Find the Latest Status about विक्टिम कार्ड from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, विक्टिम कार्ड.
Harshita Dawar
Written by Harshita ✍️ #Jazzbaat Eye opener for society विक्टिम कार्ड और नहीं आज तक ये एक्टिंग ही थी या सच कहूं दूसरो को खुश करने के लिए बस अपनी दिल हार रही थी। आज सपना अपना पूरा सपना तोड़ चुकी थी। हार हाल में जवाब मांगा पर पीड़िता सी जिन्दगी को पूरे घाव भरे जिस्म को छुपाती रही। कैप्शन जोड़ें......... ©️ जज़्बात ए हर्षिता Eye opener for society विक्टिम कार्ड और नहीं आज तक ये एक्टिंग ही थी या सच कहूं दूसरो को खुश करने के लिए बस अपनी दिल हार रही थी। आज सपना अपना
Anita Prajapati10
कार्ड____दीपावली का 📝 🌺माननीय श्री नोजोटो परिवार आप 🌺 🌺सभी को दीपावली की 🌺 🪔 हार्दिक शुभकामनाएं 🪔 🌺हमारे जमाने की बात हे ये🌺 उन दिनों मैं फोन नही थे 🌺हम लोग अपने रिश्तेदारों को कार्ड भेजकर शुभेच्छा भेजते थे, 🌺कैसे लिखते थे🌺 में बताती हूं ।।😀😀😀😀 पहले तो दीपावली का कार्ड🌺 हम खुद बनाते थे,🌺 कंकू या गुलाल को 🌺पानी में घोलकर🌺स्वास्तिक छापते, फिर 👣लक्ष्मी का 👣 पांव छापते, 🌺 "श्री" से शुरुआत होती थी, सभी संबंधियों को 🌺ये शुभ दीपावली का कार्ड भेजते थे, 🌺और सभी के कार्ड का हमे भी इंतजार रहता था।।🌺🌺 इतने छोटे से कार्ड में🌺 कितना प्यार बरसाते थे।।🌺😀😀😀😀 और अंत में लिखते 🌺ये कार्ड को हम आप को रूबरू मिले हो ऐसा समझना 🌺😀😀 ली..🌺आप की अपनी अनिता का ढेर सारा प्यार.......🌺 ❤️❤️❤️❤️ ©Anita Prajapati10 #कार्ड #कार्ड #शुभदीपावली #Flower
Shahab
आज एक शादी का कार्ड आया उसमें सबसे नीचे लिखा है Stay Home Stay Safe... घर में रहें , सुरक्षित रहें ।। समझ नहीं आ रहा बुलाया है या मना किया है ©Shahab #कार्ड
Raushan
सुनने कोई नहीं आता आपका मर्म सबको बस हाजरी लगानी है अनौपचारिक रूप से आएंगे निभाने बस औपचारिकता पूछेंगे कैसे हो सब ठीक है!? फिर आगे बढ़ कर और बताओ तक बिन कहे संकेत देंगे !अलविदा और बताओ से बात बढ़ गई तो सुनेगा कोई नही क्योंकि सबको विक्टिम बन जाना है यहां कोई पहल करे कैसे सुने जो एक दूसरे की मर्म बंट जाएंगे हल न हो मुश्किल माना पर हालात थोड़े तो सुधर जाएंगे #औपचारिकता #मर्म #विक्टिम -शिकार #अकेलापन #yqdidi #yqtales
Krishna Mudgal
-: पोस्ट कार्ड :- दिल के अरमानो को कागज पे लिखा देखा पुरानी किताबो में उसका एक पत्र पड़ा देखा !! ज़माना ओर था जब चिठी लिखी जाती थी ! के बाते दिल से लिखी दिल से पड़ी जाती थी !! अरसा हुवा अल्फाजो को श्याही में भीगा देखे !! किसी कागज को मुहबत की खुसबू में डूबा देखे !! #कृष्ण मुदगल पोस्ट कार्ड