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एक इबादत
छेड देहे बा प्रीत कइ गीत पुरबी बयरियां बडा़ जुल्म़ ढा़वत बा, रिमझिम बरसत बा सवनवां,भीग नाही जाइ ई मनवा ओढ़नी तोहर ओट कईले बा..!! COLLAB WITH ME ❤🌹💞 A challenge by lovememeworld ✍️🌹🙏 Collob करके कॉमेंट्स में done लिखना ना भूलें अगर लिखने का हुनर है तो लिखें जरूर Collab with your heart feel words. Pin📌 पोस्ट में कमैंट्स करना ना भूले #yqlovezone #lovememeworld #YourQuoteAndMine
Jai Prakash Verma
पहिले जईसन अब कहां रहा होली उ हुड़दंग और अबीर गुलाल के टोली चार दिन पहिले ही बन जात रहा माहौल पुरान कपड़ा पहिने मिल जात रहे दुय चार बकलोल अब तौ जव कहूं केहूं का देव रंग लगाए तो होई जात है कायं काय ठाय ठाय फिर दूसरे दिन कचहरी मा मुकदमा विचारत हैं मोहल्ला मां भी सब एक दूसरे के घर निहारत हैं पहिले वै आवै तब हम जाई - वै फेंकै अबीर तो हम गुलाल लगाई पहिले होली शाम के रहत रहा इंतजार पहिन के नवा कपड़ा दावत के भरमार सबके घर के गुझिया खाए के मुंह बिचकावे पापड़ मा सूजी और साबूदाना के चुनाव करावे अब तो सबके यहां वहै रेडीमेड गुझिया जोन है शर्मा जी के हुवां वहै वर्मा जी के हियां अब तो बस व्हाट्सएपवे पर देत है रंग बहाय उ होली के याद बहुत आवत है भाय देवियों और सज्जनों प्रणाम एवं प्रिय ठलुआ वृंद बात हो होली की और अवध की बात ना हो या अवधी रस ना छेड़ा जाए तो आनंद अधूरा ही रह जाता है। इस कविता में इस्तेमाल की गई भाषा बोलचाल की अवधी भाषा है इसलिए अगर कोई त्रुटि हो जाए तो कृपया माफ करिएगा वरना बुरा ना मानो होली तो है ही। कविता का गान करते हुए आनंद लीजिए। आज की तरह पहले होली का दिन नहीं होली किस हफ्ते पड़ रही है यह पूछा जाता था। मगर समय की गति के साथ सब कुछ बदल ही जाता है। Happy Holi और हां जिन्हें रंग से परहेज़ है उन्हें कृपया कर के रंग न लग
Poetry with Avdhesh Kanojia
आपको श्रीहनुमान जन्मोत्सव की शत कोटि शुभकामनाएं पवन तनय कहुँ करि नमन बंदऊँ फिरि प्रुभ राम। राम राम रटि राम रटि पावहिं मन बिसराम। अंजनि सुत महावीर कपि अतुलित बल कर धाम। केवल मिलते प्रेम बस जपहु राम कर नाम।। स्वर्णिम गिरी सम देह अरु आनन तेज निधान। हाथ गदा धारण करहिं कुंडल धारैं कान।। राम नाम वन फिरहिं नित ध्यावहिं सदा खरारि। मगन होहिं सुनि राम जस देहिं पदारथ चारि। #अवधी #ram #hanuman #राम #हनुमानजन्मोत्सव #poetry #poem आपको श्रीहनुमान जन्मोत्सव की शत कोटि शुभकामनाएं पवन तनय कहुँ करि नमन बंदऊँ फिरि प्रुभ राम। राम राम रटि राम रटि पावहिं मन बिसराम।
Peeyush Bajpai
वह हमका टुकटुक देखाये लागि अपनी अंखियन का मयांचे लागि मनु भा कि वाहिते बात करी ज्यों हम वहिके पास गयेन त्यों देखेंन वाहिका भाई बली जब लागे लाग कि अब मारि परी हम स्योचा अब घर का भागि चली.. हम पूछेंन कस हो का भाव दिहो वह कहिस पचास कै एकु किलो हम कहा सब्ज़िन मा आगि लगय बिन सब्ज़ी कउनो हर्ज़ नाहिंन घरि मा तो चाउर होइएबे करी हम स्योचा अब घर का भागि चली.. एक दिन निकरेन सहर तरफ हम सोचे पैदलु चलेक परी हम गाड़ी वाले क हाथ दिहेन रहा भला रोकिस लमरेयाटा बैठिते हमरे भरिस फर्राटा फिर रोकिस बाद कुछु दूर चलेक हम पूछा का भा का तेलु खतम उतरते हमरे धरिस तमाचा कहिस उतार सब चैन घड़ी लूटि गयेन भैया भरी दुपहरी हम स्योचा अब घर का भागि चली.. -✍️पीयूष रंजन बाजपेयी 'नमो' #हास्य #अवधी #prb
Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"
Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"
बंधु धरती के भाग जागै, आज राम लिये अवतार। केहु नाचे केहु सोहर हो गावै, केहु लुटावै सोना-मोतियन हार। अवधपुरी में बाजन हो बाजै, दशरथ महल जनमें ललना चार। कवन जतन करि स्वारथ भागै, निज सत करम तें जागै भाग हमार। हम तो प्रभु जी दास रावरे! "हृदय" चाहिं रामपद धन अपरंपार। -रेखा "मंजुलाहृदय" . . ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #ramnavmi #अवधी #अवधपुरी #जय_श्री_राम #जय_राम_जी_की #मंजुलाहृदय #Rekhasharma #April 21st, 2021
शुभ'म
करताल-झाल-चौताल बजाए, गाए कबिरा-लगाए अबिरा, सखि ऊ किशन-सजन कब लौटिहं रे ?? ई मन मुस्कात-ऊ गगन हरिसात, उईं उनकै रूप मन में मचावे उत्पात, सखि ऊ किशन-सजन कब लौटिहं रे ?? गईल-गईल कए माघ गईल, बीतल भईल ऐसस कईयों फाग, सखि ऊ किशन-सजन कब लौटिहं रे ?? जन बरसान में बरसावे आँखी से पानी, मथुरा में नाही खेले,वृन्दावनओं मे देखले बानी सखि ऊ किशन-सजन कब लौटिहं रे ?? ©Sp"रूपचन्द्र"✍ #गोपी, #अवधी ,#ब्रज ,#भोजपुरी #holi2021
Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"
(अवधी-व्यंग) ई रुपया-पईसा सब मोह-माया है, देखा भाई जेहमा हर केहु हेराया है। न तो दाल गले न ही रोटी सेकाय, जब ले दूई कऊड़ी न छानी में आय। पास पड़ोस हर केहु सुनावे, बाबू अऊर बहिनी केहु न भावे। अजार-बजार सब बिन काम के लागे, भीड़-भाड़ से कोसो दूर मन भागे। राम जाने पड़ी जाय जिऊ पर बहुतै गाढ़ बवाल, जी की मरी कछु समझ न आवे इहो बड़का जंजाल। -रेखा "मंजुलाहृदय" ©Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" #अवधी #अवधी_कविता #अवधी_व्यंग #mehngaai #महंगाई #मंजुलाहृदय #Rekhasharma #Jan 30th, 2021 @10:25 Pm
Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय"