Find the Latest Status about वज्रासन की सावधानियां from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वज्रासन की सावधानियां.
Vishw Shanti Sanatan Seva Trust
हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण ©Vishw Shanti Sanatan Seva Trust रसोई घर में ध्यान रखने वाली सावधानियां
paramhans Prabhat ji
" नमस्कार "मैं हू प्रभात मेरा आप सभी देशवाशियों से गुजारिश है कि अगर आपके गाँव या मोहल्ले में यदि कोई अंजान सब्जी विक्रेता, फल विक्रेता, या फिर कोई अन्य व्यक्ति किसी जरूरत मन्द सामग्री को लेकर पहुचाता है तो उस व्यक्ति की पहचान सही तरीके से करके और साथ ही साथ उस सामग्री को भी सही तरीके से पहचान करके ही उससे खरीदारी करे । वरना एक छोटी सी गलती आप पर भारी पड़ सकती है इसे हो सके तो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाए "धन्यवाद" छोटी से छोटी सावधानियां बरत्ना मानव धर्म का परम कर्तव्य है ।
Srinivas
सर्दियों के अंत समय में, सुबह कोहरा घना हो जाता है। कोहरे की चादर में ढकी सड़कों पर वाहनों के आवागमन के लिए सभी सावधानियां चालकों को अनुपालन करने की आवश्यकता है। ©Srinivas Mishra Drive Safely सर्दियों के अंत समय में, सुबह कोहरा घना हो जाता है। कोहरे की चादर में ढकी सड़कों पर वाहनों के आवागमन के लिए सभी सावधानियां चा
True Voice
Murari Shekhar
Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"
Manjeet Singh Thakral
कई और देशों समेत हमारा देश भी कोरोना महामारी की चपेट में है। आज के दिन घर से बाहर न निकले और 5 बजे बालकॉनी/खिड़की/दरवाज़े पर आकर जनसेवकों का ध
Rakesh frnds4ever
उलझन इस बात की है कि हमें .......उलझन किस बात की है अपनों से दूरी की या फिर किसी मज़बूरी की खुद की नाकामी की या किसी परेशानी की दुनिया के झमेले की या मन के अकेले की पैसों की तंगी की या जीवन कि बेढंगी की रिश्तों में कटाक्ष की या फिर किसी बकवास की दुनिया की वीरानी की या फिर किसी तनहाई की अपनी व्यर्थता की या ज़िन्दगी की विवशता की खुद के भोलेपन की या फिर लोगो की चालाकी की अपनी खुद की खुशी की या दूसरों की चिंता की खुद की संतुष्टि की या फिर दूसरों से ईर्ष्या की खुद की भलाई की या फिर दूसरों की बुराई की धरती के संरक्षण की या फिर इसके विनाश की मनुष्य की कष्टता की या धरती मां की नष्टता की मानव की मानवता की या फिर इसकी हैवानियत की बच्चो के अपहरण की या बच्चियों के अंग हरण की प्यार की या नफरत की ,,जीने की या मरने कि,,, विश्वाश की या धोखे की,, प्रयास की या मौके की बदले की या परोपकार की,,, अहसान की या उपकार की ,,,,,,ओर ना जाने किन किन सुलझनों या उलझनों या उनके समस्याओं या समाधानों या उनके बीच की स्थिति या अहसासों की हमें उलझन है,,, की हम किस बात की उलझन है..==........... rkysky frnds4ever #उलझन इस बात की है कि,,, हमें ...... उलझन किस बात की है अपनों से दूरी की या फिर किसी #मज़बूरी की खुद की नाकामी की या किसी परेशानी की #दुनि
आलोक कुमार
बस यूँ ही चलते-चलते ......... जरा सोचिए कि आजकल हमलोग खुद को बेहतर बनाने के लिए कौन-कौन से गलत/अभद्र नुस्खें अपनाते जा रहे हैं. ना ही उस नुस्खें के चरित्र, प्रकरण एवं उसके कारण दूसरे मनुष्य, आसपास, समाज, देश व आगामी पीढ़ी पर असर का ख्याल रख रहें हैं, न ही ख़यालों को किसी को समझने का मौक़ा दे रहे हैं. बस अपने ही धुन में उल्टी सीढ़ी के माध्यम से अपने आप को आगे समझते हुए सचमुच में बारम्बार नीचे ही चलते जा रहे है. तो जरा एक बार फिर सोचिए कि उल्टी सीढ़ी उतरने और सीधी सीढ़ी चढ़ने में क्रमशः कितनी ऊर्जा, शक्ति और समय लगती होगी. यह भी पता चलता है कि आज की पीढ़ी की ऊर्जा और शक्ति का किस दिशा में उपयोग हो रहा है और शायद यही कारण है कि आज का "गंगु तेली" तो "राजा भोज" बन गया और "राजा भोज", "गंगु तेली" बन कर सब गुणों से सक्षम रहने के बावज़ूद नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. यही हकीकत है हम अधिकतर भारतवासियों का...... आगे का पता नहीं क्या होगा. शायद भगवान को एक नए रूप में अवतरित होना होगा. आज की पीढ़ी की सच्चरित्र की हक़ीक़त