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Vilas Bhoir

उन्हाळा... #मराठीकविता

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vil@sbhoir

©Vilas Bhoir उन्हाळा...

दशरथ सिंह भुवाल

पावस ऋतु पर कविता

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Mahesh Lokhande

उन्हाळा #poem

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उन्हाळा

थंडगार वार्‍याची झूळूक कुठे गेली
गरम गरम हवेने भूमीही तप्त झाली
चिंब भिजण्याची आस पाखराला
थंडगार वारा सांगा कुठे गेला

करपली पाने वाढला उन्हाळा
दाहीदिशा धावे मृग मृगजळा
अंग सारे झाले घामाघूम
व्याकूळ झाला जीव तहानेन

पाण्यासाठी झाली सूरू वणवण
आटल्या विहिरी तलाव पाण्यावीण
आहे ते पाणी वापरा जपून
पाणी आहे जीवन अमृतासमान

पंखा लावुनीही गरम हवा येते
लाईट गेल्यावर घालमेल होते
कोकम सरबत ज्युस लस्सी थंडावा
लिंबूपाणी थंड हवा गारवा

थंडगार सावली गुरे शोधू लागली
झुळझुळ झर्‍यालाही किंमत आली
द्रोणपाणी भरूनी ठेव पाखराला
पाणीदान करूनी जप मानवतेला उन्हाळा

Amita

KrishnaSharma

कविता का शीर्षक बसंत ऋतु का आगमन #Morning #poem

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कविता का शीर्षक:- बसंत ऋतु का आगमन
लेखक:- कृष्णा शर्मा
 स्वरचित

पेड़ों पर कलियाँ फूट पड़ी मन सरसों सा लहराया है

 मेरे जीवन में एक बार फिर से बसंत यह आया है

 फूलों में रंग लगा भरने कोयल की कूक सुनाई दे

वह पवन बसंती है देखो मनवा को जो पुरवाई दे

 हरियाली खेतों में है आमों पर बौर लगा आने

देखो पलाश के फूलों को आकर्षित हैं करने वाले

मन बना बसंती झूम रहा क्या मस्त बहारें लाया है

 मेरे जीवन में एक बार फिर से बसंत ये आया है

हो गर बसंत जीवन में तो हर मौसम में खुशहाली हो

पतझड़ चाहे जीवन हो पर अंतर्मन में हरियाली हो

भंवरा बन कर के फूलों पर जीवन को यूं महका  जाऊं

फिर बना बसंती खुद को मैं सारे जग को बहका जाऊं

 एक बसंती पवन ने ही मेरे मन को महकाया है

 मेरे जीवन में एक बार फिर से बसंत यह आया है

इस फगवा और बसंती का जग में है मेल निराला सा

मदमस्त सभी को करता है मुझको कर दिया शिवाला सा

 सबके मन को ही भाता है देखो बसंत जब आता है

जीवन को रंग बिरंगा कर यह नई बहारें लाता है

इस एक अनोखी ऋतु ने ही सारे जग को महकाया है

 मेरे जीवन में एक बार फिर से बसंत यह आया है

 जय शारदे मां

©KrishnaSharma कविता का शीर्षक बसंत ऋतु का आगमन

#Morning

Sangeeta Pal

बसंत ऋतु के आगमन में एक छोटी सी कविता कविता poem spring basantritu

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Penman

#ऋतु

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Shivam Choudhary

teri mohabat

#ऋतु #poem

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तरस जाएंगी आंखें आपकी
एक तन्हाई सी रह जाएगी
थोड़ी तन्हाई थी,
थोड़ी तन्हाई है
थोड़ी तन्हाई सी रह जाएगी
हो जाती अगर किसी से यारी 
हो जाती अगर किसी से यारी ...
तो यादों में गहराई सी रह जाएगी
मांगी ना खुदाई किसी से
मांगा ना कुछ भी,
रहेगा कुछ भी नहीं इस  ,
दिल में रुसवाई सी रह जाएगी
आयेंगे कई मौसम,
पर ज़िन्दगी में तन्हाई सी रह जाएगी 
सिख गई हैं बेगैरत आंखें मेरी
के शरमाई सी रह जाएंगी 
तरस जाएंगी आंखें आपकी
एक तन्हाई सी रह जाएगी
☝😓#RiTu# #ऋतु

RJ कैलास नाईक

संपणारच नाही माझ्या श्वासातला उन्हाळा म्हणून....

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 संपणारच नाही माझ्या श्वासातला उन्हाळा म्हणून....
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