Find the Latest Status about खबर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खबर.
Ashish Mishra
कुछ अच्छी कुछ बुरी बातों का भंडार है, आज यहां खबरों का संसार है। हर जगह मिल जाती है खबर आज, यहाँ पर चाहे छोटी हो या बड़ी। कुछ कही कुछ अनकही बातों का भंडार है। आज यहां खबरों का संसार है। आज झूठ भी सलीके से दिखाया जाता है, कि सच भी फीका पड़ जाता है यहां पर। किस खबर को सही समझूं और किस खबर को गलत, इसे कश्मकश समझूँ या नज़रिया गलत। कुछ अच्छी कुछ बुरी बातों का भंडार है, आज यहां खबरों का संसार है। #खबरों_का_संसार
Afsana Ek Shayar Ka
खबर नहीं तुझको आजकल, मै तन्हा तन्हा हूं, लिखता हूं बस तेरा तराना, क्या मै इतना अकेला हूं। खबर नहीं तुझको आजकल, मै तन्हा तन्हा हूं... तू जान सके मुझको, इसलिए तो लिखता हू, तेरी बातों को, अपने कागज पे, समेटता हूं, सबकुछ तो छाना है, बाकी क्या बचा, इतना तो बता मुझ को. के तेरे शहर का पता, भूल गया हूं सब यादो को, पीछे छोड़ गया हूं, ऐसा मुमकिन है क्या तुझे भूल जाना, इतना तो बता मुझको। खबर नहीं तुझको आजकल, मै तन्हा तन्हा हूं... ~विशाल गायकवाड #खबर_नहीं
Pratishtha Sharma
तुम्हें मालूम भी नहीं हम कितना सबर रखते हैं तुम किस किस पर हो फिदा उसकी भी खबर रखते हैं ज्यादा अनजान न समझों हमें तेरी हर हरकत पर नजर रखते हैं #खबर_रखते_हैं
Jivesh Upadhyay
उनको मेरी खबर भी ना थी, इस लिये मेरी लाश कब्र मे थी। #खबर_लाश_कब्र
Shailesh Mishra
खबर होगी तुझे जब भी ,पसीजेगा तेरा भी दिल, मगर पंछी हूं पुष्कर का, बिछड़कर ना मिलूंगा मैं। - शैलेष मिश्र 'भटका राही' #खबर_होगी
Jack Sparrow
आजकल मेरे संदेसोका जवाब नही आता, आए भी तो उनमे छुपा गुलाब नही आता। जान लेता हु यारोंसे तेरी खैर खैरियत मै, सुना है,तेरी बातोंमे अब मेरा जिक्र नही आता। पुछते है के कारोबार कैसे चला है, और पुछते है हालात कैसे है,दुनियावाले दो जून रोटी,सरपे छत है,दिलमे हिम्मत है जुबाँपे नाम उसका,चैनकी निंद है ऐसे दिन तो आते होंगे सभीके लेकीन, नसीब हर किसीका लाजवाब नही आता। Ct.JackOcean ©Jack Sparrow #खबरबात मेरी तेरी
Twinkle Pundir
खबरदार।। अगर उस बेखबर को, किसी ने मेरी खबर दी।🖤 ©Twinkle Pundir #खबरदार।
Shukla Sakshi
पता नहीं कहाँ चले जा रहे हैं ! तेरे याद में बिन मंजिल के मुसाफ़िर हुए जा रहे है़ ! #रास्ता #मुसाफ़िर #मंजिल #खबरनही
Shubhendra Jaiswal
खबरचियों के तरह कुछ भी परस जाता है खोदता हूं पहाड़ चूहा निकल आता है, बात सोने की थी लोहे के कील बिखरे थे मज़हबी बिस्तर पर नींद पिघल जाता है। #खबरची #मज़हब #नींद #शुभाक्षरी