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Sundaram
White तु जाग तु जाग... कोन हे तुझे रोकने को तेरे पास हे असीम सक्ति तोड़ने को जंजीर... तु रोक मत तु भाग... जब तक हे दम।।। ©Sundaram #rajdhani_night ।।। भाग।।।
#rajdhani_night ।।। भाग।।।
read moreThe.shivaansh
संपूर्ण रामायण.... #theshivaansh #shreeram #sitaram #dashratputraram #30sec #भक्ति
read moreAnjali Jain
White प्याज़- लहसुन कौन सस्ते करेगा?पेट्रोल डीज़ल की कीमतें कौन कम करेगा? नल -बिजली कौन मुफ्त में देगा? कौन मुफ्त में राशन- पानी, पेन्शन देगा? अपना नेता और देश का भाग्यविधाता चुनते समय इतनी तुच्छ बातें और चीज़ों के बारे में सोचना अपनी तुच्छता और बुद्धि हीनता को दिखाना है! हम धरती पर क्या बोझ बनकर पड़े रहेंगे?कोई काम धंधा नहीं करेंगे।अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार काम करें और अपनी आमदनी के अनुसार खर्च करें।गाड़ी में पेट्रोल भरवाने की हैसियत नहीं है तो क्या किसी के सिर पर थोड़े भार डालेंगे!माना अर्थव्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार की होती है तो कुछ जिम्मेदारियों हम जनता की भी होती होगी थोड़ा उनका भी तो निर्धारण करें हम! क्या अकर्मण्यता ही हमारा अधिकार है? पढ़- लिख कर बेटा कुछ दिन में नौकरी नहीं पा लेता तो वह भी हमें बोझ लगता है फ़िर हम जीवन भर सरकारों पर बोझ क्यों डालना चाहते हैं? ©Anjali Jain #sad_shayari 19.05.24 भाग 2
#sad_shayari 19.05.24 भाग 2 #विचार
read moreदिनेश
भाग दौड़ भी जरूरी है साहब पर अपनी सेहत और अपना घर भी जरूरी है, इसके बिना मेरे दोस्त सारी कायनात अधूरी है। इस कदर सारी उम्र भाग - दौड़ में बिताओगे , क्या खोया , क्या पाया इसका हिसाब कब लगाओगे ? ©दिनेश #sunrisesunset भाग-दौड़
#sunrisesunset भाग-दौड़ #कविता
read moreDev Rishi
ऋतु के बाद फलों का रूकना डालों का सड़ना है मोह दिखाना देय वस्तु पर आत्मघात करना है देते तरू इसलिए कि रेशो में मत कीट समायें रहे डालियां स्वस्थ और फिर नये नये फल आयें... ©Dev Rishi #रशमिरथी ,(भाग 4)
Harpinder Kaur
लेकिन वो मर्द नहीं नामर्द होता है...... जिसे माँ- बहन लगती है सिर्फ एक गाली बेहद भद्दी गाली चाहे फिर वो माँ- बहन अपनी हो या दूजे की नामर्द के लिए सिर्फ एक गाली है क्योंकि गाली में छुपाता है वो अपनी कमज़ोरी.......................... ! ©Harpinder Kaur # भाग-3....... ✍️
# भाग-3....... ✍️ #Poetry
read moreHarpinder Kaur
लेकिन पुरुष की सोच में वो हिस्सा केवल एक वस्तु है जिसे प्रयोग करता है वो गाली रूप में.... अन्य उसके द्वारा दी गई माँ - बहन की गालियाँ उसे माँ- बहन, औरत का अपमान नहीं लगती उसे लगती है अपने मर्द होने की निशानी जिसे देने के बाद वो फूलाता है अपनी छाती यूँ जैसे कोई महान कार्य को किया गया हो ©Harpinder Kaur # भाग-2...... ✍️
# भाग-2...... ✍️ #Poetry
read moreHarpinder Kaur
गाली पुरुष को लगता है कि गाली उसके पुरूष होने का एक पहचान पत्र है उसकी मर्दानगी है एक औरत के नाम पर दी गाली में वो अपना पौरूषार्थ समझता है माँ - बहन की गालियों को वो अपने गुस्से का सुकून समझता है वो देता है......... औरत के उस हिस्से को गाली जिस हिस्से से वो दुनिया में आता है और अपना वंश बढ़ाता है ©Harpinder Kaur # भाग -1 ..... ✍️
# भाग -1 ..... ✍️ #Poetry
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