू, पल में ढह गई, ज़िंदगी की ये कश्ती, लहरों में बह गई। ख्वाब जो संजोए थे, वो पल में बिखर गए, सफ़र का हिसाब करने स
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